सरकार को माफी मांगकर तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए: चंद्रमोहन
punjabkesari.in Tuesday, Jun 15, 2021 - 08:10 PM (IST)
चंडीगढ़ (धरणी): किसान आंदोलन पर भाजपा के आरोप का जवाब देते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा कि कांग्रेस हमेशा जनहित की बात उठाती आई है और उठाती रहेगी। इसमें भड़काने वाले कोई बात नहीं है। यह तीनों कानून काले कानून हैं। इनको तुरंत प्रभाव से रद्द करना चाहिए। यह किसान विरोधी के साथ-साथ राष्ट्र विरोधी कानून हैं। सरकार को अपनी गलती मानकर-माफी मांगकर तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए। किसान हमारे अन्नदाता है और भारत कृषि प्रधान देश है। इस बात का सरकार को ध्यान रखना चाहिए। राज हठ छोड़ देना चाहिए।
चंद्रमोहन ने कहा कि आज पंचकूला का युवा बेरोजगार सड़कों पर घूम रहा है। सरकार को ऐसी पॉलिसी, ऐसी नीति, ऐसे कार्यक्रम बनाने चाहिए कि यहां पर बड़े-बड़े उद्योग स्थापित हो। डिस्काउंट देकर, टैक्स में रिबेट देकर उद्योगों को आकर्षित करें। सरकार की यह पॉलिसी होनी चाहिए, लेकिन इस सरकार के पास न तो पॉलिसी है, न ही नियत है और न ही यह कुछ करना चाहते हैं, लेकिन अगर जनता की आशीर्वाद से कांग्रेस की सरकार भविष्य में बनी तो इस प्रकार के कार्यक्रम और नीतियां बनाई जाएंगी। जिससे बच्चों को रोजगार मिल सके। सरकार के दांत हाथी वाले दांत हैं जो दिखाने के कुछ और, खाने के कुछ है। पंचकूला ही नहीं प्रदेशभर में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ, यह ग्राउंड रियलिटी है।
उन्होंने कहा कि पंचकूला में सबसे अधिक विकास कार्य चौ. भजनलाल और कांग्रेस के शासनकाल में हुए। पंचकूला के किसी मोहल्ले, किसी गांव, किसी कोने, किसी कॉलोनी में जाकर जनता से पूछ लो कि विकास किसने करवाए तो जवाब केवल चौ. भजन लाल के बारे में ही आएगा। चौ. भजन लाल नें आईटीआई, पॉलिटेक्निकल कॉलेज, सरकारी अस्पताल, डिस्पेंसरी, सड़कों का जाल और युवाओं के रोजगार के लिए बहुत से काम करवाए। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में 5 फीसदी भी काम नहीं हुए। मेरी ज्ञान चंद गुप्ता को राय है कि मेरे बारे में सोचकर टाइम वेस्ट करने की बजाय पंचकूला के विकास के बारे में सोचें।
चंद्रमोहन ने कहा कि मेरे पिता चौ. भजन लाल पंचकूला को पैरिस बनाने की सोच रखते थे। लेकिन पंचकूला हमेशा भेदभाव का शिकार रहा। 2004 के बाद कांग्रेस के शासनकाल में हुड्डा के नेतृत्व में पंचकूला में बहुत विकास कार्य किए गए। 70 सड़कें बनाई गई। अस्पतालों को अपग्रेड किया गया। सिंचाई के लिए नलकूप लगाए गए। हमने युवाओं को रोजगार दिए। मेरे पिता का सपना था कि पंचकूला को ऐसा बनाऊ कि अगर कभी राजधानी शिफ्ट होने की बात रहेगी तो पंचकूला सबसे टॉप पर रहे।
इसी दिशा में यहां बहुत से सरकारी कार्यालय, बहुत से डायरेक्टरेट बनाए गए। आज हरियाणा के मुख्यमंत्री पंचकूला के लिए घोषणाएं और उद्घाटन कर रहे हैं। मास्टर प्लान का दावा कर रहे है, लेकिन अगर मुख्यमंत्री इसमें से 5 फीसदी काम भी कर दे तो मैं खुद जाकर उनका धन्यवाद करूंगा। सीएम ने बरौदा उपचुनाव के दौरान किए गए वायदों में से एक भी वायदा पूरा नहीं किया गया। यह केवल झूठी घोषणाएं कर लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिशों में लगे रहते हैं।
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