समाज कल्याण विभाग में टूटने लगा दलालों का नैटवर्क

punjabkesari.in Sunday, Dec 15, 2019 - 02:18 PM (IST)

जींद(जसमेर): जिले में समाज कल्याण विभाग में अब दलालों का नैटवर्क टूटने लगा है। कारण अब चिकित्सक द्वारा की गई सख्ती है। शुक्रवार को लगे शिविर के दौरान विभाग के एक कर्मचारी ने भी चिकित्सक से उलझने का प्रयास किया, लेकिन चिकित्सक द्वारा लताड़ लगाने और केस दर्ज करवाने के बाद कर्मचारी की बोलती बंद हो गई। इसके अलावा दलालों की दुकान भी अब लगभग बंद हो गई है।

गौरतलब है कि समाज कल्याण द्वारा ऐसे बुजुर्गों की पहचान के लिए कैंप लगाया जाता है, जिनके पास आयु का कोई प्रमाण नहीं होता। सिविल अस्पताल के चिकित्सक समाज कल्याण विभाग के कैंप में पहुंचकर आयु का आंकलन करते हैं और आवेदन पर ही अपनी रिपोर्ट करते हैं। नवम्बर महीने से बुढ़ापा पैंशन के लिए वरिष्ठ दंत सर्जन डा. रमेश पांचाल की डयूटी लगाई गई। उन्होंने नवम्बर महीने में ही फार्मों को अपने कब्जे में ले लिया और अपने हिसाब से काम किया।

नियम तो यही कहता है कि चिकित्सक ही फार्म पर आयु का आंकलन कर सकता है, लेकिन पिछले कई महीनों से दलालों के माध्यम से पैंशन बनवाने का मोटा खेल विभाग में चल रहा था। गांवों में भी बहुत से लोग पैंशन बनवाने का टैंडर उठा लेते थे और पैंशन बनवाने की एवज में 5 से 15 हजार रुपए बुजुर्गों से ऐंठते थे। डा. पांचाल की ड्यूटी लगने के बाद अब दलालों का नैटवर्क टूटने लगा है और विभाग के कर्मचारियों की भी बैचेनी बढऩे लगी है।   बुजुर्ग लोगों को अब लगने लगा है कि वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा. रमेश पांचाल ही उनको पूरा सम्मान दिला सकते हैं।

शुक्रवार को पैंशन बनवाने के लिए आए सतपाल ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि डा. पांचाल बिना किसी भेदभाव के काम इसी प्रकार से करते रहेंगे। डा. पांचाल की मुस्तैदी से ही बुजुर्गों को पूरा मान-सम्मान मिल सकता है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस तरह के दलालों के सक्रिय रहने को लेकर सी.एम. को भी एक लिखित शिकायत पिछले दिनों भेजी गई है, जिसकी जांच के आदेश कभी भी आ सकते हैं।


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Edited By

vinod kumar

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