ग्रामीणों की सेहत से खिलवाड़, डिपो में मिल रहा मिलावटी सरसो तेल

punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2020 - 11:04 PM (IST)

गोहाना (सुनील जिंदल): फूड सप्लाई विभाग द्वारा डिपो में ग्रामीणों को वितरित किया जाने वाला सरसो का तेल मिलावटी व घटिया क्वालिटी का है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों को की जा चुकी है, लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। आरोप है कि घटिया क्वालिटी वाला तेल सरकारी एजेंसी हैफेड द्वारा ही डिपो होल्डर के पास भेजा जाता है।

मामला गोहाना के गांव बड़ी ब्राह्मण का है। बीपीएल कार्ड धारकों ने आरोप लगाया है कि डिपो पर मिलने वाला तेल काफी गंदा और बदबूदार है। जिसके इस्तेमाल से बच्चे और उनके परिवार के लोग बीमार पड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सरसो तेल कभी जमता नहीं है लेकिन उन्हें मिलने वाला तेल जमा हुआ है और दिखने में भी काफी खराब है।

जानकारी के मुताबिक यह तेल सरकारी एजेंसी हैफेड द्वारा डिपो होल्डरों में सप्लाई किया जाता है। सरकारी खानपान की चीजों को पूर्ण जांच और परख के बाद ही स्वीकृति दी जाती है, लेकिन आलम ये है कि तेल के सैंपल को लैब में भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट में तेल की क्वालिटी अनियमित पाई गई। इसके बाद भी तेल रिजेक्ट नहीं किया गया।

आरोप है कि इस गंदे और मिलावटी तेल को गरीबों के घर तक पहुंचाने में बड़े अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। वहीं सुप्रीम कोर्ट खानपान की वस्तुओं में मिलावट करने और लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त है। इसके बावजूद भी हैफेड के अधिकारियों ने आंख मूंद रखी हैं। फिलहाल, इस मामले में गोहाना के एसडीएम आशीष वशिष्ठ फूड सप्लाई विभाग के अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं। 

गौरतलब है कि सरकार गरीब परिवारों को बीपीएल कार्ड होल्डर को अनेक प्रकार की स्कीम के तहत लाभ पहुंचाने का प्रयास करती है। लेकिन निचले स्तर पर अधिकारियों की मिली भगत से गरीब लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।


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Shivam

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