हरियाणा के इस जिले में गौशालाएं बनी कब्रगाह, RTI में हुआ बड़ा खुलासा

punjabkesari.in Thursday, Jan 23, 2020 - 07:40 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा के जिला सिरसा की गौशालाओं में गाेवंश की मौत को लेकर आरटीआई में बड़ा खुलासा हुआ है। अकेले सिरसा जिला में सवा साल मेें 10,772 गाेवंश की मौत हुई। अप्रैल 2017 से जुलाई 2018 के बीच 16 माह में औसतन 673 गाेवंश दम तोड़ते रहे। हरियाणा सरकार व जिला सिरसा प्रशासन खामोश रहे। जबकि एडीसी सिरसा की अध्यक्षता में दो बार हुई मीटिंगों में इतनी भारी संख्या में गौवंश की मौतों बारे चर्चा तक नहीं हुई। 

सर्वाधिक 1409 गाेवंश श्री कृष्ण गौशाला में मरे। सूचना अधिकार प्रहरी ने इतनी भारी संख्या में गौवंश के मरने की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। हरियाणा गौ सेवा आयोग की कारगुजारी भी गंभीर सवालों के घेरे में है। 

पानीपत के सूचना अधिकार प्रहरी पीपी कपूर ने बताया कि 5 सितंबर 2019 को गौ सेवा आयोग को आरटीआई लगाकर प्रदेश की सभी गौशालाओं में मरे गाेवंश की संख्या, लावारिस गौवंश की संख्या, जिला स्तरीय स्ट्रे कैटल फ्री कमेटियों द्वारा बनाए गए एक्शन प्लान, गौ रक्षकों की कुल संख्या, शेष पकड़े जाने वाले आवारा पशुओं की संख्या की सूचना मांगी थी। लेकिन हरियाणा गौ सेवा आयोग ने बिना कोई ठोस सूचना दिए आवेदन पत्र को महानिदेशक पशुपालन, सभी अतिरिक्त उपायुक्तों, सभी शहरी स्थानीय निकायों आदि को भेजकर अपना पल्ला झाड़ लिया। 

कपूर ने बताया कि सघन पशुधन विकास परियोजना सिरसा के उपनिदेशक ने अपने 18 अक्टूबर 2019 के पत्र द्वारा जिला सिरसा की गौशालाओं में अप्रैल 2017 से जुलाई 2018 की अवधि में मरे गाेवंश के चौंकाने वाले आंकड़े दिए हैं। इसके अनुसार इस अवधि में कुल 10,772 गाेवंश सिरसा के विभिन्न गौशालाओं में मरे। कपूर ने बताया कि 7 अगस्त 2018 को नगराधीश व 21 नवम्बर 2018 को एडीसी सिरसा की अध्यक्षता में बेसहारा पशु कल्याण समिति की उच्चस्तरीय बैठकें भी हुई। लेकिन इन दोनों बैठकों में बेसहारा गाेवंश की इतनी भारी संख्या में हुई मौत बारे कोई चर्चा तक नहीं की गई। 

उन्होंने आरटीआई से मिले इन जवाबों पर आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बेसहारा गाेवंश की दयनीय हालत व आवारा पशुओं से जनता को हो रही परेशानी से आंखें मूंदे हुए है। सरकार को इतनी भारी संख्या में गाेवंश के मरने की उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए। आवारा पशुओं के प्रकोप से जनता को मुक्त कराना चाहिए।


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Edited By

vinod kumar

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