सामूहिक हत्याकांडःमहिला सरपंच को जेल और पद से भी किया गया निलंबित , 18 गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Sep 20, 2017 - 03:27 PM (IST)

फरीदाबाद(पंकेस): ग्रेटर फरीदाबाद के गांव पलवली में रविवार की रात को हुए सामूहिक नरसंहार के मामले में पुलिस ने 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को इलाका मेजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया। जहां से अदालत ने महिला सरपंच समेत दो महिलाओं को न्यायिक हिरासत में जेल और एक नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा है। जबकि 11 आरोपियों को दो दिन के और चार आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। इस हमले में घायल हुए लोगों की हालत में सुधार आने की बात कहीं जा रही है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं जिला प्रशासन ने महिला सरपंच को निलंबित कर दिया है।

पुलिस के मुताबिक गांव पलवली निवासी ललित की शिकायत पर थाना खेड़ीपुल पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है। ललित ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसके परिवार की इसी गांव में रहने वाली महिला सरपंच दयावती के पति बिल्लू के परिवार से पुरानी रंजिश चल रही है। दोनों परिवारों के बीच पहले भी कई बार झगड़े हो चुके है। गतदिवस उसके परिवार के लोग उसके ताऊ के बेटे के घर के सामने खड़े होकर बातचीत कर रहे थे। तभी वहां ज्ञानचंद, उसका बेटे बिल्लू अन्य करीब तीन दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ हथियारों से लैस होकर पहुंच गए। 

इन लोगों ने आते ही उसके परिवार व पड़ोस के लोगों पर गोलियां बरसाने के साथ साथ तेज धारदार हथियारों से वार करने शुरू कर दिए। इस घटना में उसके परिवार के तीन लोगों समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। इसके अलवा एक महिला समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। सोमवार को गांव की सरपंच दयावती समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया। मंगलवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। जहां से अदालत ने सरपंच दयवती और ओमवती को न्यायिक हिरासत में नीमका जेल भेज दिया है। एक नाबालिग को बाल सुधारगृह भेजा गया है। 

अदालत ने आरोपी नरेंद्र, कमल किशोर, धर्मेन्द्र और अमित को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। जबकि अन्य आरोपी सतीश, लोकेश, हरीश, शिवकांत, नंदकिशोर, रविंद्र, राजेंद्र प्रसाद, विनय, रविकांत, ज्ञानचंद और मौजीराम को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। उपायुक्त समीरपाल सरो ने महिला सरपंच दयावती को सरपंच के पद से भी निलंबित किया।

गांव में पसरा सन्नाटा, स्कूल नहीं गए बच्चे
वारदात के तीसरे दिन भी गांव के स्कूल में पढऩे के लिए न तो बच्चे पहुंचे और न ही गांव के अधिकांश कामकाजी लोग अपने दैनिक कार्य पर ही गए। यहां तक कि बताया जा रहा है गांव में अधिकांश घरों में चूल्हे तक नहीं जले। हालांकि, पुलिस ने किसी प्रकार की संभावित अप्रिय घटना को देखते हुए गांव में चौकसी बढ़ा दी है। मंगलवार को पुलिस ने मामले में गिरफ्तार 18 आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। 

पुलिस द्वारा गठित एसआईटी अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है। अधिकतर लोगों ने सुबह बच्चों को स्कूल भी नहीं भेजा। गांव में स्कूल खुले, लेकिन बच्चों की मौजूदगी कम रहने के कारण इनमें सन्नाटा पसरा था। आंगनबाड़ी के भी ताले नहीं खुले थे। गांव में प्रवेश पर ही स्थित सरकारी स्कूल तो बाहर से आने वाली गाडिय़ों का पार्किंग स्थल बना था। चुनावी रंजिश की एक चिंगारी ने पांच लोगों का जीवन लील लिया। इस घटना से सोमवार सुबह के समय लोगों के घरों में चुल्हे नहीं जले। सोमवार शाम एवं रात के समय भी अधिकतर घरों में खाना नहीं बनाया गया। इस खौफ नाक मंजर के बाद ग्रामीणों की आंखों में आंसू थे। लोगों को पानी पीना भी याद नहीं रहा।
 


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