''मनोहर सरकार'' के आधे मंत्रियों ने नहीं दिया संपत्ति का ब्यौरा

punjabkesari.in Tuesday, Sep 20, 2016 - 04:21 PM (IST)

चंडीगढ़ (पांडेय): भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरैंस का दावा करने वाली हरियाणा की मनोहर सरकार के आधे मंत्रियों ने अभी तब अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है। यह स्थिति तब है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी कैबिनेट के सभी मंत्रियों की संपत्ति डिटेल पी.एम.ओ. की वैबसाइट पर पड़ी हुई है। खास बात यह है कि खट्टर सरकार ने संपत्ति का ब्यौरा दे चुके मंत्रियों की डिटेल का खुलासा करने से इंकार किया है। यह खुलासा एक आर.टी.आई. के तहत मिली जानकारी में हुआ है। 

आर.टी.आई. एक्टिविस्ट पी.पी. कपूर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनके सभी मंत्रियों ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा प्रधानमंत्री कार्यालय की वैबसाइट पर सार्वजनिक कर रखा है लेकिन हरियाणा में भाजपा सरकार अपने मंत्रियों की संपत्ति की सूचना सार्वजनिक करने से इंकार कर रही है। जबकि दावे भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टोलरैंस के हो रहे हैं। 

कपूर ने बताया कि जन प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 व वर्ष 1964 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत आचार संहिता के अनुसार मंत्रीपद की शपथ लेने के 2 महीने के अंदर सभी मंत्रियों को अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री को देना अनिवार्य है लेकिन हरियाणा सरकार इन तमाम नियमों-कानूनों की अवहेलना करके पारदॢशता का मजाक उड़ा रही है। 

आर.टी.आई. एक्ट के तहत पी.पी. कपूर ने हरियाणा सरकार से गत 7 मार्च को सी.एम. व सभी मंत्रियों की संपत्ति का ब्यौरा मांगा था व ब्यौरा न देने वाले मंत्रियों की सूची भी मांगी थी। कैबिनेट ब्रांच के राज्य जन सूचना अधिकारी व प्रथम अपीलीय अधिकारी ने इसे निजी सूचना बताते हुए देने से इंकार कर दिया था। 

सुप्रीम कोर्ट के अंतिम निर्णय का इंतजार 
मुख्य सूचना आयुक्त उर्वशी गुलाटी ने कैबिनेट ब्रांच के अंडर सैक्रेटरी एवं प्रथम अपीलीय अधिकारी की दलीलों से सहमति प्रकट करते हुए मांगी गई सूचना सुप्रीम कोर्ट का अंतिम निर्णय आने तक न देने का निर्णय किया। कपूर ने बताया कि अभी तक शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़, श्रम एवं रोजगार मंत्री नायब सिंह, उद्योग मंत्री विपुल गोयल, सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर तथा जन स्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारी लाल ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सरकार को नहीं दिया है। हालांकि उद्योग मंत्री विपुल गोयल, मनीष ग्रोवर और डा. बनवारी लाल कुछ दिन पहले ही मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं।


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