बरोदा उपचुनाव : कैप्टन अभिमन्यु को मैदान में उतार सकती है बीजेपी !

punjabkesari.in Monday, Jul 20, 2020 - 12:41 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): बरोदा उपचुनाव में भजपा के उम्मीदवार कैप्टन अभिमन्यु हो सकते हैं? यह चर्चा राजनैतिक हलकों में हरियाणा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में ओ पी धनखड़ की नियुक्ति के बाद से देखी जा रही है। बरोदा उपचुनाव में कैप्टन अभिमन्यु जातीय समीकरण के अंतर्गत मजबूत प्रत्याशी साबित हो सकतें हैं। बरोदा उपचुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है, मगर सभी दलों के नेतायों की नजर इस सीट पर टिकी हुई है।

गठबंधन धर्म से बंधी जेजीपी की बरोदा में अपना उम्मीदवार उतारने की चाहत इस बार पूरी होनी संभव नहीं है। यह संकेत आलाकमान भाजपा भी दे चुकी है। पिछले साल हरियाणा में 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवार श्री कृष्ण हुड्डा को 42 हजार 566 मत मिले व वह विजयी रहे थे। उनको 34.67% वोटिंग हुई। 

वहीं नंबर 2 पर रहे भाजपा के योगेश्वर दत्त। उनको 37 हजार 726 मत मिले। वोट 30.73%रहा। तीसरे नंबर पर जेजीपी के भूपिंद्र रहे, जिन्हें 32 हजार 480 मत मिले। वोट प्रतिशत 26.45% रहा। इनेलो के जोगिंदर को 3145 वोट मिले थे। वोट प्रतिशत 2.56 रहा था। इस सीट पर कुल 11 उम्मीदवारों ने भाग्य आजमाया था।

अब श्री कृष्ण हुड्डा के निधन के चलते उप चुनाव होने हैं। भाजपा व जेजीपी हरियाणा में गठबंधन में हैं। भाजपा यहां से चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने व जीत कर अपने कुल विधायकों की संख्या में इजाफा करने की तैयारी में है। जेजीपी के सरंक्षक अजय चौटाला भी संकेत दे चुके हैं कि गठबंधन के दोनों दल मिल कर चुनाव लड़ेंगे व एक ही उम्मीदवार मैदान में होगा। मुख्यमंत्री मनोहरलाल भाजपा का उम्मीदवार उतारने के संकेत दे चुके हैं।

बरोदा में जेजीपी, जिन्हें 32 हजार 480 मत मिले। वोट प्रतिशत रहा 26.45% रहा था कि भी पूरी नजर है। जे जी पी के नेता व इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला को उतारने की बात की खूब चर्चा रही है। जे जी पी के गठन के तुरंत बाद जींद उपचुनाव में कांग्रेस के दिग्गज रणदीप सुरजेवाला व सोनीपत से लोकसभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ चुनाव लड़ चुके दिग्विजय चौटाला को जेजीपी के संगठन के योद्धा के रूप में देखा जाता है। हालांकि इस बारे दिग्विजय चौटाला या उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज तक कभी भी ऐसे संकेत नहीं दिया। 

वहीं नंबर 2 पर रही भाजपा 37 हजार 726 मत जो वोट 30.73% हैं के आधार पर अपना ग्राफ बढ़ाने की रणनीति के तहत चल रही है। वोट प्रतिशत कैसे बड़े इसकी कमान मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने खुद संभाल रखी है। बरोदा विधानसभा अतीत में आरक्षित विधानसभा भी रही है। तब यहां ज्यादातर इनेलो का परचम लहराता रहा है। रिजर्व विधानसभा का टैग हटने के बाद यहां ज्यादातर नेता प्रतिपक्ष भूपिंद्र सिंह हुड्डा का दबदबा रहा। जिस कारण उनके द्वारा खड़े कांग्रेस के उम्मीदवार का पलड़ा भारी रहा।

बरोदा उपचुनाव पर पेरोल पर जेल से बाहर आए पूर्व मुख्यमंत्री व इनेलो सुप्रीमों ओम प्रकाश चौटाला भी पूरी नजर बनाए हुए हैं। चंडीगढ़ में रह उन्होंने जहां अपने छोटे पुत्र अभय चौटाला को पूरी तरह से फील्ड में सक्रिय रखा है, वहीं खुद जातीय समीकरणों के मध्यनजर कई चेहरों को इनेलो में ज्वाइन करवा हलचल पैदा कर दी है। बरोदा उपचुनाव को लेकर ओम प्रकाश चौटाला खुद ही बहुत से नेतायों से संपर्क साध चुके है।

उधर, मुख्यमंत्री मनोहरलाल कह चुके हैं कि यह सीट गठबंधन जीतेगा। भाजपा के लिए कैप्टन अभिमन्यु के अलावा यहां से एक बार फिर से योगेश्वर दत्त पर दांव खेल सकती है या किसी अन्य चेहरे को उतरेगी इस पर सब की निगाहें हैं। गठबंधन धर्म से बंधी जेजीपी की बरोदा में अपना उम्मीदवार उतारने की चाहत इस बार पूरी होती कम ही नजर आ रही है। जबकि विधानसभा चुनावों में जे जी पी का अच्छा प्रदर्शन रहा था। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों में भजपा उम्मीदवार यहां दूसरे नंबर पर था, इसलिए इस सीट से भाजपा उम्मीदवार उतरेगा और जीतेगा।


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Edited By

vinod kumar

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