ऑटो कंपनीकर्मी की अपहरण के बाद हत्या

punjabkesari.in Sunday, Dec 17, 2017 - 11:50 AM (IST)

गुडग़ांव(ब्यूरो):यहां आईएमटी मानेसर स्थित एक कंपनी में काम करने वाले श्रमिक की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या कर दी गई। हत्यारों ने श्रमिक को अगवा किया और रातभर उसे अपनी गाड़ी में घुमाते रहे। उसके एटीएम कार्ड के जरिए कई बार पैसे भी निकाले गए। इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने मात्र गुमशुदगी का केस दर्ज करके अपना फर्ज पूरा कर लिया, लेकिन समय रहते ठोस कदम नहीं उठाया, अगर पुलिस ने तुरत कार्रवाई की होती तो शायद श्रमिक की जान बचाई जा सकती थी, क्योंकि श्रमिक ने बंधक रहते अपने परिवार वालों को एक गाड़ी का नंबर एसएमएस किया था।

अगर रात में पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर उस गाड़ी का नंबर ट्रेस किया होता तो शायद कहानी कुछ और होती।  जानकारी के अनुसार मानेसर में एक निजी ऑटो कंपनी में काम करने वाला श्रमिक सुनील कुमार उर्फ  सुभाष वीरवार की शाम साढ़े 7 बजे अपने भाई के बच्चे के नामकरण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गुरुग्राम से हरिद्वार जाने को निकला था। यहां बस अड्डे पर इंतजार करते समय उसे एक अल्टो कार के रूप में टैक्सी मिली। रात करीब साढ़े 8 बजे सुनील कुमार ने अपनी पत्नी के मोबाइल नंबर पर कॉल किया और अपनी 4 माह की बेटी का हाल-चाल जाना। इसी बीच फोन कट गया। 

इसके बाद पत्नी के मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें गाड़ी का नंबर एचआर 29 एसबी 5524 लिखा था। फोन कटने के बाद दोबारा से फोन नहीं मिला। पत्नी की ओर से पूरी रात अपने पति सुनील कुमार से बात करने के प्रयास किए गए, लेकिन उनका मोबाइल फोन पर कॉल नहीं जा सकी। पत्नी के अनुसार रातभर उनके एटीएम से पैसे निकाले जाने के मैसेज आते रहे। किसी तरह रात बीत जाने के बाद पत्नी ने वीरवार की सुबह पुलिस को लिखित में शिकायत दी। आरोप है कि शिकायत दिए जाने के बाद पुलिस ने लापरवाही करते हुए शुक्रवार की शाम को साढ़े 5 बजे गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। वहीं सुनील कुमार का शव दिल्ली के महीपालपुर के पास जंगल से मिला है। दिल्ली कैंट थाने में इस बारे में हत्या का केस दर्ज किया गया है।  

पुलिस को सीसीटीवी फुटेज का इंतजार 
अब इस मामले की जांच दिल्ली व गुडग़ांव पुलिस दोनों ही कर रही है। पुलिस ने एटीएम सुरक्षा एजेंसी से सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं, जल्द ही पुलिस फुटेज देखने के बाद बदमाशों का स्क्रैच जारी करेगी। हलांकि वारदात को अंजाम दिल्ली में दिया गया है इस लिए गुडग़ांव पुलिस इस मामले में ज्यादा दखल देती नजर नहीं आ रही है। 

पहली ट्रांजेक्शन हुई 10 हजार की
सुनील की पत्नी दीपा के मुताबिक रात भर उनके एटीएम से कई बार पैसे निकाले गए थे। पहली बार उसके खाते से महीपालपुर के एटीएम से रुपए निकाले गए। इसके बाद शालीमार बाग, फिर किंग्सवे कैंप और मजनू का टीला से भी पैसे निकाले। शुक्रवार दिन में भी बिग बाजार में कार्ड से खरीदारी की गई। दीपा के मुताबिक एक दूसरे आईसीआईसीआई  के एटीएम से भी ट्रांजेक्शन हुई है, जिसके बारे में बैंक की ओर से जानकारी नहीं दी गई है।

उत्तराखंड का था मृतक सुनील
सुनील कुमार मूलरूप से उत्तराखंड के चम्पावत जिला के वैला गांव का रहने वाला था। पिछले साल ही उसकी शादी हुई थी। उसकी दो महीने की बेटी है। परिवार की आॢथक हालत कमजोर होने की वजह से पूरे परिवार का बोझ उसी पर था। वह अपनी पत्नी, बेटी के साथ यहां बैंक वाली गली, गांधी नगर में रहता था।
 


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