अभिनेता रणदीप हुड्डा ने लिया CM खट्टर का इंटरव्यू, जानिए हरियाणा काे लेकर क्या-क्या हुई बातचीत

punjabkesari.in Saturday, Jun 06, 2020 - 10:32 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी):  कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों के फलस्वरूप हरियाणा में स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर रही, इसकी प्रशंसा देशभर में हो रही है। इसी कड़ी में हरियाणा मूल के अभिनेता रणदीप हुड्डा ने कोरोना के दौरान एवं पोस्ट लॉकडाउन कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का वेबिनार के जरिए साक्षात्कार लिया और मुख्यमंत्री द्वारा किए जा रहे कार्यों की तहे दिल से प्रशंसा भी की।

मुख्यमंत्री ने बताया कि कोविड से लडऩे व इसके संक्रमण को रोकने के लिए जो प्रबंध किए गए थे उनमें कोविड विशेष अस्पताल बनाना, टेस्टिंग सुविधाओं का विस्तार करना, नई प्रयोगशालाएं स्थापित करना, गरीब व जरूरतमंदों को राशन और भोजन उपलब्ध करवाना, प्रवासी श्रमिकों के लिए रिलीफ कैंप की व्यवस्था करना और कोविड के साथ-साथ नॉन कोविड बीमारियों के लिए भी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाना और कोविड रोगियों की मनोचिकित्सा के माध्यम से काउंसलिंग करना मुख्य रूप से शामिल है।  

उन्हाेंने जानकारी दी कि 4 मार्च, 2020 को जब हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र चल रहा था और अचानक जानकारी मिली कि इटली के 14 लोग कोरोना पाॅजिटिव होकर गुरुग्राम के एक अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल हुए हैं, ताे उसी दिन से शासन और प्रशासन की टीमों ने मिलकर सब चीजों का मूल्यांकन किया और तुरंत अपनी तैयारी आरंभ कर ली। इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया और ज्यों-ज्यों जानकारियां मिलती रहीं, चाहे वो राज्य के अंदर से हो या अन्य राज्यों से या विदेशों से, हम उन पर तुरंत कार्य करते चले गए और इस प्रकार कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण रखने में काफी हद तक सफल रहे।

सीएम खट्टर ने कहा कि हरियाणा के लोगों ने सरकार का साथ दिया और स्वयं जागरूक होकर इस महामारी से लड़े हैं। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों ने स्वयं ठीकरी पहरा लगाकर गांव में बाहर से आने वाले लोगों का प्रवेश रोका और उन्हें गांव की सीमाओं पर बने स्कूलों या अन्य भवनों में 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया।

इसी प्रकार हरियाणा में जब श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने की व्यवस्था की गई, उस समय 9 लाख लोगों ने पोर्टल पर पंजीकरण करवाया था। जिसमें से इच्छुक लगभग साढ़े तीन लाख श्रमिकों को विभिन्न ट्रेनों और बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में नि:शुल्क उनके घर भेजा गया। इसके अलावा, लगभग 50 लाख लोगों को लगभग ढाई करोड़ भोजन के पैकेट वितरित किए गए तथा 20 लाख लोगों को आर्थिक सहायता मुहैया करवाई गई।

रणदीप हुड्डा द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को लिखे गए उनके पत्र के बारे पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पत्र उन्होंने सहज भाव से लिखा था। बिहार के मुख्यमंत्री ने लिखा था कि बिहार सरकार पैसा भेज देगी और इसके जवाब में उन्होंने लिखा था कि हम सब भारत माता की संतान हैं और राज्यों को इस प्रकार के संकट में सीमाओं से नहीं बांध सकते, देश की तरक्की में श्रमिकों का बड़ा योगदान है।

उन्होंने कहा कि श्रमिकों को घर की याद सताने लगी थी और वे हर हाल में अपने घर जाना चाहते थे, इसलिए हमने निशुल्क़ भेजा। खट्टर ने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद चरणबद्ध तरीके से ओद्यौगिक गतिविधिया आरंभ हो चुकी हैं और ज्यादातर श्रमिक अपने-अपने काम पर लौट आए हैं और अब कोई जाना भी नहीं चाहता।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाण के लोग चुनौतियों से लडऩा भलीभांति जानते हैं। वर्ष 1966 में हरियाणा पंजाब से अलग हुआ था तो तरह-तरह की बातें की जा रही थी कि हरियाणा अपने कर्मचारियों को तनख्वाह भी नहीं दे पाएगा, परंतु आज हरियाणा अपने 54 वर्षों के गठन के बाद कई मामलों में देश और दुनिया में नंबर एक पर है। चाहे वो ओद्यौगिक विकास की बात हो या कृषि की बात हो, धान का कटोरा कहे जाने वाला राज्य केंद्रीय पूल में भी अनाज देने वाला दूसरा सबसे बड़ा राज्य है।

हरियाणा और पंजाब के किसानों ने देश के लोगों को खाद्यान्न दिया  है।  उन्होंने कहा कि ऑटो विनिर्माण क्षेत्र में 53 प्रतिशत से अधिक हरियाणा का योगदान है तथा निर्यात के मामले में आगे बढ़ रहा है। इसी प्रकार देश की जनसंख्या का 2 प्रतिशत होने के बावजूद भी सेनाओं में हरियाणा की 10 प्रतिशत सैनिकों की हिस्सेदारी है।

कोरोना वायरस के चलते भी गेहूं और सरसों की खरीद में किसी प्रकार का विघ्न न आने देने के लिए रणदीप हुड्डा ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उन्होंने स्वयं अपने चाचा के पास फोन कर इसकी जानकारी ली है और वे खरीद प्रबंध से बहुत खुश हैं, क्योंकि उपज बेचने के लिए मोबाइल पर मैसेज आता है और उसी दिन मंडी में जाते हैं तथा कुछ दिन बाद बैंक खातों में पैसे डाले जाने का मैसेज आता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते अबकी बार खरीद प्रक्रिया में बदलाव लाया गया। पहले सरसों  के लिए 100 मंडियां व खरीद केंद्र होते थे तो इस बार इनकी संख्या 200 की गई, इसी प्रकार गेहूं के लिए लगभग 400 मंडिया व केंद्र होते थे, तो उनको लगभग 1800 किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक आढ़ती को नजदीक के खरीद केंद्र में भेजकर खरीद करवाई गई। 

रणदीप हुड्डा द्वारा दिए गए सुझाव कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत भी राशि किसानों के खाते में सीधी जाए, ऐसी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जानी चाहिए, इस सुझााव का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर भी विचार किया जाएगा।

‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण के विषय को समय की जरूरत समझते हुए ये योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत, किसानों को फसल विविधीकरण को अपना कर अपने खेतों में धान के स्थान पर अन्य फसलों जैसे मक्का, बाजरा, दाल, सब्जियों और फलों की बुवाई करके की सलाह दी गई है। दूसरी फसल लगाने के लिए किसानों को 7000 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों को फसल बदलाव के लिए मन बनाने की योजना है अगर हम भावी पीढ़ी को विरासत में जमीन देकर जाते हैं तो क्यों न पानी के साथ जमीन देकर जाएं और इसी को देखकर यह योजना बनाई। 

उन्हाेंने कहा कि प्रगतिशील किसान छोटे किसानों को किस प्रकार प्रेरित करें, कृषि के साथ-साथ पशुपालन, डेयरी, बागवानी व अन्य सबद्ध क्षेत्रों से किसानों को लाभ मिले, इसके लिए ‘किसान मित्र’ नाम से योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों का वित्तीय प्रबंधन सही हो, इसके लिए प्रगतिशील किसानों को पहल करनी होगी, क्योंकि एक किसान की बात किसान अच्छे से समझ लेता है। हरियाणा का हर व्यक्ति आत्मनिर्भर बने, हरियाणा आत्मनिर्भर बनेगा तो देश आत्मनिर्भर बनेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को पूरा करने का यही हमारा संकल्प है।

पर्यावरण के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं पहले से ही पर्यावरण मैत्री रहे हैं और पर्यावरण को भगवान मानते हैं। भ से भूमि, ग से गगन, व से वायु, अ से अग्नि और न से नीर। मुख्यमंत्री के इस उत्तर पर रणदीप हुड्डा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे स्वयं पर्यावरण प्रेमी हैं। 

इसी प्रकार, हरियाणा सरकार द्वारा अगले छ: महीनों के रोडमैप के बारे पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है, आर्थिक गतिविधियां कुछ समय के लिए रूक गई थी, लेकिन अब आर्थिक गतिविधियां चरणबद्ध तरीके से शुरू हो गई हैं और धीरे-धीरे पुन: पटरी पर लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान श्रमिकों, दुकानदारों तथा फैक्टरी वालों को हुआ है। किसान इतना प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि फसल कटाई के बाद उनकी खरीद भी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के साथ-साथ अध्ययन पद्धति मेें बड़ा बदलाव लाने की योजना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 के बजट में शिक्षा विभाग के बजट में 14 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि 1000 इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाएंगे। इसी प्रकार 98 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों का आदर्श संस्कृति मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में तीन प्रकार से फीस लेने की योजना लागू की जाएगी। एक श्रेणी विद्यार्थियों की ऐसी होगी जिनकी पूरी फीस माफ होगी, दूसरी श्रेणी में आधी फीस माफ होगी तथा तीसरी श्रेणी ऐसी होगी जिनसे पूरी फीस ली जाएगी। 

रणदीप हुड्डा के कहने पर कि राजनेता वोटबैंक बनाए रखने को प्राथमिकता देते हैं, परंतु आप ने इससे हटकर कार्य किया है, मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ कठोर निर्णय भी लेने पड़ते हैं, जिन्हें जनता भी पसंद करती है। मेरिट पर नौकरी देने वाला उनका निर्णय एक ऐसा ही था। जिस पर उनकी पार्टी के लोग शुरूआत में खुश नहीं थे, परंतु जनता खुश थी। उन्होंने कहा कि नौकरी पाने वाले लोग सरकार से अपनी योग्यता के आधार पर नौकरी लेकर गए हैं, जबकि पहले की सरकार में नेता सार्वजनिक मंचों से कहते थे कि उस विधानसभा क्षेत्र में इतने लोगों को नौकरी दी है। हमने इसे बदला है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार ऑनलाइन स्थानांतरण नीति जिसमें एक क्लिक के साथ 42000 अध्यापकों के स्थानांतरण हुए जिसमें 93 प्रतिशत से अधिक अध्यापकों को उनके दिए गए विकल्प के अनुरूप स्टेशन मिले हैं।

हुड्ड़ा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि वे कब अपनी फिल्म की शूटिंग करनाल में फिर से आरंभ कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएचए की गाइडलाइन की पालना करनी होगी। हालांकि इंडोर शूटिंग की जा सकती है। रणदीप हुड्डा ने अपनी फिल्म लाल रंग जिस में करनाल स्पेन की भांति दिखाई पड़ता है, को देखने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते कुछ नए अनुभव प्राप्त हुए हैं। सूचना प्रोद्यौगिकी (आइटी) का प्रयोग कर बैठकों का सिलसिला जारी रखा और आज की आप के साथ बातचीत आइटी के प्रयोग का ही नतीजा है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता अविष्कार की जननी है।


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Edited By

vinod kumar

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