100 नंबर पर आई.वी.आर. शुरू होनेे से पहले दिन आई 400 कॉल

punjabkesari.in Saturday, Dec 09, 2017 - 02:01 PM (IST)

करनाल(नरवाल):पुलिस कप्तान द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम को आधुनिक साफ्ट वेयर आई.वी.आर. के साथ जोडऩे के बाद जहां हर रोज 600 से 700 कॉल रिसीव होती थी, वहीं पहले आई.वी.आर. के शुरू होने के बाद लगभग 400 फोन ही रिसीव हो पाई। नए सिस्टम के चलते पहले ही दिन से 300 काल एक दिन में कम हुई हैं। पुलिस विभाग के अनुसार पहले जिन व्यक्तियों को पुलिस सहायता की जरूरत होती थी। 

उनको पुलिस सहायता नहीं मिल पाती थी और अन्य कोई फेक काल 100 नंबर पर लगा जाती थी, जिसमें काल को खत्म करने में 2 से 3 मिनट का समय लग जाता था, जिस व्यक्ति को पुलिस सहायता की जरूरत होती थी। उसे फोन पर अंगेज या फिर व्यस्त होने की सूचना मिलने के बाद फोन कट जाता था। जिससे उस व्यक्ति को पुलिस सहायता नहीं मिल पाती थी और व्यक्ति को पुलिस की तरफ से निराशा ही हाथ लगती थी लेकिन पुलिस कंट्रोल रूम को आधुनिक सॉफ्टवेयर आई.वी.आर. के साथ जोडऩे से कोई भी व्यक्ति इस सेवा से वंचित नहीं रह पाएगा। 

कतार वाइज ही आएगा नंबर
पुलिस कप्तान जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि पहले जब कोई व्यक्ति पुलिस कट्रोल रूम में पुलिस सहायता के लिए फोन करता था। नंबर बिजी होने के कारण उस व्यक्ति का फोन कट जाता था लेकिन अब कोई भी व्यक्ति अगर पुलिस कंट्रोल रूम में काल करता है, तो उसे आई.वी.आर. को फोलो करने के बाद जब 1 दबाया जाएगा अगर पुलिस कंट्रोल में कोई भी रिसीवर पर काल नहीं होगी तो काल तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में रिसीव होगी। अगर सभी रिसीवर किसी दूसरी काल पर होंगे तो उनके काल कतार में लग जाएगी और जब भी किसी रिसीवर की काल समाप्त होगी तो तुरन्त उस व्यक्ति की काल पुलिस कंट्रोल रूम में लैंड हो जाएगी। जिस व्यक्ति ने आई.वी.आर. पर पहले 1 दबाया है तो उसकी सबसे पहले कॉल रिसीव होगी और बाद जिस व्यक्ति ने बाद में काल की उसकी काल कतार में आ जाएगी।  
 


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