सरकार के तीन अध्यादेश देश की खेती का डेथ वारंट: चढूनी, कहा- पिपली में होगी किसानों की महारैली

punjabkesari.in Sunday, Sep 06, 2020 - 11:25 PM (IST)

घरौंडा (विवेक राणा): नई अनाज मंडी में सरकार द्वारा तीन अध्यादेश के विरोध में किसान व आढ़तियों की एक जनसभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने की। बैठक में निर्णय लिया गया कि किसान विरोधी व व्यापारी विरोधी नीतियों के खिलाफ पिपली में 10 सितम्बर को महारैली होगी। चढूनी ने किसानों व आढ़तियों को 10 सितम्बर को पिपली में होने वाली रैली में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का न्यौता दिया।

चढूनी ने कहा कि सरकार ने जो तीन अध्यादेश जारी किए हैं, वे हमारे देश की खेती का डेथ वारंट है। मंडियों के आढ़तियों व मुनीमों, पल्लेदारों पलेदारों का कारोबार छीनने का षडयंत्र रचा गया है। पूरे देश का कृषि (एग्रो) बिजनैस अडानी व अम्बानी जैसे चंद लोगों के हवाले किया जा रहा है और इसका सीधा फायदा अमेरिका को जाएगा। अमेरिका के दबाव आकर डब्ल्युडीयू पर हस्ताक्षर कर दिए गए हैं, जिससे देश के किसानों की खेती बिल्कुल बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका का मुकाबला हमारा देश का किसान नहीं कर सकता क्योंकि हमारे देश के किसान के पास अगर पांच एकड़ जमीन है तो अमेरिका के किसान के पास पांच किलो मीटर जमीन है। 

चढूनी ने कहा कि तीन अध्यादेश का पुरजोर विरोध कर रहें है और मांग कर रहे हैं कि एमएसपी की गारंटी का कानून बनाए जो कि सरकार बार-बार बयान दे रही है कि हम एमएसपी को नहीं तोड़ रहे है। इन सबका विरोध करने के लिए 10 सितम्बर को हरियाणा के आढ़ती, किसान व 17 किसान संगठन एकजुट होकर पिपली में एक बड़ी रैली करेंगे। 

चढूनी ने बताया कि कल रात मेरे मकान के बाहर नोटिस चस्पा दिया है। पिपली के अन्दर तीन अध्यादेश को लेकर ये रैली नहीं की जाएगी जबकि चस्पाए गए नोटिस से मैं डरने वालाा नहीं हूं, पिपली में रैली होगी और हर हाल में होगी। इस रैली से सरकार की जड़ें हिल जाएंगी। केंद्र सरकार के तीन कृषि मंडी विरोधी अध्यादेश के खिलाफ हरियाणा के 17 किसान संगठनों ने 10 सितम्बर को अनाज मंडी पिपली में एक महारैली होगी।


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Shivam

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