मुख्यमंत्री मनोहर लाल जल्द कर सकते हैं 90 विधानसभाओं का दौरा, जानिए वजह

punjabkesari.in Tuesday, Mar 29, 2022 - 04:00 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): गर्मी के मौसम में अब हरियाणा के प्रमुख सभी राजनीतिक दलों की सक्रियता व गतिविधियां बढ़ती मिलेंगे। बीजेपी यहां संगठनात्मक रूप से प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के नेतृत्व में अपने कार्यक्रम जारी रखेगी वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरियाणा के 90 के 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा शुरू कर सकते हैं। कांग्रेस गुटबाजी की शिकार है। राहुल गांधी के द्वारा बुलाई गई मीटिंग के बावजूद कोई भी हल् न निकलने के कारण कांग्रेस के कई गुट अपनी ढफली-अपने राग अलापते नजर आएंगे। जिसका आगाज पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई ने करनाल से कर दिया है। पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने कुलदीप बिश्नोई एक करनाल से शुरू हुए नए राजनीतिक अभियान का कड़ा विरोध किया है। 

भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट अपनी अलग गतिविधियां चलाता नजर आएगा। टीम देवेंद्र पहले से ही अलग से एक्टिव है तथा सामाजिक कार्यों के माध्यम से अपनी उपस्थिति कोविड-19 काल में भी दर्ज करवा चुकी है। वही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कुमारी शैलजा भी पहले की तरह अपने अंदाज में अलग ही चलती नजर आएंगे। केंद्रीय कांग्रेस संगठन में  महामंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला हरियाणा कि कांग्रेस में चल रही गुटबाजी में सीधा हस्तक्षेप नहीं करते मगर वह भी अपने खेमे के साथ अपनी गतिविधियां करते नजर आते हैं।  जेजेपी ने सबसे पहले हरियाणा के अंदर 10 ऐसी विधानसभा जहां से उनके विधायक उनको चुना है तथा उन विधानसभाओं से अपनी पब्लिक मीटिंग कर कर राजनीतिक सरगर्मियां तेज कर दी हैं जे जे पी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अजय सिंह चौटाला उनके पुत्र उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जेजेपी के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला तथा डॉक्टर अजय सिंह की पत्नी नैना चौटाला हरियाणा में पूरी तरह से विभिन्न जगह प्रतिदिन राजनीतिक सक्रियता की दस्तक देकर जेजेपी को मजबूत करने में जुट गए हैं। 

सभी राजनीतिक दलों द्वारा एक राजनीतिक गतिविधियां बढ़ाने एवं कारण यह माना जा रहा है की आम आदमी पार्टी ने पंजाब में जबरदस्त तरीके से अपना परचम लहराते हुए 92 सीटें जीतकर अपनी सरकार बनाई है। आम आदमी पार्टी की हरियाणा में सक्रियता बढ़ने लगी है। किसी न किसी राजनीतिक दल के कई नेता या कार्यकर्ता अपनी पार्टियों को छोड़कर आम आदमी पार्टी की तरफ दौड़ लगाने में व्यस्त हैं। वर्तमान माहौल में आम आदमी पार्टी के बढ़ते कद को रोकने के लिए भाजपा घुटनों में बैठी कांग्रेस जेजेपी इस प्रयास में है कि अपने-अपने अपने दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को इस पलायन से रोक सकें। हरियाणा में सरकार और पार्टी संगठन के कामकाज की समीक्षा होने जा रही है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष दो अप्रैल को चंडीगढ़ प्रवास करेंगे। इस दौरान वे यहां सरकार और संगठन के साथ मैराथन बैठकें करेंगे। बेशक, यह रुटीन बैठक हो सकती है, लेकिन इसे पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने और ‘आप’ की हरियाणा में बढ़ रही सक्रियता से भी जोडक़र देखा जा रहा है।माना जा रहा है कि सरकार व पार्टी ने अंदरखाने ‘आप’ को आगे बढऩे से रोकने के लिए रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। पंजाब के चुनावी नतीजों का हरियाणा में इसलिए भी असर पड़ सकता है क्योंकि दिल्ली में भी लगातार तीसरी बार आम आदमी पार्टी की सरकार है। दिल्ली के मुख्यमंत्री समेत कई विधायक और मंत्री हरियाणा के हैं।

भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बीएल संतोष इस दौरान न केवल सरकार की कार्यशैली को परखेंगे बल्कि वे पार्टी नेताओं व पदाधिकारियों से भी सीधा संवाद करेंगे। सरकार में अफसरशाही के हावी होने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं। पार्टी की बैठकों में वर्कर अकसर इसी बात का रोना रोते हैं कि जिलों में अधिकारियों द्वारा उनकी सुनवाई नहीं की जाती। प्रदेश में शहरी स्थानीय निकायों तथा पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव भी होने हैं। भाजपा का निकाय व पंचायत चुनावों को लेकर भी पार्टी का फोकस इस ओर रहने वाला है। बीएल संतोष मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा उनकी कैबिनेट सहयोगियों के साथ अलग से बैठक करेंगे। दोनों केंद्रीय मंत्रियों राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर के अलावा सभी सांसदों और प्रदेश कोर ग्रुप के नेताओं के साथ भी उनका संवाद होगा।इसी तरह से बोर्ड-निगमों के चेयरमैन, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारियों तथा विभिन्न मोर्चों एवं प्रकोष्ठों के संयोजकों व प्रभारियों के साथ उनकी अलग-अलग बैठकें होंगी। बताते हैं कि एक दिन में वे पांच से छह अलग-अलग बैठकें करेंगे। इन बैठकों के दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े, प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ तथा प्रदेश संगठन महामंत्री रविंद्र राजू भी मौजूद रहेंगे।

हरियाणा प्रदेश के कांग्रेसी नेताओं में जून वजह कब रुकेगी यह भी अब एक रहस्य बन चुका है। इसका एवं कारण यह है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता एक ही सुर में राग अलापने के लिए तैयार नहीं है। असली कारण भी है कि कांग्रेस में बड़ा चौधरी कौन इसकी जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है। यह किसी से छुपा नहीं है कि कुमारी शैलजा के रिश्ते सोनिया गांधी तथा इनके परिवार से घनिष्ठ हैं। दीपेंद्र हुड्डा उत्तर प्रदेश चुनावों के दौरान प्रियंका गांधी के काफी नजदीक पहुंच चुके हैं। रणदीप सिंह सुरजेवाला गांधी परिवार के नजदीकियों के कारण अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं। कुलदीप बिश्नोई का सीधा नाता राहुल गांधी से व  प्रियंका गांधी से हैं। कांग्रेस पंजाब के चुनावों के बाद भी सत्ता हाथ में से निकलने के मसले को अध्ययन करने की बजाय उसी ढर्रे पर चल रही है।

आम आदमी पार्टी हरियाणा के प्रभारी डॉ सुशील गुप्ता भी उन लोगों को ज्वाइन करने में कोई कोताही नहीं कर रहे जो विभिन्न राजनीतिक दलों से पलायन कर उनकी तरफ भाग रहे हैं। जिन दलों के नेता आप में जा रहे हैं उन नेताओं का यही कहना है कि जिन लोगों को टिकट नहीं मिल पाई थी वही लोग आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी के डॉक्टर गुप्ता ने जॉइनिंग जारी रखने के बावजूद अभी अपने पूरे पत्ते नहीं खोले हैं। उनका कहना है कि 40 के करीब पूर्व विधायकों व सांसदों के क्रिमिनल बैकग्राउंड की करैक्टर वेरिफिकेशन करवाई जा रही है। जो ठीक पाई जाएंगे उनको ही ज्वाइन कराया जाएगा।

 


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Content Writer

Isha

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