बेरोजगारी, किसान आंदोलन व पेपर लीक मुद्दों पर कॉल अटेंशन मोशन को रद्दी की टोकरी में फेंका गया: किरण

punjabkesari.in Wednesday, Aug 25, 2021 - 05:49 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): पूर्व मुख्यमंत्री की पुत्रवधू एवं कांग्रेस की कद्दावर महिला नेत्री किरण चौधरी ने विधानसभा सेशन को लेकर सरकार की कार्यशैली पर पूरी तरह से प्रश्न चिन्ह लगाए हैं। किरण ने कहा कि उन्होंने बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, किसानों और पेपर लीक जैसे कई ज्वलंत मुद्दों पर कॉल अटेंशन मोशन लगाए। किसानों को लेकर नो कॉन्फिडेंस मोशन भी लगाया। लेकिन सभी को रद्दी की टोकरी में फेंकने का काम किया गया। 

उन्होंने कहा कि भिवानी, दादरी, महेंद्रगढ़ मे पानी की कमी को लेकर हाहाकार मचा है, नहरों में पानी छोड़ा नहीं जा रहा, लेकिन इस पर भी मंत्री गुमराह करने की कोशिश करते रहे। इनकी सरकार में 7 साल में 24 पेपर लीक हुए। मैंने कॉलिंग अटेंशन लगाया। मैंने कहा युवा हताश है। लेकिन शिक्षा मंत्री कुंवर पाल गुर्जर खड़े होकर बोले कि कोई हताश नहीं है। आप ऐसे ही बात कर रही हैं। लेकिन मैं पूछना चाहती हूं कि युवा अप्लाई करता है। उसके बाद एग्जाम की तैयारी करता है। फिर पेपर देने जाता है। खर्चा करता है और पता लगता है कि पेपर लीक होने के कारण कैंसिल कर दिया गया। इससे अधिक हताशा यूथ के लिए क्या हो सकती है।

किरण चौधरी ने कहा कि यह सरकार प्राइवेट संस्थानों में प्रदेश के युवाओं के लिए 75 फ़ीसदी का जो बिल लेकर आई थी, उस पर आज तक कुछ नहीं हुआ। यह बहुत हैरानी की बात है और सरकार विपक्ष को गुमराह करने की कोशिश में लगी रही। किरण चौधरी ने कहा कि आखिर परिवार पहचान पत्र की आवश्यकता क्या थी ? सरकार की खुद की कंपनी जो आईटी से डीलिंग करती है, उसने सरकार को पहले ही कह दिया था कि इससे सिक्योरिटी आसानी से लीक हो सकेगी। कोई आम हैकर भी आसानी से किसी की भी गोपनीयता में सेंध लगा सकेगा। केंद्र को भी चिट्ठी लिखी गई। उसके बावजूद भी यह बिल लाया गया।आज कोई व्यक्ति टीका लगवाने जाता है, अस्पताल में एडमिट होता है, रजिस्ट्री करवाता है, उसे अपने कागज अपना आधार कार्ड दिखाना होगा। आप समझ सकते हैं कि क्या इससे दुरुपयोग नहीं हो सकेगा। 

उन्होंने कहा कि यह एजेंडा बहुत गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। क्योंकि परिवार पहचान पत्र में परिवार के हर सदस्य के पैन कार्ड, बैंक डिटेल और परिवार के हर सदस्य के बैंक अकाउंट, आधार कार्ड, पहचान पत्र तक जोड़े गए हैं। जिसके बाद आपके व परिवार के अन्य सदस्यों के खातों में कितने पैसे हैं, किस-किस के नाम कितनी जायदाद है, सब सामने आ जाएगा और उसका आसानी से दुरुपयोग किया जा सकेगा।

इसके साथ किरण चौधरी ने कहा कि परिवार पहचान पत्र में जोड़े गए वोटर आईडी कार्ड के बारे में भी मैंने सवाल किया। मैंने पूछा कि इसमें यह जोड़ने का कारण क्या है? क्योंकि सत्ता में बैठी हुई पार्टी इससे आसानी से अपने हक में दुरुपयोग कर सकेगी। इस अथॉरिटी के चेयरमैन मुख्यमंत्री और अधिकारी इसके मेंबर होंगे यानि सारी टीम सरकार की होगी और इस अथॉरिटी के खिलाफ एक आम व्यक्ति कुछ नहीं कर पाएगा और यह अपने हक में किसी भी प्रकार से इसका इस्तेमाल कर सकेंगे। किरण चौधरी ने कहा कि जीरो आवर की जो शुरुआत विधानसभा में की गई, यह विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता का एक अच्छा कदम है और सभी प्रदेशों की विधानसभाओं में जीरो आवर होता है। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता अच्छा काम करते हैं और भी कई अच्छे बदलाव किए गए हैं। 
 

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Content Writer

vinod kumar

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