ऐसा भी होता  हैं... नेताओं ने बनाये अपने यूट्यूब चैनल !

punjabkesari.in Friday, Jul 31, 2020 - 02:40 PM (IST)

अपने संपर्कों को प्रभावी बनाने और अपनी गतिविधियों को समर्थकों तक पहुंचाने के लिए नेताओं ने यूट्यूब चैनल बना लिए हैं, अभी तक फेसबुक, ट्विटर  और व्हाट्सएप ग्रुप छाए रहने के बाद ये यूट्यूब चैनल अधिक प्रभावी हो रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गृहमंत्री अनिल विज और सांसद संजय भाटिया के यूट्यूब चैनल चल रहे हैं। भाजपा नेताओं में अधिक सक्रियता और लगन है इसलिए सोशल मीडिया पर अन्य दल के  नेताओं की तुलना में  वे अधिक छाए रहते हैं। भाजपा नेताओं को निर्देश है कि लोगों से संपर्क का कोई अवसर हाथ से न जाने दें।

घटनाक्रमों पर अपनी त्वरित  प्रतिक्रिया देने के अलावा चौराहे पर रेहड़ी पर खड़े होकर केले खाने से लेकर सड़क पर घायल मिले व्यक्ति को हॉस्पिटल तक पहुंचाने के सेवा कार्यो का बखूबी बखान किया जाता है। नेताओं के कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण भी होता है, किसी संत महात्मा से आशीर्वाद लेने तक के कार्यक्रम को प्रचारित किया जाता है। अपने अपने सोशल मीडिया के अकाउंट को सशक्त बनाने के लिए पेशेवर लोगों की सेवाएं भी ली जाती है। किसी भी महान नेता की जयंती और  पुण्यतिथि का अहसास भी इनसे होता हैं।                  

भारी पड़ी सोशल मीडिया पर टिप्पणी !                 
भाजपा के एक मंडल  स्तर के पदाधिकारी को पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी पर टिप्पणी इतनी भारी पड़ गई कि उन्होंने अब सोशल मीडिया से ही सन्यास ले लिया है। इस पदाधिकारी ने विधायक के विरोधी नेता के पक्ष में गुणगान कर दिया, विधायक को यह सब नागवार गुजरा, सबक सिखाने के लिए उन्होंने अपने ही पार्टी के मंडल स्तरीय पदाधिकारी की पत्नी जो सरकारी सेवा में थी, का तबादला जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर करा दिया। पदाधिकारी ने सफाई दी और भविष्य में ऐसी टिप्पणी से बाज आने की शपथ भी ली, परंतु विधायक टस से मस नहीं हुए। अधिकारियों ने यह कहकर हाथ खड़े कर दिए कि उन पर दबाव है, विधायक के बिना वह कुछ नहीं कर सकते। काफी मान   मनोवल के बाद  विधायक का दिल पसीजा और मंडल नेता की पत्नी के तबादला आदेश वापस हुए।

 


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Edited By

Manisha rana

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