हथनीकुंड में घटा पानी का लेवल, यूपी को सप्लाई बंद, दिल्ली के लिए हुई कटौती

punjabkesari.in Saturday, May 13, 2017 - 01:00 PM (IST)

यमुनानगर (सुमित ओबरॉय):हथनीकुंड बैराज में पानी केवल नाम का ही रह गया है। वहां पानी का लैवल गिर चुका है। यमुना नदी में कम पानी होने की बात को सिंचाई विभाग के अधिकारी ने स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि यमुना नदी का जल स्तर 2600 क्यूसिक पर पहुंच चुका है। हथनीकुंड बराज को अपने लिए 9 हजार क्यूसिक पानी हर हाल में चाहिए। उनका कहना है कि हरियाणा के अलावा दिल्ली व यूपी को भी पानी दिया जाता है। अब से यूपी को सप्लाई बंद कर दी गई है और दिल्ली के लिए कटौती कर दी गई है। 

इससे पहले 28 दिसंबर 2003 को भी यमुना नदी का जल स्तर 1067 क्यूसिक तक पहुंच गया था। उस समय भी पानी को लेकर काफी हाहाकार मचा था। बीते सालों की तुलना में इस बार यमुना नदी में कम पानी होने की बात को सिंचाई विभाग के अधिकारी भी स्वीकार करते है। सिंचाई विभाग के सुप्रिडेंट इंजीनियर हथनीकुंड ने बताया कि एन.जी.टी. के आदेशानुसार सबसे पहले 352 क्यूसिक पानी यमुना नदी में पशु पक्षियों के लिए छोड़ा जाता है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार दिल्ली को पानी दिया जाता है और बाद में यूपी व हरियाणा को पानी सप्लाई दी जाती है। वर्तमान में दिल्ली को 761 क्यूसिक पानी दिया जा रहा है… इसके अआवा 12 मई 1994 में हुए एमओयू के अनुसार यूपी व दिल्ली को पानी दिया जा रहा है। उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि पानी की कमी के कारण इससे पहले भी कई बार यूपी का पानी बंद किया गया। 

उल्लेखनीय है कि यमुना नदी में पानी का बहाव पिछले कुछ दिनों से रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर पर चल रहा है। जल बहाव स्तर 1648 रह गया, जबकि5400 क्यूसेक पानी को कम से कम सामान्य माना जाता है। बता दें कि 12 मई 1994 में हथनीकुंड बैराज का शिलान्यास किया गया था। उस समय हरियाणा के सीएम भजनलाल के अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत, दिल्ली के सीएम मदनलाल खुराना के अलावा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मौजूद थे। 


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