परिस्थितियां ऐसी है कि 2021 में भी ऐलनाबाद उपचुनाव या पंचायती चुनाव न हो पाएं :रणधीर सिंह

punjabkesari.in Friday, May 28, 2021 - 12:57 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा में उपचुनावों को लेकर कुछ समय पहले जहां एकाएक सरगर्मियां काफी तेज थी। नेता पार्टियों के नेतृत्व तक अपने जुगाड़ लड़ाने में लगे थे। लेकिन कालका विधानसभा के विधायक प्रदीप चौधरी की सदस्यता बहाल होते ही वहां के नेताओं के तो विधायक बनने के सपने चकनाचूर हो गए थे।वहीं अब कोरोना द्वारा बिगाड़े गए हालातों के मद्देनजर ऐलनाबाद उपचुनाव होने के आसार नजर नहीं आ रहे।

हालांकि ऐलनाबाद विधानसभा इंडियन नेशनल लोकदल की गढ़ मानी जाती है और वहां से इनेलो के ही इकलौते विधायक अभय सिंह चौटाला ने किसान आंदोलन के समर्थन में अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही हालातों के मद्देनजर अब पंचायती चुनाव भी होते नजर नहीं आ रहे। आज पंजाब केसरी ने सरकार में सहयोगी जननायक जनता पार्टी के ऑफिस सेक्रेटरी रणधीर सिंह से खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि जजपा पार्टी ने इस आफतकाल में जनता की सेवा और सहयोग में बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। छोटे-से-छोटे कार्यकर्ता की जिम्मेदारी जरूरतमंद की मदद के लिए लगाई गई। वहीं उन्होंने बताया कि जल्दी ही पार्टी नए संगठन की घोषणा करेगी। संगठन में कर्मठ, ऊर्जावान, शिक्षित लोगों को मौका दिया जाएगा। जिसके लिए डॉ अजय सिंह जी से विचार-विमर्श चल रहा है और भी कई महत्वपूर्ण विषय पर उनसे चर्चा हुई। कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं:-

प्रश्न : ऐलनाबाद उपचुनाव होगा या नहीं। क्योंकि कानून के हिसाब से उपचुनाव 6 माह के दरमियान होना जरूरी होता है ?
उत्तर : 
मुझे उपचुनाव होता नजर नहीं आ रहा। क्योंकि रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट 1951 में प्रोविजन है कि 6 महीने में चुनाव करवाए जाने संवैधानिक रूप से जरूरी है। लेकिन इसी एक्ट में दो उपधाराएं दी गई हैं। जिसके तहत अगर किसी भी विधानसभा का कार्यकाल 1 साल से कम रह जाए तो वहां उपचुनाव नहीं करवाए जा सकते। इसके अलावा अगर केंद्र सरकार इलेक्शन कमीशन को यह कहे कि चुनाव करवाने की परिस्थितियां इस वक्त ठीक नहीं है तो भी चुनाव नहीं हो सकते। कोरोना महामारी पहले शहरों में ज्यादा थी। लेकिन हरियाणा में आजकल गांवो में ज्यादा है। उसे कंट्रोल करना, लोगों की जान बचाना और ब्लैक फंगस भी पैर फैला दी जा रही है। ऐलनाबाद पूर्ण रूप से ग्रामीण क्षेत्र है। इसलिए यह चुनाव अभी संभव मुझे नहीं लग रहा।

प्रश्न : उपचुनाव को आगे बढ़ाने की शक्तियां किसके पास होती हैं ?
उत्तर : 
इलेक्शन कमीशन सरकार से विचार-विमर्श करके ही चुनाव करवाता है। बिना सरकार की कंसल्टेशन के चुनाव नहीं हो सकता। हरियाणा में स्थितियां चुनाव होने के पक्ष में नहीं है। कंसल्टेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एक्ट की धारा 151 बी में क्लियर कट लिखा हुआ है कि इलेक्शन कमीशन इन कंसल्टेशन विद दी सेंट्रल गवर्नमेंट सर्टिफाइड डेट इट इज डिफिकल्ट टू होल्ड द बॉय इलेक्शन विद इन द शैड पीरियड् शैड पीरियड् का मतलब अगर उस महीने में हम चुनाव नहीं करवा सकते तो चुनाव नहीं होंगे।

प्रश्न : आपको कोरोना की आज क्या स्थिति लग रही है ?
उत्तर : 
ग्रामीण आंचल में लोग वैक्सीनेशन और टेस्टिंग नहींं करवा रहे। हरियाणा के कई गांवों में एक दिन में 20-20, 30-30, 50-50 तक मौतें हो चुकी हैं। इस हिसाब से गांव में खतरा चाहता है। शहरों में स्थिति कंट्रोल में है। ऑक्सीजन- बैड इत्यादि सभी चीजें उपलब्ध है। गांव में ज्यादा हालात खराब होने के कारण उपचुनाव मुश्किल हैं।

प्रश्न : इस हिसाब से तो पंचायत चुनाव भी नहीं हो पाएंगे ?
उत्तर : 
यही चीजेंं पंचायती चुनाव पर लागू रहेंगी। चुनाव तो चुनाव है। चाहे विधानसभा का हो, पंचायत का हो या जिला परिषद का हो। पंचायत के चुनाव भी आने वाले चार-पांच महीने तक होने संभव नहीं लग रहे हैं।

प्रश्न : कहीं किसान आंदोलन के कारण तो सरकार बैकफुट पर नहीं आ रही ?
उत्तर : 
किसान आंदोलन में जो लोगों की भीड़-भाड़ इकट्ठी हो रही है और विरोध हो रहा है। जो बाय काट कर रहे हैं। जो मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री बार-बार अपील कर रहे हैं। उनकी अपील पर भी पालना नहीं की जा रही। इसलिए पंचायत चुनाव में भी किसान आंदोलन का एक रोल रह सकता है।

प्रश्न : ऐलनाबाद विधानसभा इनेलो का गढ़ रही है। चुनाव होने पर क्या रिजल्ट आपको लगतेे हैं ?
उत्तर : 
चुनाव के बाद ही परिणाम का पता चलेगा। अभी तो आने वाले 6-7 महीने शायद पूरे 2021 मे भी चुनाव ना हो पाए। परिस्थितियां क्या रहेगी, चुनाव होंगे तो कब होंगे। यह तो समय हीं बताएगा।

प्रश्न : विपक्ष सरकार को कोरोना के मामले में फेल बता रहा है। साथ ही ब्लैक फंगस पर दवाइयां-इंजेक्शन न होने पर सरकार को घेर रहा हैं ?
उत्तर : 
यह महामारी केवल हरियाणा या हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फैली हुई है और वर्ल्ड लेवल पर ही जो बीमारी पहली बार फैली है। उसके लिए दवाई भी नए सिरे से रिसर्च करके बनाई गई है। अगर बीमारी पहले से होती तो दवाई उपलब्ध हो जाती। अब दवाई पहली बार इजाद करके उसे इंटरनेशनल मानको पर भी खरा उतरकर, उसकी टेस्टिंग होने के बाद वह दवाई वितरित होती है। सरकार पूरे प्रयास कर रही है। हरियाणा सरकार ने तो ज्यादा प्रयास किए हैं। हमारे हरियाणा पर दिल्ली का जो प्रेशर आया। उसकी वजह से परिस्थितियां ऐसी बनी। जिसकी वजह से आपाधापी मची।लेकिन आज के दिन स्थितियां कंट्रोल में है।

प्रश्न : संगठन को मजबूत करने के लिए जेजेपी किस प्रकार के कदम उठा रही है ?
उत्तर : 
नए सिरे से संगठन को गठित किया जा रहा है। जोकि हमने पिछले साल भंग कर दिया था। उसके बाद नेशनल बॉडी की, स्टेट बॉडी और जिला अध्यक्ष, सभी सेल्स के अध्यक्षों की घोषणा जो कि कुछ की हम कर चुके हैं। जो रह गए हैं कुछ ही समय में पूरा का पूरा संगठन नए सिरे से खडा हो जाएगा। डॉ अजय सिंह जी भी यही है। उनसे हमारी चर्चा, विचार-विमर्श चल रहा है। 1 महीने में हम संगठन की घोषणा कर देंगे।

प्रश्न : सरकार में आप हिस्सेदार हैं। कोरोनाकॉल के दौरान सामाजिक तौर पर आपकी क्या भूमिका रही ?
उत्तर : 
जैसे ही कोरोना आया हमने अपने वॉलिंटियर्स तैयार किए। पार्टी की तरफ से हमने कोविड हेल्प सेंटर बनाए। सभी जिलों में हमने टीमों का गठन किया। वेक्सीनेशन के लिए अलग, बेड दिलवाने के लिए अलग, ऑक्सीजन दिलवाने के लिए अलग, साथ ही सैनिटाइजेशन व अन्य कार्यों के लिए टीमों का गठन किया गया। हेल्पलाइन नंबर हमने जारी किए। जो कि काफी कारगर सिद्ध हुए। पंचायत विभाग हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास है। उन्होंने हर गांव में एक आइसोलेशन सेंटर बनाने की  सभी पार्टी वर्कर्स, पदाधिकारियों को, सरकारी अधिकारियों को डायरेक्शन देकर बनवाए। हरियाणा की सभी पंचायतों को 50-50 हजार रुपए सैनिटाइजर-मास्क व दूसरी चीजों के लिए दिए। वैक्सीनेशन कैंपों के लिए भी फैसिलिटी प्रोवाइड करवाई गई।

प्रश्न : शैलजा-सुरजेवाला-हुड्डा और अभय चौटाला लगातार दुष्यंत पर शराब, एक्साइज और रजिस्ट्री घोटाले के आरोप लगाते रहेे। क्या कहेंगे?
उत्तर : 
सारी चीजों की जांच हो चुकी है। दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो चुकी है। जब से सृष्टि बनी तब से यह चीजें चलती आ रही है। कमेटी गठित की। आयोग गठित किए गए। सभी की रिपोर्ट आ चुकी है। कार्यवाही हो चुकी हैं। लेकिन यह लोग केवल मीडिया में बने रहने के लिए इस प्रकार की बातें करते हैं। पूरी कार्यवाही में पूरी तरह से पारदर्शिता रखी गई है।

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Content Writer

Manisha rana

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