जेल जाने की मांग पर अड़ी आशा वर्कर्स, पुलिस ने स्कूल ग्राऊंड में दिखाई गिरफ्तारी

punjabkesari.in Saturday, Mar 07, 2020 - 11:35 AM (IST)

अम्बाला शहर (कोचर) : विभिन्न मांगों को लेकर जिलेभर से शहर बस अड्डे में एकत्र हुई सैंकड़ों आशा वर्करों ने डी.सी. कार्यालय तक जलूस निकाला। आशा वर्करों ने प्रधानमंत्री के नाम पर एस.डी.एम. गौरी मिड्ढा को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद भी आशा वर्करों ने धरना प्रदर्शन खत्म नहीं किया। आशा वर्कर्स प्रशासन के सामने डी.सी. कार्यालय से ही जेल जाने की मांग पर अड़ी रही। वहीं प्रदर्शन खत्म करवाने के लिए पुलिस के भी पसीने छूट गए।

हालांकि करीब 3 घंटे चले प्रदर्शन के बाद अधिकारियों के आदेशानुसार पुलिस ने आशा वर्कर्स को रोडवेज की 4 बसों में बैठाया और उन्हें पुलिस डी.ए.वी. स्कूल ग्राऊंड में ले जाकर उनकी गिरफ्तारी दिखाई। इसके कुछ देर बाद आशा वर्कर जब अपने घरों को वापस लौट गई तो पुलिस ने चैन की सांस ली। केंद्र सरकार की महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ सीटू के आह्वान पर सीटू से संबंधित कामकाजी आशा वर्कर्स सहित अन्य विभागों के सैंकड़ों कर्मचारी शुक्रवार सुबह शहर सुषमा स्वराज बस अड्डे पर एकत्र हुए।

यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डी.सी. कार्यालय में गए। यहां पर कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान सर्व कर्मचारी संघ के राम गोपाल ने बताया कि सरकार लम्बे समय से उनकी मांगों को पूरा करने के बजाय लटका रही है। कर्मचारी सी.एन.सी. और एन.पी.आर. का विरोध करते है।

उन्होंने मांग की है कि महिलाओं को बराबर का अधिकार दिया जाए, प्रयोजना एवं कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए, सम्मानजनक गुजारे लायक वेतन 24 हजार लागू करने, महिला हिंसा उत्पीडऩ पर रोक लगाने, कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ विरोधी शिकायत कमेटी का गठन करने और संविधान के साथ छेड़छाड़ बंद करके एन.आर.सी., एन.पी.आर. जैसे काले कानून को रद्द करने के अलावा अन्य कई मांगे है। 


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Isha

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