शूगर के मरीज अंधेपन से कैसे बचें : बंसल

punjabkesari.in Sunday, Sep 25, 2016 - 05:14 PM (IST)

अंबाला: बंसल आंखों का अस्पताल सबसे पुराना आई केयर सैंटर है। अस्पताल में आंखों से संबंधित सभी बीमारियों का इलाज पूरी दक्षता के साथ किया जाता है। शूगरग्रस्त मरीजों की आंखों में रेटिना से संबंधित हर प्रकार की रेटिनोपैथी के शीघ्र निदान व इलाज के लिए डायबिटीक आई केयर क्लीनिक (विशेष रेटिना क्लीनिक) द्वारा शूगरग्रस्त मरीजों का सफल इलाज किया है। बंसल अस्पताल के रेटिना विशेषज्ञ मोहित बंसल ने बताया कि दुनिया में सबसे ज्यादा शूगर के मरीज भारत में हैं। जिसमें से करीब 50 प्रतिशत लोग डायबिटीक रेटिनोपैथी से पीड़ित हैं। 


शुरूआत में इसका पता नहीं चलता परंतु जब अंतिम चरण एडवांस स्टेज में इसका पता चलता है तो इलाज बहुत ही मुश्किल हो जाता है। यहां पर हरियाणा में पहली बार पिछले पर्दे (रेटिना) के आप्रेशन की सर्वाेत्तम व आधुनिक मशीन कंस्टेलेशन (एलकोन) यू.एस.ए. द्वारा प्रमाणित है। एम.आई.वी.एस. तकनीक रेटिना सर्जरी को और अधिक सुरक्षित बनाती है। यह सर्जरी बिना टीका एवं चीरफाड़ के होती है। इस सर्जरी के बाद रोगी को अधिक आराम रहता है। डा. मोहित बंसल स्पैशल पी.जी.आई. चंडीगढ़ से टे्रङ्क्षनग लेकर अस्पताल को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। डा. मोहित बंसल इस क्षेत्र के डायबिटीक रेटिनोपैथी के साथ-साथ पर्दे की हर प्रकार की रेटिना सर्जरी के एकमात्र अनुभवी डाक्टर हैं। बहुत से ऐसे मरीज जिनकी आंखों की पूर्ण रूप से जा चुकी थी अत्याधुनिक मशीनों द्वारा उन मरीजों का इलाज डा. मोहित बंसल ने सफलतापूर्वक किया।


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