केंद्र की तर्ज पर हरियाणा में भी सेकंड लाइन ऑफ लीडरशिप की तैयारी में भाजपा आलाकमान
punjabkesari.in Sunday, Aug 01, 2021 - 01:40 PM (IST)
चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): भाजपा आलाकमान हरियाणा में भी राष्ट्रीय भाजपा की तर्ज पर सेकंड लाइन लीडरशिप तैयार करने की रणनीति बना रही है। हरियाणा भाजपा में वर्तमान के समय बड़े चेहरों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, ग्रह मंत्री अनिल विज, विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता और शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर हैं। प्रथम पंक्ति के इन चार नेताओं को अगर छोड़ दिया जाए तो हरियाणा भाजपा संगठन में ओमप्रकाश धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु, सुभाष बराला और रतन लाल कटारिया जैसे बड़े चेहरे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के लिए हरियाणा में सबसे बड़ी चुनौती का विषय जहां पंजाबी वोट बैंक को संभाले रखना है। वहीं गैर जाट बिरादरी में जैसे वैसे रोड, ब्राह्मण, सैनी, अहीर इत्यादि को संतुष्ट रखना व जाट वोट बैंक में सेंधमारी लगाना है। चर्चा है कि भाजपा आने वाले दौर में इन बिंदुओं पर सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला निकाल सकती है। पंजाबी समाज के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल, ग्रह मंत्री अनिल विज जैसे बड़े चेहरों का महत्वपूर्ण पदों पर होना गौरव की बात है। हरियाणा में दूसरी बार लगातार भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर विधायक बने युवा विधायकों पर भी यह सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला लागू हो सकता है। जातीय व क्षेत्रीय ध्रुवीकरण को आधार बनाकर हरविंदर कल्याण को महत्वपूर्ण भूमिकाओं में आगे करने की चर्चाएं भी जोरों पर हैं। वही देश में दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बनाने वाले करनाल सांसद संजय भाटिया का पूरा जीवनकाल भाजपा को समर्पित रहा है। हर बड़े- छोटे आंदोलन में उन्होंने अपनी सक्रियता को बरकरार रखा है। अपने लोकसभा क्षेत्र में जनता के प्रति समर्पित और लोगों के कामों को तवज्जो देने वाले संजय भाटिया भी इस जिम्मेदारी का हिस्सा बन सकते हैं। पंजाबी समाज से संबंध रखने वाले भाटिया का पूरा परिवार संघ से जुड़ा रहा है। हरियाणा में सबसे बड़ी और देश में दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले संजय भाटिया के क्षेत्र की जनता का उनके प्रति भाव किसी से छुपा नहीं है।
सूत्रों के अनुसार भाजपा आलाकमान सेकंड लाइन ऑफ लीडरशिप को भी केंद्र की तर्ज पर हरियाणा में जल्द ही सशक्त कर सकती है। केंद्र में जिस प्रकार से मंत्रिमंडल के बदलाव में युवा चेहरों की तवज्जो देखने को मिली है। उसी प्रकार हरियाणा में भी आने वाले समय में ऐसे प्रयोग देखने को मिल सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी के थिंकटैंक माने जाने वाले नेताओं के इस मंथन का मूल कारण यह भी है कि हरियाणा में भाजपा की सेकंड लाइन ऑफ लीडरशिप में मंत्रिमंडल में शामिल कमलेश ढांडा, संदीप सिंह, मूलचंद शर्मा, जेपी दलाल, डॉ बनवारी लाल, ओमप्रकाश यादव जैसे चेहरे भी सशक्त भूमिका के पैमाने पर पिछड़ रहे हैं। संभवत इसका कारण पिछले डेढ़ साल में कोरोना की दो लहरें आने का कारण भी माना जा सकता है। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा इस क्रम में 50-50 के पैमाने पर खड़े नजर आ रहे हैं। ब्राह्मण चेहरा होने के कारण वह संघर्षशील छवि के कारण अपनी अलग पहचान रखते हैं।
हरियाणा की रणनीति को जानने वाले लोगों का मानना है कि भाजपा अपनी नर्सरी में अब वह कमियां नहीं छोड़ना चाहती जो अतीत में उस वक्त रही है भाजपा के 1970 से 1990 के दौर के बड़े चेहरे रहे डॉ मंगल सेन के बाद भाजपा हरियाणा में विपक्ष में रहते अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही थी। उस वक्त डॉ कमला, अनिल विज, प्रोफेसर रामविलास शर्मा, कृष्णपाल गुर्जर, रतन लाल कटारिया, आत्मप्रकाश मनचंदा, गणेशी लाल जैसे नाम भाजपा नेतृत्व को संभालने के लिए सामने आए। डॉ मंगल सेन की राजनीतिक नर्सरी प्रो रामविलास शर्मा, अनिल विज, डॉ महेंद्र रंजन, नीति सेन भाटिया जैसे नाम भाजपा के संघर्ष के दौर के पर्यायवाची बने। वर्तमान राजनीति में गृह, स्वास्थ्य, शहरी निकाय एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज भाजपा राजनीति में आज पहली पंक्ति के प्रमुख नाम अपनी मेहनत, लगन व कार्यप्रणाली से बन चुके हैं। प्रो रामविलास शर्मा कई बार भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और कई बार कैबिनेट मंत्री जैसी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं।
पानीपत के डॉ महेंद्र रंजन को आतंकवाद के दौर में उग्रवादियों द्वारा उनकी दुकान पर यह हत्या कर दी गई थी। नीतिसेन भाटिया बढ़ती आयु व ढलती अवस्था के चलते सक्रिय राजनीति में नहीं है। ऐसा नहीं कि भाजपा की सेकेंड लाइन ऑफ लीडरशिप की क्वालिटी न हो। आज दूसरी पंक्ति के प्रमुख शहरों में करनाल सांसद संजय भाटिया, कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी, घरौंडा विधायक हरविंदर कल्याण, अंबाला शहर विधायक असीम गोयल, पानीपत शहर विधायक प्रमोद विज, पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा, विधायक अजय यादव, थानेसर विधायक सुभाष सुधा जैसे चेहरों की भरमार है। मगर भाजपा आने वाले दिनों में इन्हें सशक्त और मजबूत बनाने का काम कर सकती है।
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