कई दिनों की आफत के बाद अब हरियाणा को मिली राहत, ओडिशा से आक्सीजन का स्टॉक पहुंचा हरियाणा

punjabkesari.in Thursday, May 06, 2021 - 01:36 PM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा): एक बार फिर से हरियाणा में कोरोना से जंग को जीतने के लिए सरकार ने अब प्रबंधों को लेकर तेजी से कदम उठाए हैं। बिगड़ती स्थिति, कोरोना के बढ़ते ग्राफ और लॉकडाऊन के बीच अब ऑक्सीजन से लेकर जरूरतमंदों को राशन देने, अस्पतालों में तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाने को लेकर खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तो एक्टिव हैं ही, वहीं उनके मंत्री, विधायक व सांसद भी अब फील्ड में ही हैं ।  हरियाणा में ऑक्सीजन का स्टॉक भी आ गया है। इसके बाद एक बड़ी राहत हरियाणा को मिली है। मंगलवार को राहत की खबर यह रही कि उड़ीसा से ऑक्सीजन का स्टॉक हरियाणा पहुंच गया है। सरकार की संजीदगी से उड़ीसा के राऊरकेला से रेलगाड़ी के जरिए 9 टैंकरों में ऑक्सीजन का स्टॉक फरीदाबाद में पहुंचा। स्वयं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया के जरिए इस आशय की जानकारी दी। होम आइसोलेशन में रह कर इलाज कर रहे कोरोना मरीज़ों को
ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।

हरियाणा का आक्सीजन कोटा बढ़ा
 गौरतलब है कि मंगलवार को हरियाणा में करीब 205 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंची। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विशेष प्रयासों के बाद ही केंद्र सरकार ने हरियाणा के ऑक्सीजन कोटे में करीब 30 मीट्रिक टन की वृद्धि की है। अब ऑक्सीजन का स्टॉक आने के बाद अस्पतालों में उपचाराधीन गंभीर कोरोना मरीजों को राहत मिलेगी। हरियाणा में इस समय 1209 कोरोना संक्रमित मरीज ऑक्सीजन पर जबकि 216 वेंटिलेटर्स पर हैं। ऑक्सीजन का स्टॉक आने के साथ ही हरियाणा सरकार ने कोरोना को लेकर संजीदा प्रबंध किए हैं। कोरोना वॉरियर्स जिनमें चिकित्सक, नर्सेज,पैरामैडीकल स्टाफ, कैमिस्ट संचालक, पुलिस अफसर व पुलिस जवान लगातार अपनी सकारात्मक भूमिका अदा कर रहे हैं। हरियाणा में इस समय 43 कोविड अस्पताल, 181 कोविड स्वास्थ्य केंद्र और 377 कोविड केयर सैंटर में कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। हरियाणा के इन केंद्रों में करीब साढ़े 34 हजार आइसोलेशन बैड का प्रबंध है।

मैडीकल स्टाफ को दी बड़ी राहत
हरियाणा सरकार ने कोरोना महामारी में जनता की सेवा में लगे डॉक्टरों,  पैरामेडिकल व आवश्यक सेवाओं संबंधित स्टाफ के लिए अहम निर्णय लेते हुए उन्हें बड़ी राहत देने का फैसला किया है । सरकार ने अपने एक बड़े फैसले में प्रदेशभर में लोक निर्माण विभाग के सभी विश्राम गृहों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल व आवश्यक सेवाओं से जुड़े स्टाफ का रहना व खाना मुफ्त कर दिया है। इस संबंध में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि सरकार ने यह फैसला महामारी में अपना कर्तव्य निभा रहे डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ की सुविधाओं को देखते हुए लिया है।

उन्होंने कहा कि इससे कोरोना की संकट की घड़ी में प्रदेश के नागरिकों की सेवा में लगे यह कर्मचारी घर ना जाकर अब पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में मुफ्त में रह सकेंगे। दुष्यंत चौटाला ने  कहा कि इससे उनमें संक्रमण फैलने का भय भी कम होगा और उन्हें रहने के लिए उचित सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार डॉक्टरों, पैरामेडिकल व आवश्यक सेवाओं संबंधित स्टाफ के लिए विश्राम गृहों में मुफ्त में भोजन उपलब्ध करवाने की व्यवस्था भी करेगी ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। यह कार्य संबंधित जिला के उपायुक्त व  सिविल सर्जन की देखरेख में होगा ।

मंत्रियों व अफसरों के फील्ड में उतरने से हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग
विशेष बात यह है कि कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लगातार सक्रिय हैं। वे अब तक करीब 10 से अधिक जिलों में दौरा कर स्थिति का जायजा ले चुके हैं। इसके साथ ही प्रत्येक जिलों में मंत्रियों व अधिकारियों की विशेष जिम्मेदारी लगाई गई है। प्रत्येक जिले में सीनियर आईएएस अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। चिकित्सीय डिग्री रखने वाले 8 आईएएस और आईपीएस को भी फील्ड में उतारा गया है। मंत्रियों व अफसरों के फील्ड में उतरने के सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। अब जहां स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से हरकत में आ गया है तो वहीं लोगों में भी कोरोना को लेकर भय बढ़ता नज़र आने के साथ साथ लोग कोविड नियमावली का भी पालन करते दिखाई देते हैं।

सकारात्मक पहलू यह है कि कोविड के इस संकटकाल में सत्ता पक्ष व विपक्ष भी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। सरकार के अलावा विपक्ष ने इस मुद्दे पर संवेदनशीलता दिखाई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने पार्टी के ओर से विशेष सैल गठित किया है तो सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक विशेष हैल्पलाइन सेवा शुरू की। इनैलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भी सिरसा में कोविड सैंटर बनाने के लिए देवीलाल विद्यापीठ का अस्पताल उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा। जजपा की ओर से प्रत्येक जिले में टीम का गठन किया गया है तो भाजपा संगठन की ओर से भी प्रत्येक जिले में कोरोना को लेकर संयोजक नियुक्त किए गए हैं।

रिकवरी रेट हुआ स्थिर
हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से हर रोज औसतन 12 हजार केस आ रहे हैं। अब तक 5 लाख 27 हजार लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। 78.28 प्रतिशत रिकवरी के साथ करीब 4 लाख 18 हजार लोगों के रिकवर होने के बाद अब करीब 1 लाख 4 हजार एक्टिव केस हैं। 4626 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई है। राहत की बात यह है कि अब पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए केसों का आंकड़ा भी स्थिर है और अब तीन दिन से रिकवरी रेट भी स्थिर चल रहा है।

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Content Writer

Manisha rana

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