चिकनगुनिया के डंक में हरियाणा, लोगों में दिखा खौफ

punjabkesari.in Sunday, Sep 25, 2016 - 04:43 PM (IST)

फरीदाबाद (अनिल राठी): वायरल फीवर के साथ डेंगू और चिकनगुनिया के डंक ने अब पूरे फरीदाबाद को अपनी चपेट में ले लिया है। फरीदाबाद के हर क्षेत्र में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। पूरा शहर अस्पताल के बैड पर आ गया है। सिविल आस्पताल में एक बैड पर दो से तीन मरीज बुखार से तप रहे हैं। चिकनगुनिया के मरीजों की संख्यां बढ कर 22 हो गई है। वहीं डेंगू के 25 और मलेरिया के 85 पाए गए पॉजीटिव केसों ने शहर में हड़कंप मचा दिया है। अस्पताल के पी.एम.ओ. डॉक्टर वीरेंद्र यादव ने बताया है कि उनका स्टाफ और अस्पताल वायरल डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। बस मरीज अपना ख्याल रखें और चिकनगुनियां के भय को दिमाग से निकाल दें ये जानलेवा नहीं होता है। 


बदलते मौसम के साथ ही फीवर ने नए रूप में आकर लोगों में त्राहि-त्राहि मचा दी है। देश की राजधानी से शुरू हुए चिकनगुनियां, वायरल डेंगू, और मलेरिया जैसी आम बिमारियों ने लोगों के मन में भय पैदा कर दिया है, जिस भय का शिकार अब पूरा फरीदाबाद नजर आ रहा है। सिविल अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्यां को देखकर ऐसा लगा रहा है कि पूरा शहर अस्पताल के बैड पर आ गया हो, कोई बुखार से तप रहा है तो कोई हाथ पैरों में हो रहे दर्द से कराह रहा है। अस्पताल में एक बैड पर दो से तीन मरीज एक साथ एक ही बीमारी का इलाज करवा रहे हैं। सबको बस दिल्ली में हुई चिकनगुनियां की मौतें ने डरा दिया है। लोग थोड़ा सा बुखार होने के तुरंत बाद अस्पताल में पहुंच रहे हैं।

 
मरीजों और उनके परिजनों की माने तो सब कुछ ठीक ठाक होते हुए भी एक साथ हाथ पैरों के ज्वांइटों में दर्द होना शुरू हो गया है। हाथ पैरों ने काम करना बंद कर दिया है और उसके बाद तेज बुखार ने हालत खराब कर दी है। एक ही परिवार के दो से तीन सदस्य एक साथ बीमार हो गए हैं। कहीं मां बीमार है तो उसके साथ उसका छोटा सा बेटा भी फीवर की चपेट में आ गया है। 

वहीं शहर में फैली हुई इस महामारी के बारे में फरीदाबाद के सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर से बात की गई तो उन्होंनें बताया कि फरीदाबाद में ही नहीं पूरे देश में इन दिनों फीवर का मौसम चल रहा है। मगर उन्होंने फरीदाबाद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को सचेत कर दिया है कि अगर कोई भी मरीज बुखार से पीडित आता है तो उसका तुरंत इलाज किया जाए। किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बर्ती जाए ताकि किसी भी मरीज को जान की क्षति न हो। वहीं उन्होंने फरीदाबाद के सबसे बड़े अस्पताल में डाक्टरों को खास निर्देश दिए हैं कि कोई भी डाक्टर इन दिनों छुट्टी पर नहीं जाएगा। वहीं नगर निगम को भी कालोनियों और सैक्टरों में मच्छरों की रोकथाम के लिए लगा दिया है।

अस्पताल के पीएमओ की डॉक्टर वीरेंद्र यादव की माने तो अभी तक सिविल अस्पताल में आने वाले चिकनगुनिया के केसों में से 22 केस पॉजिटिव पाए गए है। डेंगू के 25 और मलेरिया के 85 केस पॉजिटिव आये हैं। उन्होंने फरीदाबाद में चिकनगुनिया और डेंगू के प्रकोप ख़ारिज करते हुए बताया की बुखार से पीडि़त मरीजो की संख्या तो जरूर बढऩे लगी है लेकिन इससे घबराने की जरुरत नहीं है। इसका इलाज घर भी रह कर भी किया जा सकता है। 


यदि किसी को बुखार है तो वह 650 एमजी की पैरासीटामॉल दिन में तीन से छह बार ले सकता है। ऐसे मरीज को बैड रेस्ट करना चाहिए लिक्वीड ज्यादा से ज्यादा लेना चाहिए और परिजनों को अस्पताल में भर्ती होने का दबाव नहीं बनाना चाहिए नहीं तो वायरल फीवर वाले मरीज को अस्पताल में आने के बाद डेंगू और चिकनगुनिया भी हो सकता है। इसलिए घबराए बिलकुल नहीं। वही उन्होंने बताया कि उनका स्टाफ और अस्पताल वायरल फीवर डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आस्पताल में दवाईयो की भी कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि सारे टैस्ट भी मुफ्त में करवाये जा रहे हैं।


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