नूंह जिला के दाे दर्जन युवाओं काे मिली जेई की नाैकरी, ग्रामीणों ने किया जाेरदार स्वागत
punjabkesari.in Tuesday, Jun 09, 2020 - 11:19 PM (IST)
मेवात (एके बघेल): भाजपा सरकार का सबका साथ- सबका विकास- सबका विश्वास का नारा सरकारी नियुक्तियों में पूरी तरह सही साबित हो रहा है। रविवार को जारी की गई जूनियर इंजीनियर की लिस्ट में जिले के तकरीबन दो दर्जन युवाओं का चयन हुआ है। इतने बड़े पैमाने पर एक ही लिस्ट में युवाओं का चयन होने से इलाके में खुशी की लहर है।
सोशल मीडिया से लेकर मोबाइल के माध्यम से एक-दूसरे को मुबारकबाद देने का सिलसिला जारी है। जिले के लोग हरियाणा के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की भी जमकर सराहना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह बात भी आम है कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजनलाल के बाद अगर किसी मुख्यमंत्री ने हरियाणा के सबसे पिछड़े जिले के युवाओं को नौकरी का अवसर दिया है तो उनमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम सबसे ऊपर है।
इस मौके पर नूंह खंड के गांव शाहपुर नगंली के युवा शोएब पुत्र सफी मोहम्मद का ग्राम पंचायत द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। गांव के अति गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले युवा शोएब ने सिविल से इंजीनियरिंग की थी। उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि प्रदेश की ईमानदार मनोहर सरकार में उनकी नियुक्ति आसानी से हो जाएगी।
गांव व क्षेत्र के युवाओं के लिए गर्व की बात
उन्होंने सरकार द्वारा बिना भेदभाव के नियुक्ति करने पर आभार प्रकट किया। इस मौके पर गांव के सरपंच हाजी अब्दुल्ला ने कहा कि यह उनके गांव व क्षेत्र के युवाओं के लिए बहुत ही गर्व की बात है, कभी मेवात क्षेत्र के युवाओं को प्रदेश में कहीं पर भी कोई स्थान नहीं मिलता था। लेकिन अब जिस तरह से मनोहर सरकार में युवाओं को स्थान दिया जा रहा है। उससे आने वाले समय में जिले के युवा अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीरता बरतेंगे। ऐसे में उन्होंने युवाओं से अनुरोध किया कि वह अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें, ताकि आने वाले समय में ओर तरक्की के पथ पर आगे बढ़ सके।
बता दें कि रविवार को जूनियर इंजीनियर की लिस्ट हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जारी की गई है। इस सूची में जिले के सबसे पिछड़े पुन्हाना खंड के तकरीबन दर्जनभर युवाओं का चयन हुआ है। पुन्हाना खंड के रावलकी गांव से तकरीबन 4 जूनियर इंजीनियर चयनित हुए हैं। आबादी के लिहाज से यह गांव बेहद छोटा है, लेकिन इस गांव ने शिक्षा के दम पर जिले में ही नहीं बल्कि प्रदेश में इस सूची के बाद एक अलग पहचान बनाई है। वैसे तो इस छोटे से गांव में अच्छे खासे सरकारी कर्मचारी हैं, लेकिन इस बार इस गांव ने जिले का रिकाॅर्ड तोड़ दिया है।
जिले में एक साथ कोरोना काल में तकरीबन दो दर्जन युवाओं को जेई की नौकरी मिलने से हर तरफ खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। भले ही भारतीय जनता पार्टी को वोट करने से मुस्लिम समाज के लोग कतराते रहे हो, लेकिन हरियाणा सरकार ने जिस तरह सभी जिलों को समान मानते हुए मेहनती, कर्मठ एवं संघर्षशील, होनहार युवाओं को बिना रिश्वत तथा बिना सिफारिश के नौकरी देने का अवसर प्रदान किया है। उससे सरकार की भूरि - भूरि प्रशंसा हो रही है।
वैसे भारतीय जनता पार्टी के नेता भी कहते रहे हैं कि उनकी सरकार में बिना खर्ची , बिना पर्ची के युवाओं को नौकरी बिना भेदभाव के मिलती है। रविवार को जारी हुई इस सूची में कम से कम भाजपा के नेताओं की इस बात पर तो सौ फ़ीसदी मोहर लग गई है। कुल मिलाकर अगर इसी तरह भारतीय जनता पार्टी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के नारे के तहत काम करती रही तो वह दिन दूर नहीं जब हरियाणा के इस मुस्लिम बाहुल्य जिला में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को भी कांग्रेस या अन्य दलों के उम्मीदवारों के बराबर ही वोट मिलेगा।