अभय, भूपेंद्र, सुरजेवाला और शैलजा ने SYL खोदने वाली कस्सी को रखा पंजाब नेताओं के घर गिरवी: दिग्विजय

punjabkesari.in Saturday, Feb 19, 2022 - 06:57 PM (IST)

चंडीगढ(चन्द्रशेखर धरणी): जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने पंजाब विधानसभा चुनाव में हरियाणा के नेताओं द्वारा किए गए चुनाव प्रचार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे प्रदेशवासियों की पीठ में छुरा घोपने जैसा बताया है। दिग्विजय ने कहा कि इनेलो नेता अभय चौटाला, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला पंजाब चुनाव में जाकर दक्षिण हरियाणा की जीवनदायिनी एसवाईएल नहर के विरोधियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करके एसवाईएल खोदने वाली कस्सी को पंजाब के नेताओं के घर गिरवी रख आए हैं। दिग्विजय ने कहा कि इन चारों नेताओं ने कहीं अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते तो कहीं हाईकमान के आगे नतमस्तक होकर प्रदेशवासियों के साथ धोखा किया है और अपना असली चेहरा बेनकाब कर दिया है। जेजेपी प्रधान महासचिव ने कहा कि इन चारों नेताओं को इस कृत्य के लिए प्रदेश वासियों से माफी मांगनी चाहिए।

जेजेपी प्रधान महासचिव ने कहा कि बीते विधानसभा चुनाव से पहले अकाली दल की सरकार ने एसवाईएल नहर में मिट्टी भर कर अधिकृत जमीन को किसानों को वापिस कर दिया था और इसके बाद अभय चौटाला ने अकाली दल से सभी राजनीतिक रिश्ते तोड़ने की बात कही थी। दिग्विजय ने कहा कि यूं तो अभय सिंह खुद को कहीं जननायक तो कहीं जुबान का धनी कहते हैं, लेकिन उसी अकाली दल के समर्थन में किए गए चुनाव प्रचार ने अभय चौटाला का असली चेहरा जनता के सामने ला दिया है, और स्वघोषित जननायक ने दक्षिण हरियाणा की प्यास बुझाने वाली एसवाईएल नहर को रोकने वाले हाथों को मजबूत किया है जिसके लिए उन्हें जनता की अदालत का सामना करना होगा।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि बीते विधानसभा चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पंजाब चुनाव में प्रचार से मना कर दिया था लेकिन आज भी एसवाईएल का मुद्दा यूं का यूं अधर में लटका हुआ है और पंजाब की कांग्रेस सरकार एसवाईएल पर कुंडली मार कर बैठी है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने और कोर्ट के अनेकों आदेशों के बाद भी हरियाणा को उसके हक से वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा को यह डर है कि पंजाब चुनाव में प्रचार नहीं किया तो कहीं कांग्रेस हाईकमान उनसे और नाराज न हो जाए और उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा तो छोड़ो, नेता विपक्ष के पद से भी हाथ ना धोना पड़े। दिग्विजय ने कहा कि अपने बेटे को राजनीति में स्थापित करना भी भूपेंद्र हुड्डा जी की बड़ी प्राथमिकता है और इसके लिए वह कांग्रेस हाईकमान के सामने नतमस्तक हैं।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला तो हमेशा से हाईकमान के सामने नतमस्तक रहे हैं और इसी वजह से पिछले पंजाब चुनाव में भी कांग्रेस के प्रचार के लिए गए थे। उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं को जनता ने इसका सबक भी सिखाया है। दिग्विजय ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला ने पिछले चुनाव में 'पंजाब दा पानी पंजाब वास्ते' शीर्षक वाला घोषणा पत्र भी अपने हाथों से जारी किया था और अंजाम यह हुआ है कि खुद को देश की सबसे पुरानी पार्टी के बड़े नेता के रूप में पेश करने वाले सुरजेवाला बीते विधानसभा चुनाव में विधानसभा तक नहीं पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि रणदीप सुरजेवाला कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने सीएम की कुर्सी को राजमहल से निकालकर झोपडी में ला दिया है, उन्हें इस बार का जवाब देना चाहिए कि पौने 5 साल तक इस कुर्सी को राजमहल में रखने वाला कौन था।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ये चारों नेता कहीं अपने निजी राजनीतिक हितों तो कहीं हाईकमान के सामने नतमस्तक होने के चलते प्रदेश के हितों को पंजाब में गिरवी रख आए हैं और जनता सब देख रही है। उन्होंने कहा कि इसका हिसाब जनता ने इन नेताओं से पहले भी किया है और आने वाले समय में भी जनता की अदालत में इसका हिसाब होगा।


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Content Writer

Isha

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