हरियाणा में स्मार्ट मीटर्स लगाने का पिछड़ा काम, कमीशन ने मांगी डिटेल रिपोर्ट

punjabkesari.in Monday, Jun 22, 2020 - 10:06 AM (IST)

चंडीगढ़ : हरियाणा में 10 लाख स्मार्ट मीटर्स लगाने की स्कीम लक्ष्य से पिछड़ चुकी है। हरियाणा इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेटरी कमीशन (एच.ई.आर.सी.) ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड (यू.एच.बी.वी.एन.एल.) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड (डी.एच.बी.वी.एन. एल.) से जवाब तलब किया है। साथ ही एच.ई.आर.सी. ने निगमों से पूछा है कि  जल्द प्रोजैक्ट पूरा हो जाए इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? अब यू.एच.बी.वी.एन.एल. और डी.एच.बी.वी.एन.एल. को डिटेल रिपोर्ट अगले महीने तक सबमिट करवानी होगी।

प्रोजैक्ट तहत 10 लाख स्मार्ट मीटर्स लगाए जाने हैं लेकिन एच.ई.आर.सी. के पास सबमिट रिपोर्ट अनुसार 31 मई तक केवल 1,35,261 स्मार्ट मीटर्स ही लग पाए हैं। यही नहीं, गुरुग्राम में 7,345 और करनाल में 15,924 उपभोक्ताओं को ही स्मार्ट मीटर्स के जरिए बिल भेजे जा रहे हैं। पायलेट प्रोजैक्ट के पहले चरण में यू.एच.बी.वी.एन.एल. को करनाल, पानीपत, पंचकूला और डी.एच.बी.वी.एन.एल. को गुरुग्राम में स्मार्ट मीटर लगाने हैं। 

रिचार्ज करने की भी मिलेगी सुविधा
स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं को रिचार्ज करने की सुविधा भी दी जाएगी। उपभोक्ता अपनी मर्जी से रिचार्ज करवा सकते हैं जिससे दो माह के बिल की शिकायत भी दूर हो जाएगी। अब एच.ई.आर.सी. ने कहा है कि उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक सुविधा देने के लिए प्रोजैक्ट जल्द कंप्लीट किया जाए।

...तो इंडस्ट्रीज को नहीं लगता झटका
कोरोना वायरस की वजह से बिजली के एवरेज बिल भेजे जा रहे हैं। प्रदेश में 10 लाख स्मार्ट मीटर लग गए होते तो आॢथक तंगी के दौर से गुजर चुकी इंडस्ट्रीज को फायदा मिलता। दरअसल, एवरेज बिल लॉकडाऊन से पहले के महीनों की रीडिंग के आधार पर भेजे जा रहे हैं। जबकि लगभग दो महीने तक इंडस्ट्रीज पर ताला लगा रहा लेकिन एवरेज बिङ्क्षलग से उनके पास भी पहले के ही बराबर बिल आ रहा है।
 


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Edited By

Manisha rana

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