जेल जाने के बाद राम रहीम पर एक और मुसीबत!

punjabkesari.in Monday, Sep 25, 2017 - 04:54 PM (IST)

यमुनानगर(हरिंदर सिंह): राम रहीम के जेल में जाने के बाद एक और मुसीबत आ गई है। राम रहीम पर आरोप लगा था कि वह अपना राज जानने वाले को मारकर उसके शव को जमीन में दबाकर ऊपर से पौधा लगा देता था। डेरा प्रमुख के खिलाफ ऐसे संगीन आरोप लगने के बाद लोगों ने सिरसा पुलिस में डेरा सच्चा सौदा से गायब हुए लोगों के बारे में गुमशुदी की रिपोर्ट लिखानी शुरू कर दी है। अब पुलिस थाने में वे लोग पहुंच रहे हैं, जिनके परिवार के सदस्य डेरा सच्चा सौदा में रहते हुए गायब हुए हैं। एक सप्ताह के दौरान ही 21 शिकायतें सिरसा पुलिस के पास गुमशुदगी को लेकर आ चुकी हैं। इन गुमशुदा लोगों की लिस्ट में जिला यमुनानगर के भी दो लोग हैं जो लंबे अरसे से गायब है। उनके परिवार अब तक इसलिए चुप थे क्योंकि वे समझ रहे थे कि वे डेरे के अंदर ही हैं लेकिन अब पूरे डेरे में संगत नहीं रही। सभी अपने घर चले गए अौर वे अभी तक घर नहीं पहुंचे को परिवार को चिंता हुई कि कहीं उनके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हुई है। अब वे पुलिस से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
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यमुनानगर के थानछप्पर एरिया के मुस्ताबाद से 17  साल का शिशपाल सन 2014 से गायब है। इसके परिवार का कहना है कि शीशपाल अपने दादा-दादी और गांव के कुछ लोगों के साथ डेरे में नाम दान लेने गया था और रात को वहां सोने के बाद गायब हो गया था। कुछ लोगों ने उसे देखा लेकिन परिवार को आज तक नहीं मिला। उसके गम में इसके दादा-दादी की मौत हो गई और आज इसके माता-पिता उसे ढूंढने की कोशिश में दिन रात भटक रहे हैं। इसे लेकर इन्होंने सिरसा में शिकायत भी दी थी लेकिन तब बाबा के दबाव के चलते कुछ नहीं हुआ और अब भी पुलिस केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर रही है। 
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डेरे से जुड़ी दर्द भरी एक और कहानी भी यमुनानगर से ही है। 50 वर्षीय ज्ञानचंद पुत्र रूपराम रसूलपुर बिलासपुर यमुनानगर सन 2012 से गायब है जो कभी गांव का सरपंच हुआ करता था। वह गांव के बीस लोगों के साथ डेरे में नामदान लेने गया था। डेरे के चक्कर में ऐसा गयाब हुआ कि आज तक नहीं मिला। जिस वक्क्त वो गायब हुआ तब उसकी लड़की की शादी होने वाली थी। परिवार में पांच बेटियां और एक बेटा है जिसमें से चार की शादी हो चुकी है अभी एक बेटी कुंवारी है। ज्ञान के गायब होने की रिपोर्ट भी उस वक़्त डेरे की न लिखकर बल्कि डेरे से कुछ दूर एक गांव की लिखी गई। राम रहीम के जेल में जाने के बाद एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं।

डीजीपी बीएस संधू ये कह चुके हैं कि डेरे के खिलाफ जो भी शिकायत आएगी उसकी गहनता से जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। अब गायब हुए लोगों के सच से पर्दा कब उठेगा ये तो आे वाला वक्त ही बताएगा लेकिन इन लोगों केबाद डेरे में नर कंकाल की बात भी सच लगती सी नजर आ रही है। 

अब तक डेरा से गायब हुए लोगों की गुमशुदी की रिपोर्ट 
-डेरा से वर्ष 2008 में गायब हुआ था अंबाला सिटी का 45  वर्ष का राजीव अग्रवाल
-वर्ष 2008 से गायब है शहदाब। परिजनों को डेरा प्रमुख के काफिले के आगे लेटता हुआ दिखाई दिया था।
-चरखी दादरी थाने के गांव तिवाला की 22 वर्षीय रेनू भी डेरा से गायब है। उसका पत्ता चल चुका है वह डेरे से नहीं जाना चाहती। उसके परिजने उसे लेने आए थे लेकिन उसने जाने से इंकार कर दिया था।
-अंबाला केंट कका 32 वर्षीय सोनू उर्फ टेकचंद वर्ष 2012 से गायब।
-नेपाल निवासी 70 वर्षीय अमल प्रसाद भी डेरे से वर्ष  2014 से गायब है।
-62 वर्षीय मोहन लाल पुत्र अतरचंद 2016 से गायब है।
-27  साल की छिंद्रपाल कौर पत्नी सुखदेव सिंह घड़साना मंडी भी डेरे से वर्ष  2012 से गायब है। 
-पंजाब के मानसा जिले के गांव बरेटा का 32 वर्षीय सतपाल पुत्र बलवंत सिंह वर्ष  2013 से गायब है।
-कैथल निवासी 21 साल का अर्जुन पुत्र महेंद्र सिंह वर्ष 2014 में गायब हो गया था। 
-17 साल का शिशपाल पुत्र गुरदेव सिंह निवासी छाप्पर यमुनानगर वर्ष  2014 से गायब है।
-फतेहाबाद जिले के गांव भिरडाना की  36 वर्षीय लाली पत्नी प्रकाश भी वर्ष 2011 से गायब है।
-26 साल की प्रियंका पत्नी रमेश गांव शिरहेड़ा थाना बरवाला हिसार  वर्ष 2011 से गायब है। 
-50 वर्षीय ज्ञानचंद पुत्र रूपराम निवासी यमुनानगर वर्ष  2012 से गायब है। 
-24 वर्षीय  बिटू सिंह पुत्र नेबसिंह निवासी अंबाला वर्ष 2012 से गायब है।


 


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