दीदी की प्रेरणा व पिता की डांट ने दिलवाया मुकाम:फौगाट बहनें

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2017 - 11:44 AM (IST)

अंबाला(जतिन यादव):वार हीरोज मैमोरियल स्टेडियम में भारत केसरी दंगल-2017 में अपने रेसलिंग का बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली फोगाट सिस्टर के नाम से मशहूर विनेश फोगाट और रितु फौगाट ने अपना जादू बरकरार रखा। विनेश फोगाट भारत केसरी दंगल के दूसरे टूर्नामैंट में इंजरी के बाद लौटी। उन्होंने बताया कि 7 महीने के बाद जब वह मैट पर अपनी गेम के लिए आई तो मैट के चारों ओर लोगों की भीड़, दर्शक, एक मोटिवेट, लोगों का चिल्लाना, इस सबको बहुत मिस किया। मैं इंजरी के दौरान एक बार सोचने को मजबूर हो गई थी कि अब कभी कमबैक कर पाऊंगी। दोनों बहनें इस मुकाम का श्रेय अपनी बड़ी बहन गीता को देती हैं। साथ ही वे कहती हैं कि वे आज इस मुकाम पर हैं इसके पीछे उनके दीदी गीता की प्रेरणा के साथ पिता की मीठी डांट भी है। गर्ल्स रेसलिंग में खुद के लैवल को देखकर खुशी होती है। 

रियो ओलिम्पिक में आए गोल्ड मैडल्स के लिए विनेश फोगाट ने कहा कि ओलिम्पिक के लिए हम पूरी तैयारी करके गए थे कि गर्ल्स ने मैडल लेकर आना है। वहां पर ब्वॉयज अपनी बकायदा दावेदारी भी कर रहे थे कि हम मैडल जीतकर आएंगे। इसके लिए कोचिज के साथ शर्त भी लगाई थी कि लड़कियां अबकी बार मैडल जीतकर आएंगी। वह सब अब बड़ा अच्छा लगता है क्योंकि हमारा टारगेट था कि लड़कियां कम से कम 2 मैडल तो जरूर लाएं और रियो ओलिम्पिक में हमारे देश के 2 मैडल आए, बड़ा अच्छा लगा। साक्षी का मैडल आया अच्छा लगा, मेरा मैडल अगली बार आ जाएगा। फोगाट ने बताया कि कैम्प में साक्षी भी बताती हैं कि मैडल जीतने के बाद अगले दिन उनके अखाड़े में 20 लड़कियां आईं और उनके साथ उनकी मां भी पहुंची कि हमारी लड़की को रैस्लिंग सीखनी है।फोगाट ने बताया कि खेलों पर बनी मूवी सुल्तान व दंगल के आने के बाद रैस्लिंग का क्रेज बना। रितु फोगाट ने बातचीत में कहा कि सभी बहनों से रेस्लिंग में बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। गीता-बबीता सभी से, जिस स्टेज पर आज गीता-बबीता रैस्लिंग में पहुंची हैं।


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