जाट आंदोलन से पहले पुलिस ने कसी कमर, सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

punjabkesari.in Saturday, Jan 21, 2017 - 08:29 PM (IST)

चंडीगढ़: पुलिस के अधिकारीयों और कर्मचारियों की छुट्टियां पुलिस विभाग द्वारा रद्द कर दी गई हैं। जाट नेताओं के आंदोलन की चुनौती के मद्देनजर पुलिस प्रसाशन ने छुट्टियां रद्द करने का फैसला लिया है। एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ने निर्देश जारी कर पुलिस कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल की हैं। 

अापकों बता दें कि जाट नेताओं ने 29 जनवरी से दोबारा आंदोलन की चेतावनी दी है। इसी बात को देखते हुए पुलिस प्रसाशन ने प्रदेश सुरक्षा के लिए ये बड़ा फैसला लिया है।2016 में 30 लोगों की जान तथा हजारों करोड़ का नुकसान करने वाले जाट आरक्षण आंदोलन की जाट समुदाय के नेताओं ने एक बार फिर से अांदोलन की घोषणा कर दी है। ऐसे में लॉ एंड आर्डर को संभालना भी जरूरी है। इसी के चलते हरियाणा पुलिस के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर मोहम्मद अकील ने पूरे पुलिस डिपार्टमेंट को अलर्ट पर रख सभी की छुटि्टयां रद्द कर दी हैं।


एक तरफ हरियाणा में पुनः जाट आंदोलन की आहट से सभी पुलिस कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं व् उन्हें पूर्ण सतर्क रहने के आदेश एडीजीपी कानून व्यवस्था अकील महोम्मद द्वारा दिए गए हैं। वहीं पुलिस महानिदेशक डाॅ केपी सिंह ने हरयिणा के पुलिस कर्मचारियों को मुस्तैद करने व् मनोबल बढ़ाने के लिए हरियाणा में भ्रमण शुरू कर दिया है।इसी कड़ी में शनिवार को पानीपत पुलिस लाईन में पहुंचकर फोर्स को ब्रीफ किया। उन्होंने फोर्स को संबोधित करते हुए कहा कि वह लोगों के बीच जाकर साकारात्मक तरीके से भाईचारा कायम करें तथा सुनवाई, सहानुभूति और सहायता के तहत लोगों की सेवा करें। ये तीन मंत्र सेवा, सुरक्षा और सहयोग के साथ पुलिस का हर जवान अमल में लाएगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द बनाने के लिए बातचीत का ही सहारा लें। किंतु अगर किसी असामाजिक तत्व को रोकने के लिए बल का प्रयोग करना पड़े तो उसे भी आजमाएं। 

प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल की सोच है कि अच्छी तरह चिंतन करके समाज के विकास में सहयोग करना हर किसी का कर्तव्य है। इसमें पुलिस कर्मियों को सरकार ने जो जिम्मेदारी दी है, उस पर खरा उतरने के लिए हर मुलाजिम को जानमाल की सुरक्षा के लिए हर समय आगे रहना होगा। पुलिस कर्मियों को अपनी भूमिका ईमानदारी से निभाते हुए जनता का विश्वास जीतना होगा। उन्होंने कहा कि आरक्षण की आड़ में किसी को भी कानून तोडऩे की इजाजत नहीं है। इसलिए जब भी कोई ऐसा आंदोलन हो, उसमें पूरी निष्पक्षता के साथ अपनी ड्यूटी अदा करें। डॉ. सिंह ने कहा कि आंदोलन के समय गैर हाजिर होना कायरता होता है। इसलिए किसी भी मुलाजिम पर कायरता का कलंक ना लगे, इसके लिए ऐहितियात बरतनी होगी और विपरीत परिस्थितियों में ड्यूटी देने के लिए हर समय तैयार होना होगा। 

इस मौके पर उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने अपने कर्मियों के लिए कई अहम फैसले लिये है। इस मौके पर उन्होंने मुलाजिमों से उनकी समस्याएं और सुझाव भी पूछे तथा मौके पर ही उनका समाधान किया । इस अवसर पानीपत  पुलिस अधीक्षक  राहुल शर्मा  करनाल पुलिस अधीक्षक  जसंनदीप रंधावा  व जिला पानीपत के सभी उप पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे ।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static