देशवासियों को समझाया क्यों जरूरी है मतदान, एक-एक वोट लोकतंत्र के लिए है जरूरी : रामदास मलिक

punjabkesari.in Saturday, May 18, 2024 - 06:30 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अब तक चार चरणों में मतदान हो गया है। अब तक 385 सीटों पर वोटिंग हो गई है। सात चरणों में चुनाव है और इस लिहाज से देखा जाए तो लगभग आधा चुनाव बीत गया। लेकिन अभी मतदान का प्रतिशत कम होना और वोटर का उदासीन होने ने राजनीतिक दलों की बेचैनी बढ़ा दी है। भाजपा ने भी अपने नेता,कार्यकर्ताओं और पन्ना प्रमुखों को संदेश दिया है कि मतदाताओं को घर से निकाल कर मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।  

 

दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता और चुनाव प्रबंधक समिति के संसाधन विभाग के सह प्रमुख व समाजसेवी रामदास मलिक ने कहा कि, भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र एक ऐसी शासन प्रणाली है, जिसके अंतर्गत जनता अपनी स्वेच्छा से निर्वाचन में आए हुए किसी भी उम्मीदवार को मत देकर अपना प्रतिनिधि चुन सकती है। लोकतंत्र शासन एक ऐसा रुप है,जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते है। दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक त्योहार भारत के लोकसभा चुनाव पर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की नजर है। अब तक देश में चार चरण का मतदान हो गया है। लेकिन आम मतदाताओं में वोटिंग को लेकर कम उत्साह  देखने को मिला। प्रथम चरण के मतदान में आशानुकूल वोटिंग नहीं हुई। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में अबकी बार बहुत कम वोटिंग हुई है। जो समीकरण में छह प्रतिशत हुई है। इसलिए लोकसभा चुनाव में जितना ज्यादा वोट पड़ेगा, लोकतंत्र उतना ही अधिक मजबूत और जीवंत बनेगा। अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर आम जनता को अपने राजनीतिक अधिकार का प्रयोग करने का मौका मिल जाता है। शासन व्यवस्था के अंदर आम जनता की भागीदारी का स्तर उतना ज्यादा ही ऊपर उठेगा। लोकतंत्र शासन व्यवस्था के रुप में सिर्फ सैद्धांतिक रुप से नहीं बल्कि व्यावहारिक रुप से एक शासन व्यवस्था के रुप में स्थापित होगा।

 

भाजपा नेता रामदास मलिक का कहना है कि, प्रजातंत्र के इस महोत्सव में भाग लेना न केवल आपका अधिकार है। बल्कि देश के प्रति आपकी अहम जिम्मेदारी भी है। आज देश में जनता की सरकार है। जनता का देश है। आपको अपने देश की तरक्की के लिए अपनी सरकार को चुनना है। आप अगर ये सोचकर घर बैठ जाएंगे कि आपके प्रिय नेता तो सरकार बनाने वाले और आपके एक वोट से कोई फर्क नहीं पड़ेगा तो यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि इस सोच के कारण भारत के विकास का दारोमदार किसी गलत हाथों में नहीं चले जाए। मेरी मतदाताओं से अपील है कि, मौसम की मार के कारण घर नहीं बैठना है। देश को विकास के मार्ग पर आगे ले जाना है।

 

रामदास मलिक का कहना है कि, मतदान ही सबसे बड़ा दान है। दान की महिमा संतों, विद्वानों और महापुरुषों ने खूब गाई है। हिंदू धर्म में पवित्र नदियों से स्नान, तीर्थ यात्रा, यज्ञ, हवन या कोई भी अनुष्ठान करते समय दान का अनुकल्प अनिवार्य है। अन्नदान, जलदान और वस्त्रदान की परंपरा की गाथा में प्राण दान का भी उल्लेख है। विद्या दान और कन्या दान की कथा तो आदिकाल से सुनी गई है। आज के युग में जब लोकतंत्र ने जगत को समेट लिया है,तब मतदान का विशेष प्रयोजन राज सत्ता के लिए हो रहा है। यह व्यवस्था का अंग है कि जनमत को स्वीकार किया जाएगा।इसलिए मतदान की महिमा विशिष्ट है। लोकतंत्र में जनमत ही निर्णायक है। इस जनमत का प्रयोग मतदान से ही संभव है, यह स्वाभाविक है। तो फिर मतदान ही लोकतंत्र का भाजक है। यह तथ्य देश की जनता को समझ आना चाहिए कि नागरिक अधिकार का स्त्रोत मतदान ही है। अन्य दोनों की तरह यह भी आत्मिक ऊर्जा का स्त्रोत है। मतदान का कतई राजनीति या समाज या व्यक्ति से नहीं जोड़ना चाहिए। इसके बजाय इसे आत्मसत्ता को भजनफल माना जाना चाहिए।

 

रामदास मलिक ने यह भी कहा कि, मतदान चाहे किसी भी संस्थान का हो, किसी केंद्र का है, किसी विषय का हो-तंत्र बल है। तंत्र के बिना मंत्र भी व्यर्थ  ही सिद्ध होगा। राजा हो या प्रजा, दोनों का संपूर्ण प्रभाव मतगणना से ही लगाना सैद्धांतिक है। व्यावहारिक गणित के अनुसार सही मतगणना ही जनजीवन की राह है। मतदान का दर्शन प्रथम नागरिक को ज्ञात हो और अंतिम नागरिक को भी। मतदाता से लोकतंत्र का अस्तित्व हैं। इस प्रकार वर्तमान युग में मतदान ही सबसे बड़ा दान है। राजनीतिक विकल्प नहीं है। इसलिए जरूरी है कि हम कम से कम खराब विकल्प को न चुनें। हम ऐसा चुनाव करें ताकि लोग नई सोच और खुद को संगठित करने के नए तरीके विकसित कर सकें। आज नए मतदाताओं को को लोकतंत्र की खातिर वोट जरूर करना चाहिए।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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