बेटी का ऑपरेशन कराने के नाम पर 4.13 लाख की ठगी, जाने क्या है मामला
punjabkesari.in Sunday, Jun 20, 2021 - 08:38 AM (IST)
फरीदाबाद : कौराली गांव के एक व्यक्ति की बीमार बेटी के ऑपरेशन के नाम पर उससे दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में काम करने वाले तीन कर्मचारियों ने 4 लाख 13 हजार की ठगी कर दी और ऑपरेशन भी नहीं किया। तिगांव थाना पुलिस ने पीड़ित पिता की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि गांव कौराली निवासी सुनील कुमार ने अजय पांडे, जितेन्द्र प्रसाद पांडे और सत्यप्रकाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई कि इन तीनों व्यक्तियों ने पीड़ित की 19 वर्षीय बेटी ईशिता भाटी का ऑपरेशन दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में कराने के नाम पर 4.13 लाख रुपए ठग लिए और ऑपरेशन भी नहीं हुआ और पैसा भी नहीं लौटाया।
यह है मामला
पिता सुनील कुमार ने बताया कि मेरी बेटी ईशिता भाटी उम्र 19 साल है उसको पेट से संबंधित बिमारियां है जो मेरी बेटी का ईलाज फोर्टिस अस्पताल फरीदाबाद के डॉ अमित मिगलानी के पास चल रहा था। उन्होंने बेटी का एमआरआई व सीटी स्कैन व ईन्डोस्कोपी करवाई और रिपोर्टो के आधार पर आंत में नली डालने व अन्य दो ओपरेशन ओर करने के लिए सुझाव दिया। सुनील कुमार ने बताया कि वह परेशान था इसलिए उसने डॉक्टर की सलाह पर दिल्ली के जीबी पंथ अस्पताल में अपनी बेटी का ईलाज करवाने का फैसला किया।
1 जून को वह बेटी को लेकर जीबी पंत अस्पताल दिखाने के लिए ले गया। जहां पर मुझे अजय पाण्डेय और जितेन्द्र पाण्डेय मिला और उसने मुझसे कहा कि वह इस अस्पताल के सर्जिकल विभाग मे कार्यरत है और चुकि अभी कोविड-19 के चलते अस्पताल मे ओपरेशन बंद है परन्तु चुकि मेरी बेटी की हालत काफी चिन्ता जनक है इसलिए वह मेरी बेटी का ओपरेशन करवा सकता है जिसके लिए उसने सुनील से 4 लाख रूपये की रकम खर्च होनी बताई। सारे ओपरेशन वह करवाने की बात कही। जिस पर सुनील राजी हो गया और उसने इन दोनों आरोपियों के द्वारा सुनील के गांव भेजे गए सत्यप्रकाश से 1 लाख रुपए ले लिए। बात में आरोपियों ने फाइल बनवाने के नाम पर 13 हजार रुपए और लिए।
इसके बाद जब जीबी पंथ अस्पताल में बात नहीं बनी तो उसने इतने ही पैसे में फरीदाबाद के मैट्रो अस्पताल में इलाज कराने की बात कह दी। उसने कहा कि सेक्टर-8 ईएसआईसी से रैफर करवाकर मैट्रो में मरीजों को ले जाएंगे और वहां उसका इलाज हो जाएगा। जिस पर पीड़ित सुनील ने बेटी की परेशानी को देखते हुए उसकी बात पर यकिन कर लिया और बचे हुए 3 लाख रुपए भी सुनील ने अपने भाई बलजीत को फोन कर अजय पाण्डेय को बाकि 3 लाख की रकम दिलवा दी। आरोपियों ने सेक्टर-8 ईएसआईसी नाइट ड्यूटी इंचार्च से मिलीभगत कर रैफर के फर्जी दस्तावेज बनवा दिए और पीड़ित को मैट्रो और ईएसआईसी सेक्टर-8 के चक्कर कटवाते रहे और मरीज का इलाज भी नहीं किया। पीड़ित सुनील को लगा की उसे ठगा जा रहा है तो उसने आरोपियों से अपना पैसा वापस मांगा। जो आरोपियों ने देने से मना कर दिया। अब सुनील की रिपोर्ट पर तिगांव पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ 4.13 लाख रुपए की धोधाधड़ी मामला दर्ज किया है।
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