पानीपत में 1000 एकड़ भूमि पर स्थापित होगा बल्क ड्रग्स पार्क : मनोहर लाल

punjabkesari.in Saturday, Jun 27, 2020 - 08:36 AM (IST)

चंडीगढ़ (बंसल) : हरियाणा सरकार ने भारत सरकार की वित्तपोषित सामान्य ढांचागत सुविधाओं के बल्क ड्रग्स पार्क योजना तहत पानीपत में 1000 एकड़ विकसित औद्योगिक भूमि पर ‘बल्क ड्रग्स पार्क’ स्थापित करने की पेशकश की है। पार्क स्थापित होने से देश में थोक दवाओं के विनिर्माण लागत और थोक दवाओं के लिए अन्य देशों पर निर्भरता कम होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्चुअल प्लेटफार्म के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत-मेड इन इंडिया, मेड फॉर वल्र्ड की दिशा में एक कदम-सी.आई.आई. फार्मास्कॉप के उद्घाटन सत्र में जानकारी दी। राज्य में प्रस्तावित बल्क ड्रग्स पार्क से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर करनाल में 225 एकड़ भूमि पर एक ‘मैडीकल डिवाइस पार्क’ स्थापित करने की भी योजना है।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित होगी कार्यकारी समिति 
इसी प्रकार कार्यकारी समिति में अध्यक्ष मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा होंगी, जबकि पदेन सदस्यों में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल, महानिदेशक कृषि विजय सिंह दहिया, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख बिजेंद्र सिंह शामिल होंगे। इसके अलावा, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के विशेष सचिव तथा काडा के प्रशासक वजीर सिंह गोयत इसके सदस्य सचिव होंगे।

हरियाणा से गुजरते हैं 15 राष्ट्रीय राजमार्ग
मुख्यमंत्री ने कहा कि  राज्य को एक बेहतर परिस्थितिक लाभ भी है, क्योंकि हरियाणा तीन तरफ से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगता है और घरेलू बाजार में लगभग 11 प्रतिशत तक पहुंच प्रदान करता है। इसके अलावा, 15 राष्ट्रीय राजमार्ग हरियाणा से होकर गुजरते हैं, जिनमें से चार दिल्ली-एन.सी.आर. क्षेत्र से गुजरते हैं। 

तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की आगामी बैठक 25 जुलाई को होगी
मुख्यमंत्री ने हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की आगामी बैठक 25 जुलाई को बुलाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि तालाबों के इस प्रोजैक्ट की ड्राइंग तैयार करने का कार्य विश्वविद्यालय व बहुतकनीकी संस्थानों के सिविल इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा करवाई जानी चाहिए।

फार्मास्यूटिकल उत्पादन में राज्य का 45 प्रतिशत हिस्सा
देश में फार्मास्यूटिकल उत्पादों के उत्पादन में राज्य का 45 प्रतिशत हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पानीपत पार्क में उत्पादन का 50 प्रतिशत उत्तर भारत में ही इस्तेमाल किया जा सकता है जिसके परिणामस्वरूप परिवहन लागत और समय की बचत होगी। राज्य सरकार भावी निवेशकों को आऊटराइट सेल मॉडल और लीज होल्ड मॉडल दोनों पर जमीन दे सकती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उन लोगों को नीति के अनुसार अधिकतम प्रोत्साहन व सबसिडी प्रदान करेगी जो पार्क में अपनी इकाइयां स्थापित करेंगे। पानीपत में एक औद्योगिक मॉडल टाऊनशिप (आई.एम.टी.) भी विकसित किया जाना प्रस्तावित है।


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Edited By

Manisha rana

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