10 साल की बच्ची से दुष्कर्म मामला: PGI रोहतक में हुआ गर्भपात

punjabkesari.in Saturday, May 20, 2017 - 02:10 PM (IST)

रोहतक (दीपक भारद्वाज):सौतेले पिता की हवस का शिकार हुई, 10 साल की बच्ची का  पी.जी.आई में डॉक्टरों के बोर्ड ने गर्भपात किया। गर्भपात के बाद पीड़िता की हालत सामान्य है। उसका गायनी विभाग में उपचार चल रहा है। पांच डॉक्टरों के बोर्ड ने गर्भपात किया है। बच्ची के स्वास्थ्य की रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है।
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पी.जी.आई के डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची एकदम ठीक है। दवाईयां खिलाने के कुछ घंटे तक तो मां को पास में रहने दिया गया, लेकिन 8 घंटे तो डॉक्टरों ने उसका उपचार किया। इस दौरान मां की सांसें अटकी रही। शहर की एक कॉलोनी की रहने वाली 10 साल की बच्ची के गर्भपात को लेकर पिछले 3 दिन से प्रक्रिया चल रही थी। उसे दवाईयां दी जा रही थी। उसके टैस्ट कराए जा रहे थे। पी.जी.आई के फोरेंसिक, रेडियोलॉजी, गायनी, साइकेट्री और डेंटल विभाग के 5 डॉक्टर बच्ची के उपचार में लगे हुए थे। देर रात ही बच्ची के गर्भपात करने का काम शुरू हो गया था। शुक्रवार की दोपहर तक डॉक्टरों ने यह काम पूरा किया। करीब चार बजे तक बच्ची बेहोश रही। इसके बाद उसे होश आया। बच्ची का गर्भपात इलाका मजिस्ट्रेट सीमा दलाल के आदेश पर करवाया गया है। इस मामले में खुद बच्ची की मां ने पुलिस को अर्जी दी थी। इस बच्ची के साथ उसके सौतेले पिता ने ही कई माह तक दुष्कर्म किया। जब वह गर्भवती हो गई, तो बच्ची की मां ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज करके सौतेले पिता को जेल भेज दिया था।
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पी.जी.आई के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अशोक चौहान ने बताया कि बेहद गंभीर मामला था। स्थिति ऐसी थी कि पहले बच्ची को इसके लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर तैयार किया गया, उसके बाद ही  डाक्टरों की टीम ने गर्भपात किया है। बच्ची की जान को भी खतरा था, लेकिन डाक्टरों की कुुशलता के चलते इस काम को अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में मानसिक संतुलन बनाए रखना सबसे ज्यादा जरूरी था, क्योंकि बच्ची की उम्र बेहद कम थी। चाइल्ड वेलफेयर के चेयरमैन डॉ. राजसिंह का कहना है कि पीडिता के पुर्नवास के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी इस संबंध में कारवाई करेगा। पहले इस मामले की जांच कराई जाएगी कि आखिर पीडिता का पिता जीवित है या फिर असल में मर गया था। पुर्नवास करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। साथ ही पीड़िता से यह भी पता किया जाएगा कि वह अपने परिवार के साथ रहना चाहती है या नहीं।


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