जानिए पुनीत से कैसे गैंगस्टर बना 21 वर्षीय कड़वा...पढ़िए पूरी कहानी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 20, 2016 - 06:40 PM (IST)

जींद (सुनील मराठा): जब उसकी उम्र पढऩे की थी और उसके साथी स्कूल में किताबों से भरा बैग लेकर पढऩे जाते थे, तब वह अपराध की दुनिया में कदम रखने लगा था। 21 साल की उम्र में ही उस पर 8 आपराधिक मामले दर्ज हो गए। वह अपने ही गांव के सरकारी स्कूल के स्टाफ और बच्चों के लिए दहशत बन गया था। उसकी गिरफ्तारी से स्कूल प्राचार्य से लेकर स्कूल के अध्यापकों और बच्चों ने राहत की सांस ली है।

यह कहानी है दालमवाला गांव के पुनीत उर्फ कड़वा की, जिसे जींद पुलिस ने कई दिनों की भागदौड़ के बाद मंगलवार को जींद के समीपवर्ती गांव पिंडारा के पास से गिरफ्तार कर लिया। कड़वा के आपराधिक ट्रैक रिकार्ड को लेकर मंगलवार को जींद के एस.पी. शशांक आनंद ने बताया कि दालमवाला के सरकारी स्कूल के प्राचार्य से एक लाख रुपए की चौथ मांगे जाने के मामले में आरोपी कड़वा अपराध की दुनिया में अपना नाम कमाना चाहता था। 

इसी नाम कमाने के चक्कर में छोटी सी उम्र में ही कड़वा ने अपराध की दुनिया में कदम रखा और कई ऐसे अपराध कर डाले जिनके बारे में सोचने से ही आम आदमी के रोंगटे खड़ेे हो जाते हैं। कड़वा ने 21 वर्ष की उम्र में आने तक जींद, भिवानी तथा रोहतक में हत्या, लूटपाट, डकैती जैसी कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया। इनमें से कई वारदातें तो ऐसी थी, जो उसने नाबालिग उम्र में की थी। इन वारदातों के पीछे पुनीत उर्फ कड़वा का एक ही मकसद था कि वह अपराध की दुनिया में अपना नाम कमाए और रुपया इकट्ठा कर सके। इसी सोच ने कड़वा को एक शातिर अपराधी बना दिया। अब कड़वा के पुलिस के हत्थे चढऩे से कई वारदातों का खुलासा होने की संभावनाएं बन गई हैं।


नकल करवाने से रोकने से शुरू हुआ आपराधिक सफर
दालमवाला गांव के कड़वा का आपराधिक सफरनामा उसे स्कूल में परीक्षा में नकल करवाने से रोके जाने से हुआ था। बाद में जब उसने गांव के सरकारी स्कूल के प्राचार्य सुरेंद्र वर्मा से एक लाख रूपए की चौथ मांगी, तब गांव के साथ-साथ जींद पुलिस के लिए वह सिरदर्द बना। प्राचार्य से चौथ मांगने और चौथ नहीं मिलने पर कड़वा ने जिस तरह 2 बार हथियारों से लैस होकर पुलिस के तमाम इंतजामों को धत्ता बता स्कूल में दस्तक दी, उससे वह पूरे स्कूल स्टाफ के साथ-साथ गांव के लोगों के लिए भी दहशत बन गया था। यहीं से वह चर्चा में आया और जींद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए कमर कसी।


जींद, रोहतक, भिवानी में कड़वा पर दर्ज हैं आपराधिक मामले दर्ज
जींद के एस.पी. शशांक आनंद के अनुसार कड़वा पर जींद ही नहीं बल्कि रोहतक और भिवानी में भी कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं और पुलिस को इसकी काफी समय से तलाश भी थी। कड़वा पर हत्या, लूट और डकैती सहित कई अन्य वारदातों के मामले विभिन्न थानों में दर्ज थे। पुलिस के अनुसार कड़वा की उम्र लगभग 21 वर्ष है और उसने इतनी छोटी सी उम्र में ही कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया। कड़वा के परिजनों ने भी उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए उसे घर से बेदखल कर दिया था।

स्कूल तथा अध्यापकों की सुरक्षा को लेकर रहेगा तैनात पुलिस बल
पिंडारा गांव के पास से कड़वा की गिरफ्तारी होने से हालांकि पुलिस ने राहत की सांस ली है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से अभी भी स्कूल के बाहर प्राध्यापक और अध्यापकों की सुरक्षा के पुलिस तैनात रहेगी। एस.पी. के अनुसार जब तक कड़वा के साथियों को भी गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक स्कूल के बाहर पुलिस का पहरा रहेगा। 


कड़वा से पूछताछ में जानकारी जुटाएगी पुलिस
कड़वा को पुलिस द्वारा अब अदालत से रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है ताकि रिमांड के दौरान पुलिस पुनीत उर्फ कड़वा से उसके साथियों, वारदातों के बारे में जानकारी जुटा सके। इसके अलावा उसने अब तक किन-किन वारदातों को अंजाम दिया और इसके लिए वह हथियार कहां से लाया और उसके साथ कौन थे, के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। 


कड़वा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर बन गया था भारी दबाव
दालमवाला गांव के सरकारी स्कूल में दहशत का पर्याय बन चुके गांव के ही कड़वा की गिरफ्तारी के लिए जींद पुलिस पर भारी दबाव बन गया था। उसकी दहशत के मारे 2 बार गांव के सरकारी स्कूल पर ताला जड़ दिया गया था। सोमवार को तो स्कूल का पूरा स्टाफ भय के मारे स्कूल छोड़ जींद पहुंच गया था। बाद में डी.सी. विनय सिंह ने स्कूल का ताला खुलवाकर पढ़ाई शुरू करवाई थी। कड़वा की गिरफ्तारी में कई दिन तक जींद पुलिस के नाकाम रहने पर यह मामला हरियाणा के पुलिस महानिदेशक डॉ. केपी सिंह, हिसार रैंज के आई.जी. ओपी सिंह तथा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास तक पहुंचा था और इन अधिकारियों के साथ-साथ जींद के डी.सी. विनय सिंह ने जींद के एस.पी. को आरोपी कड़वा की गिरफ्तारी के लिए निर्देश जारी किए थे। कड़वा की गिरफ्तारी नहीं होने से जींद पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद जींद पुलिस की साख बची है तथा उसमें लोगों का भरोसा फिर से कायम हुआ है।


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