किसान आंदोलन: पिछले 24 घंटे में 4 किसानों की मौत, बठिंडा का एक नौजवान शामिल

punjabkesari.in Sunday, Jan 03, 2021 - 06:51 PM (IST)

सोनीपत/बहादुरगढ़ (पवन/प्रवीण): केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 39 दिन से किसान आंदोलन जारी है। इस आंदोलन में करीब 50 किसानों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर 4 किसान दम तोड़ चुके हैं। इन 4 मृतक किसानों में दो हरियाणा और 2 पंजाब के हैं। मौत की वजह ठंड और हार्ट अटैक बताई जा रही है। 

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रविवार को टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल होने आए किसान जगबीर की हार्ट अटैक आने मौत हो गई। मृतक जींद जिले के गांव इंटल कलां का रहने वाला था। मृतक किसान 764 मेट्रो पिल्लर के पास ही रात गुजारता था, वह बीती रात को खाना और चाय पीने के बाद सो गया था। सुबह साथी किसानों ने उठाया तो अचेत अवस्था में मिला। रविवार का गांव में उसका अंतिम संस्कार किया गया।

सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में रविवार को शामिल दो किसानों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान सोनीपत के गांव गंगाना निवासी कुलबीर सिंह व पंजाब के जिला संगरूर के गांव लिदवा निवासी शमशेर सिंह के रूप हुई है। साथी किसानों ने बताया कि वह शनिवार रात तक स्वस्थ्य थे, केवल थोड़ी थकान महसूस कर रहे थे। रात में खाना खाने के बाद पॉरकर माल के पास टेंट में सो गए थे। 

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सुबह नहीं उठने पर उनके साथी किसानों ने जगाने का प्रयास किया तो बेसुध मिले। इसकी सूचना किसान आंदोलन में तैनात चिकित्सक को दी गई। चिकित्सक ने किसान को मृत घोषित कर दिया। उसके कुछ देर बाद पंजाब के जिला संगरूर के गांव लिदवा निवासी किसान शमशेर सिंह पुत्र निर्भय सिंह की हालत खराब हो गई। उनको तत्काल सामान्य अस्पताल भेजा गया, जहां पर उनको मृत घोषित कर दिया गया। 

इन सबके बीच सबसे दुखद गंभीर शनिवार को टिकरी बॉर्डर से आई। दिल का दौरा पडऩे से पंजाब के बठिंडा के 18 वर्षीय जश्नप्रीत की मौत हो गई। दरअसल. जश्नप्रीत सिंह की शनिवार देर रात अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे सिविल अस्पताल और फिर पीजीआई ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।


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vinod kumar

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