वादियों से भी हरियाणा को ''गुलजार'' बनाने की ''मनोहर'' कवायद!

punjabkesari.in Monday, Jun 28, 2021 - 08:47 AM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : अवकाश का आनंद हर व्यक्ति अपने अपने स्तर पर उठाना पसंद करता है। बच्चों से लेकर बड़ों और बूढ़ों तक को इस अवकाश अवधि का लुत्फ उठाने का एक अलग जुनून सा होता है मगर इसे क्या कहिएगा कि आराम के लिए ली छुट्टियों में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर प्रदेश के विकास को लेकर इस कदर संजीदा हैं कि उन्होंने वादियों की ठंडी हवाओं और फुहारों के बीच खुद के आराम से ज्यादा प्रदेशवासियों के सुकून को तरजीह दी और पहाड़ों में आराम के पलों में भी हरियाणा के विकास व प्रदेश की समस्याओं पर ही फोकस रखा।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बीती 25 जून से 28 जून तक चार दिवसीय छुट्टियों का आनंद लेने मनाली गए हुए हैं और यह छुट्टियां उन्होंने कुछ समय के लिए काम काज से अलग हटकर आराम के लिए ली थी लेकिन काम को ही पूजा मानने वाले मुख्यमंत्री खट्टर ने अपने लिए मिले समय को भी प्रदेशवासियों के हितों को समर्पित कर दिया। बीते रोज मुख्यमंत्री खट्टर ने मनाली में केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी से मुलाकात की और प्रदेश की कई बड़ी परियोजनाओं का खाका खींच कर उन्हें सौंप दिया ताकि हरियाणा में विकास के कार्यों को और रफ्तार दी जाए और रविवार को मुख्यमंत्री खट्टर एक बार फिर हरियाणा के युवक विशाल जूड को आस्ट्रेलिया में दी जाने वाली यातनाओं को लेकर फिर चिंतित हो उठे और उन्होंने आस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीयों के साथ बातचीत वर्चुअल बैठक के दौरान न केवल जूड की रिहाई का आश्वासन दिया बल्कि विदेशों में रह रहे हर हरियाणावीं की सुरक्षा के संकल्प को दोहराया।

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि सी.एम. खट्टर की इन्हीं नीतियों ने जहां आम आदमी के जहन में उनकी एक अलग छवि को प्रस्तुत किया है तो वहीं राजनीतिक क्षेत्र में भी उनकी एक विरली पहचान कायम हुई है। पर्यवेक्षकों के अनुसार बेशक वर्ष 2014 में जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बने तो शायद विपक्षीदलों के हर छोटे-बड़े नेता ने उन पर अनुभवहीनता जैसे कसीदे गढ़े लेकिन सी.एम. खट्टर अपनी साफगोई और ईमानदार छवि के बूते राजनीतिक कौशलता को अपने प्रयोगों के बीच इस कदर पुख्ता करते हुए आगे बढ़ते चले गए कि अब उन्हें कोई यह नहीं कहता कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अनुभवहीन हैं। यही नहीं विकास के पक्षधर के लिहाज से भी उन्होंने कई बार ऐसे बड़े उदाहरण पेश किए हैं जिससे हर आम और खास को अब लगने यही लगा है कि सी.एम. खट्टर विकास का एक नया पर्याय बन गए हैं। यही वो वजह है कि उन्होंने आराम के दिनों में भी हरियाणा के हितों को ही सर्वाेपरि माना और इसी का प्रमाण मनाली में मिला भी है।

बाहर जाकर भी खोले विकास के द्वार
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कोरोना संक्रमण की स्थिति सुधरने के बाद मात्र चार दिनों के लिए आराम करने हेतू मनाली पहुंच गए। हालांकि वे अवकाश पर हैं मगर उनकी सक्रियता इस बात को प्रमाणित करती है कि वे हरियाणा के हितार्थ इस अवधि में भी विभिन्न योजनाओं की रूपरेखा तैयार करने में मशगूल हैं। 26 जून को उन्होंने इस प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी के साथ पूरा समय बिताया और इसका लाभ हरियाणा को भी मिलता दिखाई दे रहा है क्योंकि अरबों रुपए की परियोजनाओं पर चर्चा करने के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री से कई सौगात प्रदेशवासियों के लिए ली। ऐसा नहीं है कि यह कोई पहला ऐसा अवसर है जब मुख्यमंत्री खट्टर ने इस बात को प्रमाणित किया है कि वे कहीं भी हैं मगर उन्होंने सदा प्रदेश के लिए विकास के द्वार खोले हैं। इससे पूर्व भी मुख्यमंत्री खट्टर निरंतर चंडीगढ़ से बाहर जब भी गए हैं तो सदा उन्होंने उन तमाम पहलुओं पर काम किया है जिसका मुख्य आधार हरियाणा ही रहा है। यही वो वजह है कि हरियाणा समूचे देश में कई योजनाओं के मामले में अन्य प्रदेशों की तुलना में हरियाणा अग्रणी है।

विशाल जूड की रिहाई को लेकर आश्वास्त दिखे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मनाली में अपने प्रवास के तीसरे दिन को भी जनहितार्थ कामों के नाम कर दिया। वे आज जहां आस्ट्रेलिया की जेल में बंद करनाल के युवक विशाल जूड की रिहाई के लिए ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले प्रवासी भारतीयों एवं एनजीओ के प्रतिनिधियों से वर्चुअल बैठक से जुड़े और इस संदर्भ में उन्होंने सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी तो वहीं इस बात को भी पुख्ता किया कि सरकार बड़ी गंभीरता के साथ इस दिशा में काम कर रही है।

मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि जल्द ही विशाल आस्ट्रेलिया की जेल से रिहा होगा। यही नहीं उन्होंने इस बैठक के माध्यम से कोविड-19 महामारी के दौरान उनके द्वारा भारत में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर व अन्य स्वास्थ्य उपकरण भेज कर की गई मदद के लिए धन्यवाद किया। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ व अन्य पदाधिकारी भी इस वर्चुअल बैठक से जुड़े। बैठक के माध्यम से यह संदेश देने का भी प्रयास किया गया कि विदेशों में बसे हरियाणावासियों के हितों के लिए हरियाणा सरकार हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। वर्तमान राज्य सरकार हरियाणा एक-हरियाणवी एक के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है और यदि विदेशों में प्रवासी हरियाणवियों को किसी प्रकार की कोई समस्या आएगी तो हरियाणा सरकार कानूनी सहायता देने के लिए तैयार है।

उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए दिया न्यौता
मनाली से आज हुई वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश में उद्योग धंधों को बढ़ावा देने के लिए भी लागू की जा रही पॉलिसी के संदर्भ में जानकारी देने के साथ साथ विदेशी निवेशकों को हरियाणा में निवेश करने के लिए भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े छह वर्षों में हरियाणा डिजिटलीकरण की ओर बढ़ा है। हरियाणा को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए ईज ऑफ डुइंग बिजनेस, नए उद्योगों की स्थापना के लिए सिंगल-विंडो क्लीयरेंस सिस्टम जैसे कई प्रयास किए गए हैं। ये सभी कदम हरियाणा में निवेशकों को लुभाने के लिए एक बड़ा गेम-चेंजर साबित हो रहे हैं।

निवेश करने के लिए हरियाणा को उपयुक्त गंतव्य बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशी निवेशकों से संबंधित विभिन्न मुद्दों को हल करने और विदेशी निवेशकों से समन्वय स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार ने विदेश सहयोग विभाग का गठन किया है। इसके साथ ही, सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है, जिस पर निवेशकों को उद्योग स्थापित करने के लिए 45 दिनों में सभी प्रकार की मंजूरी ऑनलाइन आसानी से मिल जाती है। इसके अलावा, हरियाणा में अपना व्यवसाय स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों को उनकी सुविधा के लिए एक रिलेशनशिप मैनेजर दिया जाता है। कुल मिलाकर अपने चार दिवसीय मनाली प्रवास दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वादियों की ठंडी हवाओं का आनंद लेने के साथ साथ प्रदेश के लोगों के लिए भी सुखद अहसास की अनुभूति करवाई है।
 


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Content Writer

Manisha rana

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