डी.सी. के आदेशों की अवहेलना, नहीं सुधरा जी.टी. रोड

punjabkesari.in Wednesday, Oct 11, 2017 - 03:59 PM (IST)

करनाल: देश के सबसे शानदार रोड में से एक जी.टी. रोड पर सुहाने सफर का आनंद उठाने वाले लोगों को सी.एम. सिटी करनाल पहुंचते ही झटकों का सामना करना पड़ता है। अरबों रुपए की लागत से बने इस सड़क में जहां बड़े-बड़े गड्ढे और उखड़ी बजरी से आए दिन हादसे होते रहते हैं, वहीं कर्णश्वेर मंदिर के पास रोड के 2 फुट अंदर बना फुट ओवरब्रिज भी हादसे को दावत दे रहा है। रोड में सुधार के लिए उपायुक्त डा. आदित्य दहिया ने एक माह पूर्व जी.टी. रोड की देखरेख करने वाली सोमा कंपनी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए एक माह के अंदर रोड को सही करने का निर्देश दिया था। साथ ही कहा था कि अगर अब कोई हादसा होता है तो कंपनी पर एफ.आई.आर. दर्ज किया जाएगा लेकिन इस निर्देश के बाद भी कंपनी सड़क सुधार की अनदेखी कर दुर्घटना को बढ़ावा दे रही है।

सीवरेज के खुले मुंह दे रहे हैं हादसों को न्यौता
राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले में कई जगह स्थिति बेहद खतरनाक बनी हुई है। कई ऐसे प्वाइंट हैं जहां पर सामने नाला नजर आता है और उसके पास कोई अवरोधक नहीं लगा हुआ। कई जगह तो सॢवस लेन के साथ ही नाले में गहरा गड्ढा बना हुआ है। यही नहीं नाले को हर जगह से आज तक ढका नहीं जा सका। जिस कारण वाहन का पहिया उसमें गिरने का अंदेशा बना रहता है। फ्लाईओवर से पानी निकासी वाली नाली के नीचे मिट्टी का कटाव हो रहा है। यदि अधिक बरसात होती है तो मिट्टी का कटाव जारी रहेगा और फ्लाईओवर को नुक्सान पहुंचेगा।

योजना का घुटा दम
करनाल जिले की सीमा में कोहंड से समानाबाहु तक कई जगह हाईवे पर फुट ओवरब्रिज बनाने की योजना थी। निर्माण कंपनी ने लोहे के फुट ओवरब्रिज कई जगह तो तैयार किए लेकिन शहर के आसपास इलाके में इस योजना का दम घुट गया। लोहे के फुट ओवरब्रिज का मैटीरियल जी.टी. रोड किनारे जंग के हवाले है। जिस कारण जी.टी. रोड पार करते वक्त हादसों में लोग जान गंवा रहे हैं। शहर की सीमा में जी.टी. रोड के नीचे बनाए गए अंडरपास किसी काम के नजर नहीं आ रहे। कभी पुलिस इनको बंद करवा देती है तो कभी यह खुले नजर आते हैं। इनके बनाने की योजना पर भी सवाल खड़े हुए हैं। न तो इन्हें ऐसे प्वाइंट पर दिया गया जहां से इनका फायदा होता। जनता को तो मुख्य चौराहों से ही जी.टी. रोड पार करके शहर में आना-जाना पड़ता है। जबकि हाईवे के कुछ अंडरपास को लेकर संशय बना हुआ है कि इनका क्या होगा।

जिला उपायुक्त आदित्य दहिया ने कहा की सोमा कंपनी को पहले जिला प्रशासन की तरफ से आदेश दिए गए थे कि एक महीने के अंदर जो भी हाईवे पर गड्ढे हैं उनको जल्द ठीक किया जाएगा और इस दौरान हाईवे पर कोई हानि या दुर्घटना होती है उसकी भरपाई सोमा कंपनी ही करेगी और आला अधिकारियों के इस कंपनी की लापरवाही की जानकारी दी जाएगी।
 


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