रहस्यमयी बुखार से बच्चों की हो रही मौतों का सिलसिला जारी, 10 दिनों में 8 की मौत

punjabkesari.in Sunday, Oct 03, 2021 - 10:16 PM (IST)

पलवल (दिनेश): पलवल के हथीन क्षेत्र में रहस्यमयी बुखार का कहर लगातार जारी है। गांव चिल्ली में हुई 11 बच्चों की मौत के बाद अब गांव छायंसा में पिछले 10 दिनों में 8 बच्चों की मौत हो चुकी है। हथीन में अब तक कुल 24 बच्चों की मौत इस रहस्यमयी में ही बुखार से हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग को तमाम कोशिशों के बाद भी अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर यह बुखार है क्या। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक ग्रामीण नहीं पहुंच पा रहे हैं क्योंकि वहां तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर पानी के रास्ते को पार करके जाना पड़ रहा है और इसी पानी से डेंगू और मलेरिया के मच्छर पनप रहे हैं, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक नहीं पहुंच रही।

गांव के लोगों में बच्चों की हो रही मौत व बढ़ते बुखार के मरीजों की संख्या देखकर हड़कंप मचा हुआ है। छांयसा गांव में एजाज की सात वर्षीय बेटी मुब्बसिरा, साकिर के तीन माह के बेटे जिशान, शमशु की नौ दिन की बेटी मुनसिदा की बुखार से मौत हो गई। इसके अलावा पिछले दस के दौरान नौ माह की अनम पुत्री नासिर, मिसकीन पुत्री आजाद तीन दिन, अनम पुत्री राहुल दो माह व गांव के जक्कर की लड़की की मौत बुखार में प्लेटलेट्स कम होने के कारण हो गई। 

स्वजन के मुताबिक मुब्बसिरा को दो दिन पहले बुखार हुआ था। शुक्रवार सुबह उसे नल्हड़ मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। शाम को उसकी मौत हो गई। बुखार से पीड़ित जिलशान को पलवल की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। शम्मु की बेटी मुनसिदा को बुखार से पीड़ित नल्हड़ मेडिकल कालेज में शुक्रवार को मौत हो गई। गांव के नासिर के अनुसार कई दिन पहले उनकी नौ माह की बेटी अनम को बुखार के कारण हथीन की एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर उसकी प्लेटलेट्स 90 हजार से भी कम पाई गई। प्राईवेट चिकित्सकों ने बच्ची को डेंगू बताया था। बच्ची ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। 

गांव में जो आठ मौतें हुई हैं स्वजनों के मुताबिक सभी मौतें बुखार से बताई गई है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव के 100 से भी ज्यादा बच्चे फिलहाल बुखार की चपेट में है। गांव के चारों तरफ फ्लड का पानी भरा हुआ है। लाखों की लागत से बने स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका हुआ है। 

इससे पहले 11 बच्चे चिल्ली, दो बच्चे खिल्लुका, एक बच्चा भीमसीका, दो बच्चे मलाई, दो बच्चों की मौत हथीन शहर में हुई है। ये सभी मौतें बुखार से हुई हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग हो रही मौतों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह नाकाम रहा है। स्वास्थ्य विभाग अभी तक यह पता नहीं लगा पाया है कि आखिर यह बुखार कौन सा है जो लगातार बच्चों को अपनी मौत के आगोश में ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही के नाम पर केवल जांच का सहारा ले रहा है। स्वास्थ विभाग के अनुसार बच्चों के ब्लड सैंपल लिए जा रहे हैं और बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।
 

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Content Writer

Shivam

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