भाजपा के मुख्यमंत्री और मंत्री गांवों में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे: अभय सिंह चौटाला

punjabkesari.in Thursday, Oct 21, 2021 - 07:41 PM (IST)

सिरसा (सुरेन्द्र सरदाना): इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद उपचुनाव में इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है और आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। भाजपा सरकार भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दहशत का माहौल बनाना चाहती है। ऐलनाबाद की जनता तो इसका मुंहतोड़ जवाब देगी, लेकिन चुनाव आयोग को भी इनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे लोगों को तड़ीपार कर देना चाहिए जिन पर धारा 302, 120बी और रेप जैसे संगीन मामले हों।

अभय सिंह चौटाला वीरवार को ऐलनाबाद हलके के मिठ्ठी सुरेरा, खारी सुरेरा, किशनपुरा, मिठनपुरा, कर्मशाना, ढाणी सेरा, काशी का बास, नीमला, धौलपालिया, बेहरवाला, ढाणी मौजू और ऐलनाबाद शहर में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह लोगों का समर्थन इनेलो को मिल रहा है और सरकार के खिलाफ लोगों में रोष है इसको देखते हुए भाजपा के मंत्री गांवों में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहेे हैं और न ही प्रदेश के मुख्यमंत्री गांवों में आने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं। इससे साफ दिखाई देता है कि भाजपा की जमानत जब्त होगी।

अभय सिंह चौटाला ने भूपेंद्र हुड्डा को भाजपा का एजेंट बताते हुए कहा कि हुड्डा ने एक जनसभा में कहा कि गोपाल कांडा उनका मित्र है, ऐसा कहकर हुड्डा कांग्रेस की मदद करने की बजाय भाजपा की मदद करके गया है। अगर कांग्रेस और भाजपा दोनों मिल भी जाएंगे तो भी ऐलनाबाद की जनता भाजपा और कांगे्रस दोनों की जमानत जब्त कराएगी। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई पूंजीपतियों और किसानों की है लेकिन जीत किसानों की होगी। किसान आंदोलन में मजदूर, व्यापारी, किसान और आम आदमी समेत सभी वर्ग शामिल हैं और केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा बनाए गए तीन काले कानूनों से बुरी तरह से आहत हैं।

वहीं पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा ने गांव ढाणी सेरा आकर ऐलनाबाद उपचुनाव लड़ रहे इनेलो नेता को समर्थन दिया और किसानों से एकजुट होकर आंदोलन को और तेज करने के लिए भारी मतों से अभय सिंह चौटाला को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज उनका किसी पार्टी में शामिल होने या न होने का सवाल नहीं है, सवाल यह है कि क्या किसान जिंदा रहेगा? क्या मजदूर का जीवन बचेगा? क्या व्यापारी का व्यापार रहेगा? उन्होंने भाजपा और कांग्रेस द्वारा अभय सिंह चौटाला द्वारा इस्तीफ देने और अब उपचुनाव लडऩे पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि लोगोंवाल समझौते के मुद्दे पर चौधरी देवी लाल और भाजपा के नेता मंगलसेन ने इस्तीफा दिया था और दोनों ने फिर उपचुनाव भी लड़ा था जिसमें चौधरी देवी लाल को लोगों ने भारी मतों से विजयी बनाया था और भाजपा के मंगलसेन चुनाव हार गए थे। यह चुनाव भी तय करेगा कि किसानों का समर्थन किसको है। किसान संगठनों को देश के सभी सांसदों और विधायकों से उम्मीद थी और उन्होंने अपील की कि जो उनके आंदोलन में शामिल होना चाहते हैं वो अपने पद से इस्तीफा देकर शामिल हो सकते हैं। लेकिन पूरे देश में एकमात्र विधायक केवल अभय सिंह चौटाला ने किसानी का झंडा बुलंद करते हुए इस्तीफा दे दिया।

माजरा ने अजय चौटाला को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इससे घटिया सोच क्या होगी कि यही अजय चौटाला जब उनके साथ विधायक थे तब विधान सभा में चीख-चीख कर कहते थे ‘‘गीतिका शर्मा हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं ’’ और आज उसी के लिए लोगों से वोट मांगते फिर रहे हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Recommended News

Related News

static