रंगीन मछलियां दूर करेंगी युवाओं की बेरोजगारी

punjabkesari.in Thursday, Nov 19, 2015 - 08:38 PM (IST)

पानीपत,(सरदाना) : घरों में रखे फिश एक्वेरियम में तैरती रंग बिरंगी छोटी-छोटी मछलियां आखिर किसे नहीं लुभातीं। जाहिर है कि बच्चों से लेकर बडे तक घरों में मछलियां पालने के शौकीन हैं। यही कारण है कि फिश एक्वेरियम यानि मछलियां पालने के लिए बनाए जाने वाले शीशे के शोकेस की बिक्री में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। 
रंगीन मछलियों के शौकीनों की बढ़ती तादाद को भुनाने और इसी को ही व्यवसाय के तौर पर स्थापित करते हुए युवा बेरोजगारों की संख्या को कम करने का एक प्रयास प्रदेश के मत्स्य विभाग द्वारा भी शुरू कर दिया गया है। प्रदेश मत्स्य विभाग ने ओरनॉमेंटल फिश यानि रंगीन मछलियों की तादाद को बढाने, इन्हें पालने, एक्वेरियम बनाने और मछलियों की बिक्री से ही अपना कारोबार स्थापित करने को लेकर एक नए प्रोग्राम की शुरुआत की है। इस प्रोग्राम के तहत मत्स्य विभाग की तरफ से न केवल इच्छुक युवाओं को ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी बल्कि 25 प्रतिशत की सबसीड़ी पर एक लाख रुपए तक का ऋण भी प्रदान किया जाएगा। मत्स्य विभाग के महानिदेशक आर.के.सांगवान का कहना है कि युवा इस कारोबार से जुडक़र प्रति माह अच्छी कमाई कर सकते हैं।
विदेशों की तर्ज पर छोटी-छोटी रंगीन मछलियां पालने का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। फिश एकवेरियम का नाम दीमाग में आते ही आंखों के सामने शॉपिंग मॉल,स्कूल, कॉलेज,निजी संस्थानों व अपने परिचितों के घरों में रखे एक्वेरियम में तैरती रंग बिरंगी मछलियों की तस्वीर उभर आती हैं। आंखों और दिल को सुकून देने वाली मछलियां अच्छी लगती हैं और यही कारण है कि दिनोंदिन बाजार में एक्वेरियम शॉपस खुलने का सिलसिला भी तेज हो रहा है। अकेले हरियाणा प्रदेश की बात करें तब मत्स्य विभाग के अधिकारी इस बात को स्वीकार करते हैं कि ओरनामेंटल मछलियों का यह कारोबार आज करोड़ों रुपए तक जा पहुंचा है और इसमें भी तेजी से इजाफा हो रहा है। इसे देखते हुए मत्स्य विभाग ने ओरनामेंटल मछलियों को बेरोजगारी से जोड़ते हुए युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने की एक योजना तैयार की है।

दो सौ से चालीस हजार रुपए तक बिकता है मछली का जोड़ा
रंगबिरंगी मछलियों की अनेक ऐसी प्रजातियां हैं जो लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। आमतौर पर एक्वेरियम में संतरी रंग की गोल्डन फिश तैरती दिखाई देती है लेकिन विभाग द्वारा ब्लैक स्वार्ड, मोली और स्मॉल शार्क प्रजाति का बीज भी उपलब्ध करवाया जाएगा। महानिदेशक आर.के.सांगवान के मुताबिक मछली का एक जोड़ा बाजार में दो सौ रुपए से मिलना शुरू होता है। इनकी चमक, सुंदरता और प्रजाति के मुताबिक इनके दामों में वृद्धि होती है और इनके दाम चालीस हजार रुपए जोड़ा तक पहुंच जाते हैं।
फेंगशुई और वास्तु के लिहाज से अच्छी हैं रंगीन मछलियां
घरों में वास्तु शास्त्र और चाईनीज फेंगशुई का भी इन दिनों काफी प्रभाव देखने को मिलता है। वास्तु व फेंगशुई की जानकारी रखने वाले पारस बुद्धिराजा इस संबंध में कहते हैं कि मछलियां गृह शांति के लिए भी अच्छी मानी जाती हैं। घर की वास्तुस्थिति के मुताबिक यदि घर में सही स्थान पर एक्वेरियम में मछलियां रखी जाती हैं तब उसे शुभ माना जाता है। यह फलदायक मानी जाती हैं। इसके साथ ही इनके भीतर धरती के कंपन को महसूस करने की अद्भुत क्षमता होती है। यदि भूकंप आने वाला होता है तब उससे कुछ देर पहले ही ये अलग तरीके से व्यवहार दिखाते हुए संकेत देना शुरु कर देती हैं।

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