लॉकडाउन के बाद से ही रोडवेज की किलोमीटर स्कीम पर लगा ब्रेक, खड़ी है करीब 48 नई बसें

punjabkesari.in Thursday, Oct 08, 2020 - 11:34 AM (IST)

सोनीपत : बस यात्रियों की सुविधा को बढ़ाने के लिए सरकार ने किलोमीटर स्कीम के तहत नई बसों को रोडवेज के बेड़े में शामिल किया था। कर्मचारियों के विरोध के बाज इस योजना के तहत सोनीपत व गोहाना डिपो में बसों की संख्या लगभग 48 पहुंच गई थी परंतु कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा हुई परिस्थितयों के कारण लॉकडाउन लगने के बाद से ही रोडवेज की किलोमीटर स्कीम पर ब्रेक लग गया है। किलोमीटर स्कीम के तहत खरीदी गऊ सभी बसें अब बस डिपो पर खड़ी हैं जिसकी सबसे बड़ी वजह  बस अड्डे पर पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में कमी को बताया जा रहा है। 

दरअसल किलोमीटर स्कीम के तहत खरीदी गई बसों में बस चालक बस संचालक का नियुक्त होता था तथा परिचालक की ड्यूटी रोडवेज विभाग के कर्मचारी की लगता थी। विभाग उक्त बस संचालकों को करीब 26 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान करता था। योजना के तहत शामिल की गई बसों से शुरुआत में रोडवेज को करीब 27 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से आमदनी भी हो रही थी जिसका फायदा विभाग को हो रहा था परंतु कोरोना संक्रमण की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण रोडवेज की बस सेवाएं बंद हो गई थी जिसके बाद रोडवेज की बसें तो चलीं परंतु अब तक किलोमीटर स्कीम के तहत डिपो में आई नई बसेम सड़क पर नहीं उतर पाई है। 

यात्रियों की कमी से रोडवेज विभिन्न रुटों पर भेजा रहा करीब 50 बसें
सोनीपत रोडवेज विभाग को भी कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा हुई परिस्थितियों के कारण यात्रियों की कमी झेलनी पड़ रही है जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर रोज रोडवेज विभाग की करीब 50 बसें ही विभिन्न रुटों पर चल पा रही है। अधिकतर लंबे रुट पर्याप्त यात्री न मिलने पर बंद पड़े हुए है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोकल रुटों पर भी चुनिंदा बसें ही चलाई जा रही है जिसकी वजह से विभाग को भी काफी आर्थिक नुक्सान झेलना पड़ रहा है। सोनीपत से रोहतक, सोनीपत से दिल्ली, सोनीपत से चंडीगढ़ जैसे चुनिंदा रुटों को छोड़ दें तो अधिकतर रूटों पर रोडवेज को पर्याप्त बस यात्री नहीं मिल पा रहे है। ऐसे में नई बसों को भी डिपो में ही खड़ा करके रखा जा रहा है। 
 


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Manisha rana

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