नायब तहसीलदार को ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो वायरल करने का आरोप, 2 पर मुकदमा दर्ज

punjabkesari.in Thursday, Nov 04, 2021 - 09:47 AM (IST)

गुडग़ांव (ब्यूरो): नायब तहसीलदार को ब्लैकमेल करने व गलत तरीके से रजिस्ट्री करने का दबाव देने के आरोप में बादशाहपुर थाना पुलिस ने आरटीआई एक्टिविस्ट समेत 2 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि रुपए न देने आरटीआई एक्टिविस्ट ने नायब तहसीलदार की गलत वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। उधर, आरटीआई एक्टिविस्ट ने नायब तहसीलदार के सभी आरोपों को निराधार बताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस को दी शिकायत में बादशाहपुर नायब तहसीलदार अजय मलिक ने पुलिस को बताया कि उनके पास वजीराबाद तहसील का भी अतिरिक्त प्रभार है। 12 मार्च को उनके पास रमेश यादव एक व्यक्ति के प्लॉट की रजिस्ट्री कराने आए थे, लेकिन दस्तावेज पूरे न होने के कारण रजिस्ट्री करने से उन्होंने मना कर दिया।

आरोप है कि मना करते ही रमेश यादव तैश में आ गए और उन्हें भला बुरा कहने लगे। उनका ट्रांसफर कराने, उठवाने व जान से मारने की धमकी देने लगे। शोर सुनकर कार्यालय का स्टाफ उनके कमरे में आ गया। इस पर उन्होंने रमेश यादव को कमरे से बाहर जाने के लिए कहा, लेकिन वह उन्हें लगातार धमकी देते रहे। नायब तहसीलदार ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर पता किया तो उन्हें जानकारी मिली कि रमेश यादव चर्चित आरटीआई एक्टिविस्ट है। उसके एक साथी लव कुमार ने उनके खिलाफ सीएम विंडो पर झूठी शिकायत दी है। आरोप है कि शिकायत देने के बाद लव कुमार ने उन्हें व्हाट्सएप कॉल करके बताया कि उसने व रमेश कुमार ने उनका वीडियो बनाया है, जिसमें रजिस्ट्री क्लर्क कपिल रुपए ले रहा है। इस वीडियो को नायब तहसीलदार के नाम के साथ जोड़कर मोटी रकम वसूलने की साजिश बनाई है।

लव कुमार ने नायब तहसीलदार के साथ हुई बात को रमेश यादव से न करने के लिए भी कहा। आरोप है कि लव कुमार ने उनसे 5 लाख रुपए की मांग की। रुपए मिलने पर सीएम विंडो पर दी गई शिकायत वापस लेने की बात कही। ऐसा न करने पर रमेश यादव के साथ मिलकर उन्हें बदनाम करने की धमकी दी। नायब तहसीलदार ने बताया कि उन्होंने लव कुमार को रुपए देने से इंकार कर दिया। इसके कुछ दिन बाद उन्हें रमेश यादव ने वीडियो व्हाट्सएप की। यह वही वीडियो थी जिसका लव कुमार ने उनसे जिक्र किया था। आरोप है कि जब नायब तहसीलदार ने वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो रमेश यादव व उसके साथियों ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करवा दी। उनके द्वारा मोटी रकम ऐंठने के लिए दबाव बनाने समेत गलत तरीके से रजिस्ट्री करने व जान से मारने की धमकी देना शुरू कर दिया।

इस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है। वहीं, मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट रमेश यादव ने नायब तहसीलदार के सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने नायब तहसीलदार के कार्यालय में 12 मार्च को हंगामा किया था तो उन्होंने उसी वक्त इसकी कोई शिकायत पुलिस को क्यों नहीं दी। जिस लव कुमार का वह जिक्र अपनी शिकायत में कर रहे हैं उससे वह पहली बार अक्टूबर महीने में मिले हैं। ऐसे में लव कुमार के साथ उनका नाम गलत तरीके से जोड़ा जा रहा है। रमेश कुमार ने कहा कि कुछ समय पहले उन्हें पता लगा कि नायब तहसीलदार ने कुछ जमीन की रजिस्ट्री फर्जी तरीके से की हुई हैं। इसकी जांच एसडीएम द्वारा की जा रही है। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा हुआ है। ऐसे में नायब तहसीलदार ने खुद को फंसता देखकर उनके खिलाफ यह झूठा मुकदमा दर्ज कराया है।


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Content Writer

Isha

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