चंडीगढ़ छेड़छाड़ मामला: नोटिस के बाद विकास पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

punjabkesari.in Wednesday, Aug 09, 2017 - 09:53 AM (IST)

अम्बाला:आई.ए.एस. अधिकारी की बेटी का पीछा करने के मामले में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला की गिरफ्तारी के लिए चारों ओर से दबाव बन रहा है। अब तक प्रदेश की राजनीति में भाजपा की किरकिरी करवाने वाला मुद्दा अब राष्ट्रीय स्तर पर छा गया है। इस मामले में ट्वीटर के माध्यम से आरोपी की गिरफ्तारी और प्रदेशाध्यक्ष के इस्तीफे की बात करने वाले राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती भी मुखर हो गई हैं। मायावती का कहना है कि भाजपा के बड़े-बड़े सूरमा नेता इस मुद्दे पर मौन हैं, बल्कि आरोपी को बचाने पर आमादा हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे पर लगे संगीन आरोपों पर सी.एम. खट्टर ने बचाव किया है। यही नहीं उनके हस्तक्षेप के बाद ही आरोपी को थाने से जमानत पर छोड़ दिया गया। 

उन्होंने कहा कि विकास बराला पर अपहरण का मुकदमा दर्ज करके तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वहीं प्रदेश में भी इनैलो, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इस मामले में पहले ही सुभाष बराला के इस्तीफे और विकास बराला की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आज केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर मामले पर संज्ञान लेने व चंडीगढ़ पुलिस को लड़की की शिकायत के अनुसार आरोपियों के खिलाफ दर्ज केस में जरूरी धाराएं जोडऩे के निर्देश देने की अपील की है। सूत्रों का कहना है कि दबाव बढ़ने के बाद चंडीगढ़ पुलिस इस केस में धाराएं जोडऩे के लिए कानूनी राय ले रही है। कानूनी राय लेने के बाद ही गिरफ्तारी हो सकती है।

केंद्र के दबाव में पुलिस:हुड्डा
रोहतक: पूर्व सी.एम. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस ने जिस प्रकार इस केस में कई धाराएं बदली हैं, उससे लगता है कि पुलिस सरकार के दबाव में है। विकास भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला का पुत्र है, इसलिए पूरी भाजपा अपने प्रदेशाध्यक्ष को बचाने में लगी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई और होता तो पुलिस उस पर सख्त कार्रवाई करती। इस केस में अगर सरकार ने वॢणका कुंडू को न्याय नहीं दिया तो कांग्रेस न्याय की लड़ाई लड़ेगी।

लोकसभा में काम रोको प्रस्ताव
हिसार: सांसद दुष्यंत चौटाला लोकसभा में बराला मामले की चर्चा को लेकर काम रोको प्रस्ताव लेकर आए। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ने सांसद के काम रोको प्रस्ताव सहित सभी प्रस्तावों पर चर्चा न करते हुए उन्हें खारिज कर दिया। सांसद ने आरोप लगाया कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार जानबूझकर इस मामले में प्रैशर बनाए हुए है और जांच को प्रभावित कर रही है। जांच निष्पक्ष हो, इसके लिए सरकार के हस्तक्षेप को खत्म किया जाए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए ताकि जांच प्रभावित न हो। पीड़िता के बयान पर दोबारा धाराएं जोड़ी जाएं। इसके अलावा सी.सी.टी.वी. फुटेज को भी फॉरैंसिक एक्सपर्ट की मदद से जांच में शामिल करें। उन्होंने कहा कि अगर समय मिला तो इस मामले को वह दोबारा सदन में उठाएंगे तथा सदन को बताएंगे कि किस तरह से सरकार के दबाव में धाराएं बदलकर आरोपी को थाने में ही जमानत दे दी जाती है।

चंडीगढ़ प्रकरण में स्वाति मालीवाल ने लिखा राजनाथ सिंह को पत्र
चंडीगढ/दिल्ली (वार्ता): इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आज केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर मामले पर संज्ञान लेने और चंडीगढ़ पुलिस को लड़की की शिकायत के अनुसार आरोपियों के खिलाफ दर्ज केस में जरूरी धाराएं जोडऩे के निर्देश देने की अपील की है। अपने पत्र में मालीवाल ने लिखा है कि लड़की लगातार अपने बयानों में कह रही है कि उन लड़कों ने उसके अपहरण की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन लड़कों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में अपहरण की कोशिश करने की धाराएं नहीं लगाईं जिसे लेकर लड़की, उसके परिवार और देश भर के लोगों में काफी नाराजगी है। पत्र के अनुसार आरोपी विकास बराला के पिता सुभाष बराला इस मामले में सीधे-सीधे अपने बेटे के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। उन्हें अपने बेटे के साथ न खड़े होकर देश की बेटी वॢणका के साथ खड़े होना चाहिए था। उन्होंने ऐसा नहीं किया और न ही अपने पद से इस्तीफा दिया।  मालीवाल के अनुसार देश में लड़कियों के साथ दुष्कर्म और छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में इस मामले में आरोपियों को कड़ी सजा दिलाकर गृह मंत्री एक ऐसा उदाहरण स्थापित करें जिससे भविष्य में कोई भी किसी महिला के खिलाफ कुछ भी गलत करने की नहीं सोच सके।

सी.बी.आई. करे मामले की जांच: अरोड़ा
चंडीगढ़: इनैलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि हत्या के प्रयास व अपहरण की धाराएं लगें व जांच सी.बी.आई. को दे देनी चाहिए। अरोड़ा ने कहा कि जब तक पुलिस को नहीं पता था कि यह सुभाष बराला का बेटा है, ईमानदारी से कार्रवाई हो रही थी। बाद में दबाव के चलते पुलिस की छवि दागदार हो गई। अरोड़ा ने कहा कि युवती की छवि मलिन करने की चेष्टा की जा रही है, जो नैतिक पतन का सबूत है।

पी.एम. मोदी बराला से इस्तीफा लें:प्रकाश
चंडीगढ़: रुचिका कांड में तत्कालीन डी.जी.पी. एस.पी.एस. राठौड़ के खिलाफ लडऩे वाले आनंद प्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री को सुभाष बराला से इस्तीफा लेना चाहिए। भाजपा ने यह नारा बेटी पढ़ाओ, बेटी उठाओ बना दिया है। वॢणका मामले में  पुलिस ने धाराएं बदली, यह भी राजनीतिक खेल है। आनंद प्रकाश ने कहा कि इस लड़ाई को वे लड़ेंगे व दोषियों को सजा दिलवा कर रहेंगे। कहा कि जो लोग वर्णिका के चरित्र पर अंगुली उठा रहे हैं उनके खिलाफ भी मामला दर्ज होने चाहिएं।
 


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