मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट सीएम विंडो की परफॉर्मेंस से मुख्यमंत्री नाराज : भूपेश्वर दयाल

punjabkesari.in Thursday, Dec 09, 2021 - 08:46 AM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ड्रीम प्रोजेक्टों में शामिल सीएम विंडो और सोशल मीडिया ग्रीवेंस ट्रैकर में और सुधार करने को लेकर स्वयं मुख्यमंत्री ने दिशा निर्देश दिए हैं। सीएम विंडो और सोशल मीडिया ग्रीवेंस ट्रैकर के इंचार्ज एवं मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल इस मामले को लेकर काफी गंभीर नजर आ रहे हैं।

दयाल ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों में सीएम विंडो और एसएमजीटी (सोशल मीडिया ग्रीवेंस ट्रैकर) की परफॉर्मेंस को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा नाराजगी जाहिर की गई है। क्योंकि मुख्यमंत्री प्रदेश के हर आम जनमानस की छोटी से छोटी परेशानी को प्राथमिकता के आधार पर दूर करना चाहते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री ने क्वालिटी ऑफ डिस्पोजल की ओर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। 7 साल से सीएम विंडो लोगों को राहत और उनके अधिकार देने का विशेष माध्यम बना है। जिसमें सही समय पर कार्यवाही सुनिश्चित होती है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद अब क्वालिटी बढ़ाना एक विषय है। 1 सप्ताह में मुख्यमंत्री को लिखित में एक प्लान क्वालिटी के मुद्दे को कैसे बेहतर बनाया जाएगा दिया जाएगा। यानि सीएम विंडो वर्जन टू जल्द ही प्रदेश की जनता को मिलने जा रहा है।

भूपेश्वर दयाल ने बताया कि समय के साथ हर चीज दुरुस्तगी मांगती है। समय-समय पर बदलावों की आवश्यकता नजर आती है। प्रदेश में एक नई क्रांति लाने वाला सीएम विंडो देश के लगभग सभी अवार्ड लेने में सफल रहा है। लेकिन पिछले करीब 6 माह में मैं खुद भी अपेक्षा कर रहा हूं कि क्वालिटी ऑफ डिस्पोजल में फर्क आया है। जिसमें क्योंकि कॉविड की दूसरी लहर के बीच में सीएम विंडो की नई टीम की जॉइनिंग हुई, जितनी सशक्त तरीके से उनको ट्रेनिंग मिलनी चाहिए थी वह नहीं हो पाने के कारण भी रिजल्ट में कमी मैं मानता हूं। लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मैं जल्द ही एक रोडमैप मुख्यमंत्री को सबमिट करूंगा और यकीन दिलाता हूं कि सीएम विंडो का 2.0 वर्जन बेहद मस्ट फास्ट निकल कर आएगा।

दयाल ने बताया कि पुराने समय में बादशाह और राजाओं के दरबार में एक बड़ा घंटा लगा होता था। फरियादी घंटा बजाकर अपनी फरियाद सुनाया करता था। आज आधुनिक युग में लोगों की समस्याएं सुनना और उनके समाधान का तरीका बदला है और हमारे प्रदेश में मुख्यमंत्री की चाहत और आदेशानुसार सीएम विंडो का गठन हुआ। प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को उनका अधिकार देना चाहते हैं। जिस कारण से यह महत्वपूर्ण पोर्टल की शुरूआत की गई।

हमारे पोर्टल सीएम विंडो की तर्ज पर प्रधानमंत्री का भी एक पोर्टल सीपीग्राम है। जिसे भी मैं देखता हूं। सीएम विंडो एक आम जन की बहुत बड़ी ताकत है। जिसमें शिकायतकर्ता किसी भी बड़े-से-बड़े ताकतवर व्यक्ति की शिकायत करें उसे रसीद दी जाती है। पहले किसी विभाग-किसी दफ्तर में जाकर शिकायत करने पर रिसीविंग रसीद लेना एक बड़ा मुद्दा होता था। हमने उसे डिजिटाइज किया है और सीएम विंडो के माध्यम से बहुत से लोगों की बड़ी-बड़ी समस्याओं का समाधान हुआ है। प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारी सीएम विंडो के डर से प्रदेश की जनता को समय पर रिलीफ देने की सोच रखने लगे हैं।

मुख्यमंत्री को ट्वीट करने पर भी लोगों को तुरंत रिलीफ देने की रहती है कोशिश: भूपेश्वर दयाल
भूपेश्वर दयाल ने बताया कि सोशल मीडिया के ट्रेंड्स को हम अपने सॉफ्टवेयर के माध्यम से रीड करते रहते हैं। पिछले 3 महीनों में सबसे बड़ा मुद्दा डेंगू बुखार का था। हमारे पास लगभग 800- 900 शिकायतों का आंकड़ा डेंगू से संबंधित है। जिसमें प्लेटलेट या फागिंग इत्यादि की समस्या जाहिर की गई थी। इन्हीं शिकायतों में हमने यमुनानगर का एक ट्वीट जिसमें प्लेटलेट की कमी से उनकी माता जिंदगी-मौत की लड़ाई लड़ रही थी। हमने उनके ट्वीट करते ही अंबाला से इंतजाम करके यमुनानगर में 6 घंटे के अंदर प्लेटलेट के पाउच डिलीवर करवाएं और ट्वीट के माध्यम से व्यक्ति ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि मेरी मां की जान मुख्यमंत्री के पास ट्वीट करने के कारण बची है। इसी प्रकार बहुत सी जगह फागिंग ना होने के ट्वीट पर हमने फागिंग करवाई। घर बैठे लोगों ने ट्वीट किए और हमने शत प्रतिशत मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल पर फेसबुक के कमेंट पढ़कर लोगों की समस्याओं का निवारण किया। आज आधुनिकीकरण के साथ-साथ प्रदेश सरकार की इच्छाशक्ति प्रदेश के लोगों को राहत प्रदान कर रही है।

हरियाणा में ओमीक्रोन लहर की आशंका न होनेेेे के बावजूद हमें रहना है सावधान है: भूपेश्वर दयाल
भूपेश्वर दयाल ने बताया कि हमारे पास पोर्टल या सोशल मीडिया के माध्यम से कोई भी केस ओमी क्रोन वेरिएंट का रिपोर्ट नहीं हुआ। डब्ल्यूएचओ द्वारा ओमी क्रौन की वार्निंग को डाउनग्रेड पर कर दिया गया है। जो कि पहले रेड वार्निंग आ रही थी, अब उन्होंने इसे ऑरेंज में बदल दिया है। ओमी क्रोन वेरिएंट से पूरे ग्लोब एक भी व्यक्ति की मौत रिपोर्ट नहीं हुई। साथ ही इंडियन वैक्सीन कोवाशील्ड और को- वैक्सीन ओमी क्रोन पर पूरी तरह से प्रभावी पाई गई है। यह भारत का सौभाग्य है कि भारत की वैक्सीन इस मामले में पश्चिमी देशों से भी बेहतर पाई गई है। हरियाणा में किसी प्रकार की लहर की आशंका नहीं मानी जा रही। लेकिन उसके बावजूद हमें सावधान रहना है।

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Content Writer

Manisha rana

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