भाजपा नेता की काली कमाई पर चला बुलडोजर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 23, 2021 - 08:22 PM (IST)


गुडग़ांव, ब्यूरो: मंगलवार को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टर 24-25 में अब तक की सबसे बड़ी तोडफोड़ की कार्रवाई की। गांव नाथूपुर की करीब 3 एकड़ जमीन पर 1500 कच्ची दुकान और  झुग्गियां डली हुई थी। इन्हें विरोध के बीच मलबे में मिला दिया। यहां एचएसवीपी की करीब 4 एकड़ जमीन पर अभी और कब्जा है। 24 और 25 नवंबर को यहां दोबारा तोडफ़ोड़ की जाएगी। इस अभियान में ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के रूप में नायब तहसीलदार नेहा यादव मौजूद थीं।

एचएसवीपी के एस्टेट ऑफिसर जितेंद्र कुमार के आदेश पर मंगलवार सुबह 11 बजे तोडफ़ोड़ दस्ता यहां पहुंच गया। तोडफ़ोड़ दस्ते का नेतृत्व एसडीई सर्वे सत्यनारायण कर रहे थे। जूनियर इंजीनियर संदीप लोट ने बताया कि यहां अवैध रूप से डली कच्ची दुकानों और झुग्गियों को खाली करने के लिए एक घंटे की मोहलत दी गई। तोडफ़ोड़ दस्ते के पहुंचने के बाद यहां हडक़ंंप मच गया। कुछ लोग इस तोडफ़ोड़ का विरोध करने लगे तो थाना डीएलएफ के अडिशनल एसएचओ देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में करीब 200 पुलिस कर्मियों ने इन्हें खदेड़ दिया। लोट ने बताया कि तोडफ़ोड़ दस्ते के पास चार जेसीबी थी। एचएसवीपी के चार जूनियर इंजीनियर संदीप लोट, बलराज सिंह, नरेश राणा और परमिंद्र सिंह ने एक-एक जेसीबी और पुलिस टुकड़ी को अपने साथ लेकर तोडफ़ोड़ शुरू की। शाम 4 बजे तक करीब 3 एकड़ जमीन को अतिक्रमणमुक्त करवा दिया। अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी कि यदि दोबारा अतिक्रमण किया तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।

जूनियर इंजीनियर संदीप लोट ने बताया कि अभी इस गांव में करीब 4 एकड़ जमीन पर कब्जा है। यहां भी कच्ची दुकान और झुग्गियां डली हैं। इन्हें खाली करने के मौखिक आदेश दे दिए हैं। 24 और 25 नवंबर को इस गांव में दोबारा तोडफ़ोड़ अभियान चलाया जाएगा। एचएसवीपी की जितनी भी जमीन पर कब्जा है, उसे खाली करवाया जाएगा। लोट ने बताया कि जमीन को अतिक्रमणमुक्त करवाने के पश्चात टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट से इस जमीन की प्लानिंग करवाई जाएगी। यह जमीन गोल्फ कोर्स रोड पर है, जोकि बेशकीमती है।

इस जमीन का अधिग्रहण साल 2009 में एचएसवीपी ने किया था, जिसकी एवज में मुआवजा राशि दी जा चुकी है। यहां अधिकांश दुकान मीट की थी। इसके अलावा कबाड़ी, फर्नीचर, चार-पान के खोखे, कपड़े, जूते, परचून की दुकान के अलावा ढाबों का संचालन यहां किया जा रहा था। बताया जा रहा है पुराने कागजों में इस जमीन पर हुडा विभाग ने अपना कब्जा दिखा रखा है। 2012 से हुडा अधिकारियों की मिलीभगत से बादशाहपुर विधानसभा के एक बड़े भाजपा नेता द्वारा इस जमीन पर अवैध झुग्गियां और दुकाने निर्मित करके अवैध किराए की वसूली बीते 10 साल से की जा रही थी। यह जमीन हुडा विभाग ने अधिग्रहित की थी। जिस जमीन मुआवजा भी एक दशक पहले ही दिया जा चुका है। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Gaurav Tiwari

Recommended News

Related News

static