तांत्रिक विद्या में निपुण होने के लिए दुष्कर्म के बाद की बच्ची की हत्या, पुलिस के हत्थे चढ़ा हैवान

punjabkesari.in Thursday, Oct 27, 2022 - 08:01 PM (IST)

पानीपत(सचिन): 7 वर्षीय मासूम बच्ची की हत्या करने वाले आरोपी को पकड़ने में सीआईए वन की टीम को सफलता मिली है। आरोपी को पश्चित बंगाल के हावड़ा रेवले स्टेशन से दबोचा गया है। आरोपी की पहचान यमुनानगर में किराए पर रहने वाले योगश उर्फ शिवकुमार के रूप में हुई है। आरोपी ने दिवाली की रात दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या कर दी थी। उसने ऐसा तांत्रिक विद्या में निपुण होने के लिए किया है।

 

दिवाली की रात 7 वर्षीय बच्ची को उतारा था मौत के घाट

 

एएसपी विजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बच्ची की हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है। पूछताछ में आरोपी ने खुलाशा किया कि उसने तांत्रिक विद्या में निपुण होने के लिए मानव बलि के नाम पर 24 अक्तूबर को दिवाली की रात एक बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी। आरोपी अपने किराये के कमरे के पिछे खाली पड़े प्लाट में बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर शव को वही छोड़कर कमरे पर आ गया था। किसी को उस पर शक ना हो इसके लिए आरोपी बच्ची के परिजनों के साथ ढूंढने मदद करने लगा। आरोपी 25 अक्टूबर की सुबह करनाल में अपनी बहन के घर गया। इसी दौरान आरोपी को कही से जानकारी मिल गई कि पुलिस की टीमें आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। आरोपी पुलिस पकड़ से बचने के लिए उसी समय करनाल से दिल्ली चला गया। रात भर दिल्ली में घूमने के बाद 26 अक्तूबर को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से बंगाल वाली ट्रेन में बगैर टिकट चढ़ गया। पुलिस टीम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर छानबीन करते हुए आरोपी को पश्चिम बंगाल में हावड़ा रेलवे स्टेशन से काबू किया। आरोपी को सीआईए वन की टीम पश्चिम बंगाल के जिला हावड़ा माननीय न्यायालय में पेश कर राहदारी रिमांड पर पानीपत लेकर आ रही है।  

 

आरोपी को पकड़ने के लिए हवाई रास्ते से बंगाल पहुंची पुलिस

 

पुलिस की कुल 6 टीमें विभिन्न पहलूओं पर जांच में जुटी हुई थी। सभी टीमें दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार मामलें की जांच पड़ताल में जूटी रही। टीम ने पिड़ित परिवार के आस पड़ोस के सभी लोगों से पूछताछ की। जिस दौरान उसी बिल्डिंग में किराए पर रहने वाले योगेश उर्फ शिवकुमार के कमरे पर वारदात के बाद से ही ताला लगा मिला। शक के आधार पर पुलिस टीम ने योगेश उर्फ शिवकुमार के बारे में जानकारी जुटाई थी। आरोपी के फोन की लोकेशन लगातार बदलती रही। इनमें यूपी के अलीगढ़, मौजपुर, फिरोजाबद रेलवे स्टेशन के आसपास की लोकेशन शामिल थी। इस दौरान आरोपी बीच-बीच में मोबाइल को स्विच ऑफ भी कर रहा था। सीआईए वन की तीन अलग-अलग टीमों को यूपी व बंगाल के लिये रवाना किया। इनमे से एक टीम हवाई रास्ते से कलकता पहुंची। पुलिस टीम ने हावड़ा जीआरपी के सहयोग से आरोपी को हावड़ा रेलवे स्टेशन पर काबू कर पूछताछ की तो आरोपी ने वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली।

 

आरोपी का पहले भी रहा है आपराधिक रिकार्ड

 

आरोपी जिला यमुनानगर के थाना शहर में वर्ष 2014 में दर्ज पॉक्सो एक्ट के एक मामले में सजायाफ्ता अपराधी है। आरोपी को उक्त मामले में 2015 में 5 वर्ष की सजा भी हुई थी। आरोपी साल 2019 में सजा पूरी होने पर जेल से बाहर आया था।

 

यह था पूरा मामला

 

गौरतलब है कि शहर के पुराना औद्योगिक थाने में 25 अक्तूबर की सुबह एक युवक ने शिकायत देकर बताया था कि वह मूल रूप से यूपी के लखीमपुर जिले का रहने वाला है। उसकी दो बेटियां है। बड़ी बेटी की उम्र 7 वर्ष है। 24 अक्टूबर को दिवाली की रात करीब 9 बजे उसकी बेटी घर से दुकान पर गई थी, जो वापस नहीं आई। उसने परिवार सहित बच्ची की तलाश भी की, लेकिन बच्ची का कहीं कोई पता नहीं लगा। पुलिस ने पिता की शिकायत पर अपहरण की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर दी थी। 25 अक्टूबर को ही बच्ची का शव घर के पीछे झाड़ियों में पड़े होने बारे सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने अपहरण की धाराओं में दर्ज केस में पॉक्सो एक्ट की धाराएं जोड़कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। 

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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