सीएम ने किया कंसेशन समझौते पर हस्ताक्षर

punjabkesari.in Wednesday, Aug 16, 2017 - 01:34 PM (IST)

गुडग़ांव(गौरव):हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में  गुरुग्राम और फरीदाबाद नगर निगमों के लिए हरियाणा की पहली एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना के विकास के लिए एक कंसेशन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा, नगर निगम गुरुग्राम, नगर निगम फरीदाबाद तथा इकोग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के बीच किया गया है। 

शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा के निदेशक शेखर विद्यार्थी, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त वी. उमाशंकर, नगर निगम फरीदाबाद की आयुक्त सोनल गोयल तथा इकोग्रीन एनर्जी प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक अंकित अग्रवाल तथा राजेश अग्रवाल ने कंसेशन समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह भारत में अपनी तरह की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है। परियोजना का उद्देश्य गुरुग्राम और फरीदाबाद में ठोस कचरे के परिवहन और उसके वैज्ञानिक प्रसंस्करण और निपटान के माध्यम से स्वच्छ वातावरण प्रदान करना है। स्वच्छ पर्यावरण के उद्देश्य से इस महत्वकांक्षी परियोजना के कार्यान्वयन के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद के नागरिकों का सहयोग महत्वपूर्ण है। कंसेशन समझौते पर हस्ताक्षर के साथ हरियाणा ने स्वच्छ गुरुग्राम और स्वच्छ फरीदाबाद के माध्यम से स्वच्छ भारत के विजन को लागू करने में मुख्य भूमिका निभाई है। इस मौके पर इकोग्रीन के एमडी राजेश अग्रवाल ने एक प्रजैंटेशन के माध्यम से बताया कि यह परियोजना हर घर से अलग-अलग कचरे को संग्रह करेगी, द्वितीय संग्रह अंक स्थापित करेगी, घरों एवं गलियों के कचरे के साथ-साथ गांव बंधवाड़ी में कचरा प्रसंस्करण स्थल के कचरे का भी प्रसंस्करण किया जाएगा।

कचरे का लाभकारी उपयोग करने के लिए यह परियोजना कचरे से ऊर्जा विद्युत संयंत्र स्थापित करेगी, जिसमें कम से कम प्रतिदिन 100 मेगावाट बिजली तैयार होगी। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनन्द मोहन शरण ने बताया कि इकोग्रीन एनर्जी प्राईवेट लिमिटेड एक चीनी कंपनी की भारतीय सहायक कंपनी है, जो एशिया में सबसे बड़ी और अनुभवी कचरे वाली ऊर्जा कंपनियों में से एक है। कंसेसनियर का चयन ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से वितरित उत्पादन के आधार पर बोली के साथ एक नए मॉडल के माध्यम से एक पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। गुरूग्राम और फरीदाबाद में प्रतिदिन 1400 टन ठोस कचरा पैदा होता है। डोर-टू-डोर का संग्रह कंसेसन समझौते के हस्ताक्षर के 4 महीने के भीतर शुरू होगा और अगले एक महीने में पूरे शहर को कवर किया जाएगा।

भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन निधि के माध्यम से कचरे से ऊर्जा संयंत्र शुरू करने के लिए 75 करोड़ रुपए की एक बार अनुदान राशि के साथ परियोजना पर 430 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। समारोह में विधायक तेजपाल तंवर, बिमला चौधरी, उमेश अग्रवाल, हाऊसिंग बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव, डेयरी विकास प्रसंघ के चेयरमैन जीएल शर्मा, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान, प्रो. हंशराज यादव सदस्य कर्मचारी चयन आयोग, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष समय सिंह भाटी, भाजपा नेता मुकेश जैलदार, पंकज यादव चक्करपुर, वेद यादव बादशाहपुर, लीलू सरपंच नाथूपुर सहित विभिन्न स्थानीय लोग 
उपस्थित थे। 


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