छात्रवृत्ति नहीं बांटने वाले 36 कॉलेजों के प्रिंसिपलों पर गिर सकती है गाज

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2017 - 08:52 AM (IST)

चंडीगढ़(अविनाश पांडेय):हरियाणा सरकार भले ही सरकारी योजनाओं को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाने का दंभ भरती हो, लेकिन समाज के कमजोर वर्गों को उनका ही हक नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश के करीब 36 कालेजों में लंबे समय से अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के बच्चों को छात्रवृत्ति नहीं बांटी गई। यह हाल तब है कि तब छात्रवृत्ति का बजट भी कालेजों में पहुंचा हुआ था। समय से छात्रवृत्ति नहीं बांटने के कारण लाखों रुपए लैप्स भी हो गया है। गौरतलब है कि अप्रैल के पहले सप्ताह में रिव्यू मीटिंग के दौरान उच्चतर शिक्षा विभाग के अफसरों को प्रदेश के 36 कालेजों में छात्रवृत्ति नहीं बांटने का पता चला था। जिसके बाद उक्त विषय पर मीटिंग में बीते 7 अप्रैल को ही उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डा. महावीर सिंह ने इस तरह के सभी कालेजों को स्पष्टीकरण मांगने का आदेश निदेशक ए. श्रीनिवासन को दिया था। जिसके बाद इस बाबत राज्य के 36 कालेजों को यह पत्र भेजकर तुरंत ही स्पष्टीकरण भेजने को कहा गया है। दोषी पाए जाने वाले प्रिंसीपलों पर गाज गिर सकती है।

इन कालेजों में नहीं बंटी छात्रवृत्ति 
उच्चतर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की मीटिंग में प्रदेश के इन 36 कालेजों में समय से छात्रवृत्ति नहीं देने की बात सामने आई। इनमें अम्बाला छावनी राजकीय कालेज में 1 करोड़ 21 लाख 67 हजार की राशि अलॉट हुई थी। जिसमें से 13 लाख 29 हजार की रकम बकाया है। इसी क्रम में जी.एस. साहा में 7,34,400 की रकम अलॉट हुई और 3,36,000 बचने के कारण लैप्स हुई है। जी.एस. नारायणगढ़ में 92,67,000 अलाट हुई और 9,65,000 बची। भिवानी कालेज में 1,65,75,000 जबकि बची 14,73,000, जी.सी. लोहारु 74,64,000 अलॉट हुई व बची 7,74,000 इसी तरह से तोशाम जी.सी. को अलॉट राशि 57,46,000 जबकि बची 11,27,000, इसी क्रम में जी.सी.डब्ल्यू. फरीदाबाद को 46,02,000 बची राशि 28,23,000, जी.सी. तिगांव 36,84,000 अलॉट हुई बची 1,86,000 इसी तरह से जी.सी. बौंदकला 25,72,000 अलॉट हुए जबकि बचे 3,49,000। इसी तरह से जी.सी. सैक्टर-14 गुरुग्राम 1,44,36,000 अलॉट हुए जबकि बचे 44,64,000 बचे। डी.जी.सी. गुरुग्राम में 1,61,64,000 बचे 43,02,000। जी.सी. गुरुग्राम सैक्टर-9 में 48,60,000 जबकि बचे 19,90,000 इसी तरह से जी.सी. सिद्धरवाली 22,08,000 बचे 6,14,000 जी.सी. हिसार में हालात कुछ इस तरह से हैं-मिले 1,27,29,000 बचे 8,83,500 इसी तरह से जी.सी. झज्जर में 73,17,000 बचे 10,00,000, जी.सी. बिरोहर 15,00,000 बचे 3,96,000 इसी तरह से जी.सी. जींद में 83,31,000 जबकि बचे 41,23,000, जी.सी.डब्ल्यू. जींद में 59,00,000 बचे 7,14,000 जी.सी. कैथल में 25,56,000 बचे 3,30,000 और जी.सी. करनाल 1,11,06,000 बचे 12,22,500 इसी तरह से जी.सी. घरौंडा में 19,32,000 जबकि बचे 11,64,000 जी.सी. भरियान कुरुक्षेत्र  42,90,000 बचे 10,14,000 जी.सी. नारनौल 87,39,000 बचे 9,57,000, जी.सी. कृष्ण नगर 22,74,000 बचे 3,88,000 जी.सी. सतनाली 35,85,000 मिले और बचे 3,75,000..। इसी क्रम में जी.सी. नागल चौधरी 42,82,000 बचे 9,70,00 जी.सी.डब्ल्यू. 29,52,000 जबकि बचे 7,32,000 जी.सी. कनीना 52,47,000 बचे 10,95,000 इसी तरह से जी.सी. सैक्टर-1 पंचकूला 63,84000 मिले बचे 15,90,000 रुपए। इसी तरह से जी.सी.डब्ल्यू. पंचकूला 25,92,000 बचे 2,40,000,  जी.सी. कनवाली 44,22,000 बचे 20,78,000 जो पैसा लैप्स हो गया। जी.सी. खरखौदा 18,76,000 मिले बचे 8,28,000, जी.सी.डब्ल्यू. रोहतक 1,33,08,000 बचे 9,12,000 जी.सी. रोहतक को 1,50,36000 बचे 11,22,000 इसी तरह से महम जी.सी. 51,39,000 मिले बचे 8,29,000 जी.सी. गोहाना को मिले 59,58,000 बचे 29,46,000, इसी तरह से बचा हुआ पैसा लैप्स हो गया।

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डा. महावीर सिंह के अनुसार किसी भी सूरत में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में इस तरह के सभी कालेजों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया था। जिसमें से अधिकांश लोगों के जवाब आ चुके हैं, जिसकी समीक्षा करने के बाद कोताही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
 


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