खुद के बूथ से 139 वोट पाने वाले चढूनी खुद को कहते हैं किसान हितैषी: कंवर पाल गुर्जर
punjabkesari.in Tuesday, Jul 13, 2021 - 07:33 PM (IST)
चंडीगढ़ (धरणी): जिस गुरनाम सिंह चढूनी को अपने खुद के बूथ नंबर 139 से एक वोट मिला। लोकसभा चुनाव में जिसे 1300 वोट मिले, महेंद्र सिंह टिकैत जैसे इतने बड़े नेता को लोकदल के समर्थन के चुनाव में 9400 मिले। इससे यह साफ है कि लोगों का विश्वास इनके प्रति कितना है। यह लोग आज के दिन लोकतंत्र विरोधी काम कर रहे हैं, विधान के खिलाफ काम कर रहे हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं। यह बात आज प्रदेश के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान कही।
गुर्जर ने कहा कि इन लोगों ने बयान दिया है कि चुनाव लड़ेंगे, मैं इनका स्वागत करता हूं। आज सभी विपक्षी दल चाहे कांग्रेस, चाहे लोकदल या आम आदमी पार्टी हो, यह इनके साथ खड़ी दिख रही हैं, क्योंकि इन्हें लग रहा है कि यह लोग वोट दिलवाएंगे, लेकिन अब इन कथित किसान नेताओं ने अपने दल के गठन की घोषणा कर दी है। थोड़े दिनों में यह सभी विपक्षी राजनीतिक दल इन्हें गालियां देते हुए मिलेंगे और इन कथित किसान नेताओं की पोल पट्टी खुल कर सामने आ जाएगी।
गुर्जर ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर हमला हुआ है। लाठियां मारी गई है। पत्थर मारे गए हैं। यह एक कातिलाना हमला था और उन पर केवल एक जगह हमला नहीं हुआ। कई बार हमले हो चुके हैं। प्रशासन अपनी कार्रवाई कर रहा है और आज इस आंदोलन में किसान कोई भी नहीं रहा, जो किसान शुरू में इनके साथ लगे थे, वह इनकी हकीकत जानकर अपने घरों में बैठ गए हैं। वह लोग जो राजनीति में स्थापित नहीं हो पा रहे थे, उन्होंने किसान आंदोलन की आड़ में अपने आप को खड़ा करने की कोशिश की है और कुछ पार्टियां जिन्हें लोगों ने दरकिनार कर दिया था। वह इस मुद्दे को भुनाकर अपनी पार्टी को-अपने आप को मजबूत करने में लगे हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि किसानों के हित में यह लोग केवल ढकोसला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तविकता में किसानों की हितैषी केवल बीजेपी सरकार है।
गुर्जर ने कहा कि हमसे पहले की सरकार ने केवल दो फसलें एमएसपी पर खरीदी, लेकिन हमने नौ फसलें धान, गेहूं, सूरजमुखी, मूंग, मूंगफली, बाजरा, सरसों इत्यादि एमएसपी पर खरीदी हैं। गेहूं और जीरी भी इनसे ज्यादा मात्रा में खरीदी गई। इनके 5 साल के कार्यकाल में गेहूं के 270 और हमारे कार्यकाल में 570 रुपए बढ़ाए गए। इनके समय में धान में 290 और हमारे समय में 558 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। हमने किसानों की एकमुश्त हजारों करोड़ रुपए के कर्ज माफ किए। यह लोग राजनीतिक रोटियां सेकने में लगे हैं।
गुर्जर ने कहा कि किसान इतनी बड़ी आबादी है कि किसान के बिना कोई राजनीति नहीं कर सकता। किसान की हालत को सुधारने के लिए अटल बिहारी वाजपेई ने एक कमेटी का गठन किया था। लंबे समय तक उनके कार्यकाल में कमेटी ने काम किया। फिर सरकार बदल गई। कांग्रेस सरकार ने भी 10 साल तक इस पर काम किया। इस कमेटी की रिपोर्ट पर सभी प्रदेशों की सरकारों ने सहमति दी कि यह किसान हितेषी है। जिन जनप्रतिनिधियों को जनता ने चुना और पार्लियामेंट में भेजा। उन्होंने इस कानून को बनाया। यह 1300-9400 वोट लेने वाले बुरी तरह से दरकिनार किए गए यह लोग कह रहे हैं कि हम किसान हितैषी हैं।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि आने वाली 16 तारीख से नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं खोली जा रही है और 23 तारीख को छठी से आठवीं तक की कक्षाएं भी शुरू कर दी जाएंगी। पिछले साल वाली गाइडलाइन जारी रहेंगी। जैसे कमरों में 30 से अधिक विद्यार्थी नहीं बिठाए जाएंगे। मास्क-सैनिटाइजिंग का प्रॉपर इस्तेमाल किया जाएगा। बच्चों का टेंपरेचर भी चेक किए जाने का फैसला किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की टैब वितरित योजना एक बहुत बड़ी योजना है। किसी भी प्रदेश ने 8वीं से 12वीं कक्षा तक के सभी बच्चों को टैब देने का फैसला नहीं किया है। यह बहुत बड़े बजट का फैसला है, जो कि प्रदेश सरकार ने इस योजना के लिए पैसा सैंक्शन कर दिया है, जिस पर जल्द ही टेंडर किया जाएगा।