हरियाणा में 8398 जवान मंडियों में संभालेंगे कमान, खरीद में खलल बर्दाश्त नहीं

punjabkesari.in Friday, Apr 24, 2020 - 01:02 PM (IST)

चंडीगढ़: हरियाणा की मंडियों और खरीद केंद्रों में अनाज की खरीद का काम सुचारु रूप से चलें। किसी प्रकार का कोई खलल न हो और न ही हड़ताल की वजह से कोई माहौल खराब हो। इसके लिए सरकार ने अब मंडियों और खरीद केंद्रों पर 8398 जवानों की तैनाती करने का फैसला किया है। ये जवान पुलिस और गृह रक्षी ( होमगार्ड) एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के होंगे। 1399 अनाज मंडी और खरीद केंद्रों पर 15 अप्रैल से सरसों की और 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद का काम चल रहा है।

कुछ दिनों से गेहूं खरीद के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में आढ़ती संगठनों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल की हुई है। जिस वजह से कई मंडी और खरीद केंद्रों पर गेहूं खरीद का काम ठप था और वहां अपनी फसल लेकर पहुंचे किसान खासे परेशान थे। इसी माहौल को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अब प्रदेश के सभी मंडियों व खरीद केंद्रों में 5000 पुलिस जवानों और 3398 होमगार्ड जवानों को नियुक्त करने का फैसला लिया है। होमगार्ड के जवान मंडियों में पहुंच चुके हैं।

जबकि पुलिस जवान भी जल्द तैनात कर दिए जाएंगे। पुलिस महकमे के एक आला अफसर के अनुसार सभी जिला पुलिस प्रमुखों को इस संदर्भ में निर्देश दे दिए गए हैं। मंडी और खरीद केंद्रों में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो और माहौल खराब करने की कोशिश भी न की जाए, किसानों का अनाज चोरी न हो, इसलिए जवानों की तैनाती की जा रही है। इसके अलावा पुलिस उपाधीक्षक और थाना एवं चौकी प्रभारी भी समय-समय पर बड़ी अनाज मंडियों का दौरा करते रहेंगे।

उधर, कमांडेंट जनरल होमगार्ड हरियाणा की ओर से सभी जिलों के कमांडेंट को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में होमगार्ड जवानों और वॉलिंटियर्स की ड्यूटी तुरंत प्रभाव से अनाज मंडी और खरीद केंद्रों पर लगाएं। ये होमगार्ड जवान भी जिलों की पुलिस लाइन में ही रिपोर्ट करेंगे।

किस जिले में कितने होमगार्ड जवान
मुख्यालय द्वारा कुल 3398 होमगार्ड जवानों में से पंचकूला के लिए 80, अंबाला के लिए 400, कुरुक्षेत्र के लिए 200, यमुनानगर के लिए 350, करनाल के लिए 300, कैथल के लिए 150, पानीपत के लिए 250, सोनीपत  के लिए 250, झज्जर के लिए 68, दादरी के लिए 50, भिवानी के लिए 150, हिसार के लिए 100, हांसी के लिए 100, सिरसा के लिए 100, फतेहाबाद के लिए 250, जींद के लिए 200, रेवाड़ी के लिए 75, नारनौल के लिए 100, पलवल के लिए 125 व नूंह के लिए 100 होमगार्ड जवान अलॉट किए गए हैं।

खरीद कार्य रूकने नहीं देगी सरकार
सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मंडी और खरीद केंद्रों में किसी भी कीमत पर खरीद कार्य नहीं रूकेगा। इसके लिए अभी तक 120 किसान उत्पादक संगठनों ने और 50 ग्राम पंचायतों ने कच्ची आढ़त का लाइसेंस सरकार से ले लिया है। फतेहाबाद, सिरसा, हिसार, रेवाड़ी व झज्जर जिलों में ग्राम पंचायतें बिचौलिए की तरह खरीद कार्य के लिए आगे आई हैं। इसके अलावा कई मंडियों और खरीद केंद्रों में सीधी सरकारी एजेंसियां भी खरीद कर रही है। आढ़तियों को जो कमीशन दिया जाता है, वहीं कमीशन किसान उत्पादक संगठनों और ग्राम पंचायतों के खाते में सीधा ट्रांसफर किया जाएगा।


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Edited By

vinod kumar

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