22 जिलों में कैग से कराया जाएगा दवा उपकरण की खरीद का स्पेशल आॅडिट: विज

punjabkesari.in Tuesday, Mar 20, 2018 - 10:41 AM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): पांच जिलों में दवा, उपकरण और अन्य सामान की खरीद में घोटाले के इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला के आरोपों पर सरकार ने संज्ञान लिया है। 22 जिलों में पिछले तीन वर्ष में एनएचएम और मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजना के तहत की गई खरीद की कैग से स्पेशल ऑडिट कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी सिफारिश कर दी है। आरोपों के बाद जिलों से लेकर चंडीगढ़ तक दिनभर सरगर्मी तेज रही। डीजी हेल्थ सतीश अग्रवाल ने जहां आधी रात को फोन कर 5 जिलों के सीएमओ से अगले ही दिन रिपोर्ट मांगी वहीं महकमे के मंत्री अनिल विज ने आला अधिकारियों के साथ सचिवालय में विचार-विमर्श किया। इसके बाद प्रदेश में कई जगह स्टेट ड्रग कंट्रोलर की टीम ने जांच भी शुरू कर दी। फतेहाबाद, हिसार, जींद, रेवाड़ी और रोहतक के सीएमओ को डीजी हेल्थ ने तलब कर जानकारी ली। 

सगुन ट्रेडिंग कंपनी के पते पर मिला खाली कमरा
स्टेट ड्रग कंट्रोल नरेंद्र आहूजा ने बताया कि हिसार में जीके ट्रेडिंग कंपनी के पते पर एक होजरी की दुकान मिली है, जो 2006 से चल रही है। सगुन ट्रेडिंग कंपनी के पते पर एक छोटा खाली कमरा मिला। वहां मकान मालिक ने बताया कि उनका बेटा कुछ काम करता है। दोनों कंपनियों से रेवाड़ी और फतेहाबाद में दवा की खरीद का आरोप है। 

सांसद के आरोपों का मंत्री ने आंकड़ों से दिया जवाब 
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मीडिया के सामने कहा कि केवल 40 करोड़ 89 लाख रुपए की ही परचेज हुई है तो 300 करोड़ का घोटाला कहां से हो गया। रोहतक में दवा खरीद में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। वहां सीएमओ ने हेपेटाइटिस-बी की दवा प्रदेश मुख्यालय से स्वीकृति लेने की बाद खरीद की है। 5 लाख से ज्यादा की खरीद के लिए ऑन लाइन टेंडर करने का प्रावधान है, लेकिन आपातकाल में मरीजों को दवा देना जरूरी था।


 


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