विधायकों के दबाव में बढ़ा मंत्रियों का रुतबा

punjabkesari.in Thursday, Apr 20, 2017 - 01:47 PM (IST)

चंडीगढ़(बंसल /पांडेय):सरकार की कार्यशैली से नाराज चल रहे विधायकों के विरोध का साइड इफैक्ट दिखना अब शुरू हो गया है। विधायकों के दबाव से सरकार ने मंत्रियों की पॉवर बढ़ा दी है। नए आदेशों में अब मंत्रियों को प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अफसरों के तबादले की पावर भी दे दी गई है। पहले यह तबादले मुख्यमंत्री सैल में तैनात ओ.एस.डी. के जरिए होता रहा है। पहली बार किसी सरकार में मंत्रियों को प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अफसरों के तबादले की पावर दी गई है। इससे पहले सिर्फ तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों के तबादले की पावर ही मंत्रियों को मिलती रही है। अब सरकार के नए आदेश से मंत्रियों के दरबार में विभागीय अफसरों का हुजूम जुटना शुरू हो जाएगा। 

बताया गया कि सरकार ने यह कवायद विधायकों के रोष को देखते हुए की है, जिसमें विधायक अपने स्तर पर मंत्रियों से मिलकर तबादला करा सकेंगे। विधायकों में इस बात को लेकर गुस्सा रहता है कि सरकार में उनकी सुनवाई नहीं होती। कर्मचारियों व अधिकारियों के तबादलों में भी उनकी नहीं सुनी जाती। चर्चाओं पर यकीन करें तो विधायकों और मंत्रियों को खुश करने के लिए ही सरकार ने प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अफसरों के तबादले की पावर दी है।

विधायकों को मिल सकेंगे मनमाफिक अफसर 
मंत्रियों को प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अफसरों के तबादले की पावर देकर सरकार ने विधायकों को मनमाफिक अफसर देने की कवायद शुरू की है। बताया गया कि सरकार के खास विधायकों को अब अपने-अपने क्षेत्र में बी.डी.पी.ओ., एक्सईन, एस.डी.ओ. स्तर के मनमाफिक अफसरों को लगवाने का मौका मिल जाएगा। हालांकि सरकार में कुछ ऐसे मंत्री भी हैं जो विधायकों की बातों को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं, ऐसे में उन मंत्रियों के विभागों में विधायकों की चलती है या फिर मंत्री की। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static